अस्‍पतालों में कोरोना संक्रमण के बाद अब वायरल फीवर और टाइफाइड के बढ़ गए मरीज

कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर धीमी पड़ने के बाद वायरल फीवर और टाइफाइड के मरीज बढ़ने लगे हैं। शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों के अस्पतालों में भारी संख्या में मरीज आ रहे हैं। जिला अस्पताल में रोजाना लगभग 30 से 40 फीसद मरीज वायरल फीवर के रहे हैं।

By Abhishek SharmaEdited By: Publish:Sun, 18 Jul 2021 06:01 PM (IST) Updated:Sun, 18 Jul 2021 06:01 PM (IST)
अस्‍पतालों में कोरोना संक्रमण के बाद अब वायरल फीवर और टाइफाइड के बढ़ गए मरीज
कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर धीमी पड़ने के बाद वायरल फीवर और टाइफाइड के मरीज बढ़ने लगे हैं।

जागरण संवाददाता, बलिया। कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर धीमी पड़ने के बाद वायरल फीवर और टाइफाइड के मरीज बढ़ने लगे हैं। शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों के अस्पतालों में भारी संख्या में मरीज आ रहे हैं। जिला अस्पताल में रोजाना 30 से 40 फीसद मरीज वायरल फीवर के आ रहे हैं। पांच दिन बाद राहत नहीं मिलने पर टाइफाइड और निमोनिया में परिवर्तित हो जा रहा है। राहत की बात है कि इन मरीजों की कोविड जांच निगेटिव आ रही है। वायरल फीवर के मरीजों की संख्या में वृद्धि होने से मेडिकल स्टोर पर एंटीबायोटिक, पेरासिटामोल डोलो, एजिथ्रोमाइसिन सहित अन्य एंटीबायोटिक दवाओं व इंजेक्शन की मांग बढ़ी है।

टाइफाइड की चपेट में 60 फीसद मरीज : जिला अस्पताल के पैथाेलाॅजी के तीन माह के आकड़ें पर नजर डालें तो इन दिनों सौ वायरल फीवर वाले मरीजों की ब्लड़ जांच में 60 मरीजों की रिपोर्ट टाइफाइड की आ रही है। मई में 117 और जून में 561 जबकि जुलाई में अब तक 561 मरीज टाइफाइड की जद में आ चुके हैं।

उमस और गर्मी के कारण ऐसी स्थिति : जिला अस्पताल के फिजीशियन डा. तोषिका सिंह ने कहा कि उमस भरी गर्मी व बरसात के कारण लोगों में तेज बुखार, बदन औ सिर दर्द, सर्दी, खांसी की शिकायत ज्यादा है। इस स्थिति में मरीज लापरवाही नहीं बरते, तत्काल अपने नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में पहुंच डाक्टर से जांच करवाएं और समय पर दवा का सेवन करें। घर के आसपास साफ-सफाई रखें। बासी और बाजार की खुली चीजों को खाने से बचें। गुनगुना पानी का सेवन करे व मच्छरदानी का उपयोग करें।

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