लोहा कारोबारियों की बढ़ी मुश्किल, 4000 रुपये प्रति टन तक बढ़े दाम, निर्माता और विक्रेताओं के माथे पर पसीना

कच्चे माल लौह इस्पात उत्पादों के दाम पर दिख रहा है अभी एक दिन पहले लोहे के दामों में तीन रुपये प्रति किलो की वृद्धि हुई थी परंतु उसके दूसरे ही दिन फिर एक रुपये प्रति किलो की और वृद्धि हो गई है।

By Abhishek SharmaEdited By: Publish:Mon, 04 Oct 2021 12:35 PM (IST) Updated:Mon, 04 Oct 2021 12:35 PM (IST)
लोहा कारोबारियों की बढ़ी मुश्किल, 4000 रुपये प्रति टन तक बढ़े दाम, निर्माता और विक्रेताओं के माथे पर पसीना
लोहे के दामों में आगे और तेजी बने रहने के आसार कारोबारियों ने जताया है।

वाराणसी, जागरण संवाददाता। विगत छह माह में लोहे के दामों में 12 से 15 रुपये की बढ़ोतरी हुई थी। इस तरह लोहे के बढे दामों से उद्योग जगत अभी संभल भी नहीं पाया था की चीन में बिजली संकट और देश में कोयले के बढ़ते दाम ने लोहा और स्टील कारोबारियों की मुश्किलें बढा दी है। दो दिन में स्टील के दामों में 4,000 रुपये प्रति टन यानी चार रुपये प्रति किलो की वृद्धि हो गई है।

पहले लोहे के भाव 55 रुपये किलो से बढ़ कर 75 रुपये प्रति किलो हो गया है। डीजल, पेट्रोल, बिजली के महंगा होने के साथ ही कम उपलब्धता के चलते कोयला के दाम में भी तेजी है। राजेश कुमार सिंह प्रदेश उपाध्यक्ष अम्मा इंडिया यूपी एवं अध्यक्ष लघु उद्योग भारती काशी संभाग का कहना है कि चीन में बिजली संकट के चलते स्टील इस्पात इकाइयों में उत्पादन प्रभावित हुआ है।

इसका असर कच्चे माल लौह इस्पात उत्पादों के दाम पर दिख रहा है अभी एक दिन पहले लोहे के दामों में तीन रुपये प्रति किलो की वृद्धि हुई थी परंतु उसके दूसरे ही दिन फिर एक रुपये प्रति किलो की और वृद्धि हो गई है, इसमे आगे और तेजी रहने के आसार जताये जा रहे हैं। यह समय कृषि यंत्र निर्माताओं के लिए बहुत ही कठिनाई लेकर आया है, कृषि यंत्रों का निर्माण सिजनल होने के कारण अलग अलग सीजन मे किसान भाइयों के जरूरत के अनुसार अलग अलग कृषि यंत्रों का निर्माण होता है।

निर्माताओं और विक्रेताओं ने मांग की है कि कृषि यंत्र विक्रेता किसानों की आवश्‍यकता के अनुसार कृषि यंत्र ऑर्डर देते है, परंतु लोहे के दामों में एकाएक वृद्धि होने के कारण कृषि यंत्र निर्माताओं को पुराना ऑर्डर पूरा करने में काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है। साथ ही लोहे के दामों में बेतहासा वृद्धि होने के कारण किसान भाइयों को महंगी दरों में उनकी जरूरत के कृषि यंत्र मिलेंगे, अतः सरकार को इसपर विशेष ध्यान देकर जल्द से जल्द इसका समाधान करके बढ़े हुए मूल्यों को कम करवाना चाहिए।

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