वाराणसी में प्रियंका वाड्रा से मुलाकात में पुरनियों को रखा दूर तो कार्यकर्ता ने कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष से निकाली भड़ास
संत रविदास की जयंती पर उनकी जन्मस्थली पर काशी आईं कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा से पुरनिए कांग्रेसियों को मुलाकात से दूर रखा गया तो उनके जाने के बाद प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू को कार्यकर्ताओं के विरोध का सामना करना पड़ा।
वाराणसी, जेएनएन। संत रविदास की जयंती पर उनकी जन्मस्थली पर काशी आईं कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा से पुरनिए कांग्रेसियों को मुलाकात से दूर रखा गया तो उनके जाने के बाद प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू को कार्यकर्ताओं के विरोध का सामना करना पड़ा। पार्टी सूत्रों के मुताबिक अविनाश मिश्रा नामक एक कार्यकर्ता ने प्रियंका गांधी के जाने के बाद जब प्रदेश अध्यक्ष लखनऊ जाने के लिए रवाना हो रहे थे तो उनकी गाड़ी पर हाथ से पीटना शुरु कर दिया। इस पर प्रदेश अध्यक्ष ने गाड़ी रुकवाकर उक्त कार्यकर्ता से बातचीत किया। उसने अपना आक्रोश जताया तो प्रदेश अध्यक्ष ने मिल बैठकर बात करने का भरोसा दिया। मौजूद कार्यकर्ताओं ने बीच बचाव करके मामला शांत कराया। आक्रोशित कार्यकर्ता अविनाश मिश्रा ने प्रदेश अध्यक्ष से एक स्थानीय शीर्ष नेता का हवाला देते हुए कहा कि उनकी तरह जमीनी नेता बनिए। हम कार्यकर्ता हैं चाहें तो आपको जमीन पर बैठा देंगे।
हम नौकर नहीं हैं जो आपके इशारे पर खड़े रहेंगे दरअसल प्रियंका गांधी के आने के पहले और जाने के बाद तक युवा और पुरानिए कांग्रेसी एयरपोर्ट पर डटे थे। उनकी इच्छा थी कि प्रियंका गांधी हमारे बीच आएं और हमें संबोधित करें। लेकिन प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने बिल्कुल भी इस ओर ध्यान नहीं दिया और ना ही लाइनअप किया। प्रियंका गांधी से बस केवल उन्हीं की मुलाकात जो उनके चहेते थे। यह देख कार्यकर्ता आक्रोशित हो गए। प्रियंका के जाने के बाद उन्होंने अपना आपा खो दिया। विरोध जताने के दौरान एक कार्यकर्ता ने कहा कि हम नौकर नहीं है जो आपके इशारे पर खड़े रहेंगे।
शीर्ष नेताओं को पहले से था विरोध का अंदाजा
पार्टी सूत्रों के मुताबिक प्रियंका गांधी से मुलाकात नहीं होने पर कार्यकर्ताओं के आक्रोशित होने के अंदाजा पार्टी के शीर्ष नेताओं को पहले से था। इस कारण एनएसयूआई के विजयी प्रत्याशियों को भी एयरपोर्ट पर नहीं मिलवाकर एयरपोर्ट से कुछ किलोमीटर पहले ही सड़क किनारे एक निजी अस्पताल के पास ही मिलवा दिया गया। इसकी जानकारी जब एयरपोर्ट पर प्रियंका के इंतजार में खड़े कांग्रेसियों को हुई तो उनके तेवर बदले-बदले से नजर आए।