वाराणसी में रेमडेसिविर की प्रतिदिन मांग 2000 और आपूर्ति सिर्फ 500, हो रही कालाबाजारी

देश के कई शहरों से रेमडेसिविर मंगाया जा रहा है। हालांकि आपूर्ति नाकाफी है। वाराणसी में प्रतिदिन करीब 2000 वायल की मांग है लेकिन आपूर्ति महज पांच सौ के करीब ही आ रही है। ऐसे में इसे लेकर कंपनियों से लगातार संपर्क साधा जा रहा है।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Sun, 18 Apr 2021 07:23 PM (IST) Updated:Sun, 18 Apr 2021 07:23 PM (IST)
वाराणसी में रेमडेसिविर की प्रतिदिन मांग 2000 और आपूर्ति सिर्फ 500, हो रही कालाबाजारी
वाराणसी में रेमडेसिविर की प्रतिदिन मांग 2000

वाराणसी, जेएनएन। कोरोना के बढ़ते मामलों के कारण रेमडेसिविर इंजेक्शन ऊंट के मुंह में जीरा साबित हो रहा है। जिस प्रकार यहां पर मरीजों की संख्या बढ़ रही है उस प्रकार यहां पर प्रतिदिन करीब 2000 इंजेक्शन की जरूरत है। वहीं इसकी आपूर्ति 500 से भी कम है। हालांकि सरकार ने सभी कंपनियों के रेमडेसिवर इंजेक्शन की एमआरपी कम कर दी है। इससे मरीजों को राहत मिली हैं, लेकिन उपलब्धता एक समस्या बनी हुई है।

मामले जब बढ़ने लगे तो रेमडेसिविर इंजेक्शन की मांग भी बढ़ गई। इसके कारण कुछ लोगों ने इसकी कालाबाजारी करनी शुरू कर दी। इसके बाद प्रशासन सख्त हो गया। सरकार ने सबसे पहले इस इंजेक्शन को सरकारी कोविड-19 अस्पतालों में आपूर्ति की व्यवस्था बनाई। इसके बाद निजी कोरोना अस्पतालों में ताकि इसकी कालाबाजारी न हो सके। यह भी तय किया गया है कि यह इंजेक्शन किसी व्यक्ति विशेष को नहीं मिलेगा। अस्पतालों से प्रशासन के पास रेमडेसिविर इंजेक्शन की मांग भेजी जाएगी। यहां से स्वीकृति मिलने के बाद उतना ही इंजेक्शन संबंधित अस्पताल को भेजा जाएगा। हालांकि हाल के कुछ दिनों में अचानक बढ़ी मांग के कारण आपूर्ति नाकाफी साबित हो रही है।

ड्रग लाइसेंस अथॉरिटी के सहायक औषधि आयुक्त केजी गुप्ता बताते हैं कि देश के कई शहरों से रेमडेसिविर मंगाया जा रहा है। हालांकि आपूर्ति नाकाफी है। उन्होंने बताया कि यहां पर प्रतिदिन करीब 2000 वायल की मांग है, लेकिन आपूर्ति महज पांच सौ के करीब ही आ रही है। ऐसे में इसे लेकर कंपनियों से लगातार संपर्क साधा जा रहा है।

केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष मनोज खन्ना ने बताया कि मिनिस्ट्री आफ केमिकल्स एंड फर्टिलाइजर्स की ओर से शनिवार को रेमडेसिविर इंजेक्शन की नई एमआरपी जारी की। इसमें पुराना और नया रेट दोनों है। उन्होंने बताया कि इस महामारी में मरीजों को राहत प्रदान करने के लिए सरकार ही यह पहल बहुत ही सराहनीय है। हालांकि इसकी पर्याप्त मात्रा में उपलब्धता हो इस पर भी जोर देना होगा।

रेमडेसिवर की नई एवं पुरानी एमआरपी

कंपनी -पुराना रेट - नया रेट

कैडिला 2800 899

सिंगेने 3950 2450

डा. रेड्डी 5400 2700

सिप्ला 4000 3000

मायलन 4800 3400

जुबीलैंट 4700 3400

हेटेरो 5400 3490

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