ऐसे तो पूरा नहीं होगा वाराणसी का फुलवरिया फोरलेन का काम, अभी पिलर का ही हो रहा निर्माण
फुलवरिया फोरलेन का काम इस रफ्तार से दिसंबर में कभी पूरा नहीं हो पाएगा। साधन और संसाधन बढ़ाने की जरूरत है। फुलवरिया फोरलेन को पूरा होने में सबसे बड़ी बाधा रेलवे ओवर ब्रिज (आरओबी) है। रेलवे के दोनों सम्पार पिलर बनाने बनाने का काम चल रहा है।
जागरण संवाददाता, वाराणसी। फुलवरिया फोरलेन का काम इस रफ्तार से दिसंबर में कभी पूरा नहीं हो पाएगा। साधन और संसाधन बढ़ाने की जरूरत है। फुलवरिया फोरलेन को पूरा होने में सबसे बड़ी बाधा रेलवे ओवर ब्रिज (आरओबी) है। रेलवे के दोनों सम्पार पिलर बनाने बनाने का काम चल रहा है। सम्पार नंबर पांच पर एक तरफ दो पिलर बन चुके हैं और दूसरी तरफ काम शुरू हुआ है। सम्पार नंबर पांच पर एक तरफ दो व दूसरी तरफ एक पिलर बना है। पिलर बनने के बाद स्टील बीम का काम शुरू होगा। अन्य कामों की रफ्तार भी काफी धीमी है। मुख्यमंत्री समेत आला अफसर कई बैठकों में दिसंबर तक हरहाल में फुलवरिया फोरलेन का काम पूरा करने का निर्देश दे चुके हैं। मगर अफसरों की लापरवाही के चलते योजना धरातल पर उतरती नजर नहीं आ रही है।
फुलवरिया फोरलेन को मार्च-2022 तक पूरा होना था। पिछले साल बनारस दौरे पर आए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सर्किट हाउस में विकास योजनाओं की बैठक में समय घटाते हुए दिसंबर-2021 तक करते हुए हरहाल में पूरा करने को कहा। मुख्यमंत्री ने सेतु निगम और लोक निर्माण विभाग के अभियंताओं को हिदायत देते हुए कहा कि निर्माण कार्य में लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों के खिलाफ सख्ती से कार्रवाई करें। इतना ही नहीं, मंडलायुक्त दीपक अग्रवाल और जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा बैठक कर दोनों विभाग के अभियंताओं को अगाह करते रहे लेकिन चार माह में योजना धरातल पर उतरती नजर नहीं आ रही है।
शिवपुर से जेपी मेहता तक नहीं बनीं सड़क
शिवपुर चुंगी से जेपी मेहता इंटर कालेज तक पीडब्ल्यूडी को सड़क बनानी है। शिवपुर चुंगी के पास निर्माण नहीं टूटने से काम आगे नहीं बढ़ पा रहा है। जिला जज आवास के पास सड़क का काम बाकी है। विभाग ने बोल्डर डालकर छोड़ दिया है।
सेंट्रल जेल का नहीं टूटा आवास
सड़क चौड़ीकरण में सेंट्रल जेल का आवास बाधक बन रहा था। पीडब्ल्यूडी ने सेंट्रल जेल परिसर में दूसरा आवास बना दिया है, फिर भी पुराना आवास तोडऩे का काम शुरू नहीं हो सका।
वरुणा नदी पुल का नहीं बना रैंप
इमलिया में वरुणा नदी पडऩे के चलते पुल बनाया जा रहा है। पुल बनकर तैयार है लेकिन अभी रैंप बनाने का काम बाकी है। साथ ही सड़क से जोडऩा भी है।
लहरतारा और बौलिया पर नहीं बना रैंप
सम्पार नंबर चार से एक लेन लहरतारा और दूसरा बौलिया उतरना है। दोनों लेने पर रैंप अभी नहीं बने हैं। यहां जमीन में बेस तैयार किया जा रहा है। इस काम को पूरा करने में कम से कम एक माह लगेंगे। बीच-बीच में अन्य निर्माण कार्य बाकी है।
लगा लाल निशान, कब टूटेगा मालूम नहीं
सम्पार नंबर चार से लहरतारा तक फ्लाइओवर सटाकर बनाया जा रहा है। उससे सटे कई मकान है, इसके चलते काम बाधित हो रहे हैं। पीडब्ल्यूडी ने लाल निशान लगा दिया है लेकिन कब टूटेगा मालूम नहीं।
दो मंदिर फ्लाइओवर के नीचे हुए स्थापित
गेट नंबर चार और पांच के पास काफी प्राचीन हनुमान जी का मंदिर था। दोनों मंदिर फुलवरिया फोरलेन के निर्माण में बाधक बन रहे थे। क्षेत्रीय लोगों की सहमति पर लोक निर्माण विभाग ने दोनों मंदिर को क्षेत्रीय लोगों की सहमति पर विधि-विधान स्थापित कर दिया गया है।
फुलवरिया फोरलेन की दूरी-5.3 किलोमीटर
लागत-50 करोड
जमीन मुआवजा-110 करोड
लहरतारा फुलवरिया-शिवपुर सम्पार-4 पर आरओबी
लंबाई -627.280 मीटर
लागत -5437.47 लाख
भौतिक प्रगति- 56 फीसद
कार्य प्रारंभ-अप्रैल, 2018
लहरतारा फुलवरिया-शिवपुर सम्पार-5 पर आरओबी
लंबाई -643.630 मीटर
लागत -5260.51 लाख
भौतिक प्रगति- 55 फीसद
कार्य प्रारंभ-अप्रैल, 2019
कार्य पूरा- दिंसबर-2021
बारिश के चलते आरओबी का काम बाधित हुआ है
बारिश के चलते आरओबी का काम बाधित हुआ है। साधन और संसाधन बढ़ाकर हरहाल में दिसंबर तक आरओबी का काम पूरा किया जाएगा। इसकी पूरी तैयारी कर ली गई है।
-वीर सिंह, सहायक अभियंता-सेतु निगम
फुलवरिया फोरलेन में पीडब्ल्यूडी के हिस्से का 60 फीसद काम पूरा हो चुका है। बचे कम जल्द पूरे कर लिए जाएंगे। जेपी मेहता-शिवपुर मार्ग पर जमीन को लेकर कुछ विवाद था। उसे भी हल कर लिया गया है। कुछ बचे हैं उसे जल्द हल कर लिया जाएगा।
-सुग्रीव राम, अधिशासी अभियंता-लोक निर्माण विभाग