वाराणसी में हत्‍या का बदला लेने के लिए टॉपटेन अपराधी और छात्र को मारकर मीरजापुर में फेंका था

वाराणसी के राजा दरवाजा के झोला व्यवसाई की हत्या का बदला लेने के लिए कोतवाली थाना क्षेत्र के गोला दीनानाथ निवासी शुभम केशरी व उसके मित्र रवि पांडेय की हत्या की गई है। पुलिस चार संदिग्ध आरोपितों को हिरासत में लेकर मामले का पर्दाफाश के करीब पहुंच गई है।

By Abhishek sharmaEdited By: Publish:Sun, 17 Jan 2021 08:30 PM (IST) Updated:Sun, 17 Jan 2021 08:49 PM (IST)
वाराणसी में हत्‍या का बदला लेने के लिए टॉपटेन अपराधी और छात्र को मारकर मीरजापुर में फेंका था
पुलिस चार संदिग्ध आरोपितों को हिरासत में लेकर मामले का पर्दाफाश के करीब पहुंच गई है।

मीरजापुर, जेएनएन। वाराणसी के चौक थाना क्षेत्र के राजा दरवाजा के झोला व्यवसाई की हत्या का बदला लेने के लिए कोतवाली थाना क्षेत्र के गोला दीनानाथ निवासी शुभम केशरी व उसके मित्र रवि पांडेय की हत्या की गई है। पुलिस चार संदिग्ध आरोपितों को हिरासत में लेकर मामले का पर्दाफाश के करीब पहुंच गई है। जल्द ही पुलिस पूरे घटनाक्रम का पर्दाफाश कर देगी।

पुलिस के अनुसार 28 अगस्त 2017 में चौक थाना क्षेत्र के राजा दरवाजा निवासी मोहन निगम की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी, जिसमें शुभम केशरी नामजद आरोपित था।  जिसे पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। मई माह में पैरोल पर शुभम की जेल से छूटने के बाद झोला व्यवसाई की हत्या का बदला लेने के लिए उसकी हत्या का प्लान बनाया जाना शुरू हो गया। 22 दिसंबर को रवि पांडेय भी शुभम के साथ बाइक से घूम रहा था, जिसे आरोपितों ने उठा लिया और एक कमरे में ले जा कर उसे रस्सी से बांध कर रखे रहे। 23 दिसंबर को आरोपितों ने शुभम केशरी व रवि पांडेय की हत्या कर दिए और शव को ठिकाने लगाने के लिए अहरौरा के वाराणसी -शक्तिनगर मुख्य मार्ग पर स्थित छातो घाटी इलाका उन्हें महफूज लगा। 23 दिसंबर की रात एक गाड़ी से आरोपितों ने दोनों शव को घाटी के छातों गांव के पास स्थित खाई में लाकर ठिकाने लगा दिया। घटना के 25 दिन बाद दो शव बरामद होते ही पुलिस महकमे में हड़कंप मचना शुरू हो गया। 

शनिवार को दैनिक जागरण अखबार को पढ़कर दोनों मृतक के स्वजन अहरौरा थाने पहुंचे और शव की शिनाख्त किए। इस दौरान एक शव की पहचान रवि पांडे और दूसरे शव की पहचान शुभम केशरी के रूप में हुई। दोनों शव की पहचान होते ही पुलिस मामले का पर्दाफाश करने के करीब पहुंचने लगी। सर्विलांस के आधार पर पुलिस को काफी सुराग मिल गए। पुलिस का शक यकीन में बदलना शुरू हो गया। आखिर दोनों की हत्या क्यों हुई। रविवार को पुलिस ने संदिग्ध चारो आरोपितों को हिरासत में ले लिया और उनसे पूछताछ कर रही है।

पांच जनवरी को शव के ऊपर छिड़का एसिड 

रवि पांडेय और शुभम केशरी के शव को ठिकाने लगाने के बाद एक पखवारा का समय बीत जाने के बाद भी किसी को कुछ पता नहीं चला तो आरोपितों ने शव की पहचान छिपाने का मन बनाया और सोचा कि एसिड डालने पर शव गल जाएगा और उसकी शिनाख्त नहीं हो पाएगी। इससे किसी को यह भी पता नहीं चल पाएगा कि रवि पांडेय और शुभम केशरी की हत्या हो गई है। एसिड डालने के बाद शव का अधिकांश हिस्सा तो जलकर नष्ट हो गया था, लेकिन जिस स्थान पर दोनों ने गुदना गुदाया था वह नष्ट नहीं हो पाया और उनकी पहचान आसानी से हो गई। शुक्रवार को लघुशंका करने के लिए रूके राजकुमार द्वारा शव को पहली बार देखा गया और उसकी सूचना उसने पुलिस को दी, जिसके बाद पुलिस ने उससे तहरीर लेकर हत्या और शव की पहचान छिपाने का मुकदमा दर्ज कर लिया था।

आरोपितों की निशानदेही पर पुलिस ने बरामद किया हेलमेट व रस्सी

संदिग्ध आरोपितों की निशानदेही पर पुलिस ने अहरौरा के घाटियों में हत्या के बाद शव फेंकने के बाद शुभम केशरी का हेलमेट व रस्सी को अहरौरा थाना क्षेत्र से बरामद किया है। पुलिस अन्य प्रयुक्त सामग्री की बरामदगी में जुटी हुई है। पूरे साक्ष्य संकलन के बाद जल्द ही पुलिस पूरे मामले का पर्दाफाश करेगी। रविवार को कोतवाली पुलिस अहरौरा थाने में रखा हुआ मेज व तोशक भी अपने साथ ले गई।

शक नहीं हो इसके लिए साथ में लिया था मेज व तोशक 

जिस गाड़ी से रवि पांडेय और शुभम केशरी की हत्या के बाद शव को ठिकाने लगाने के लिए आरोपित निकले हुए थे, उसी गाड़ी में एक मेज तोशक व चादर इसलिए रख लिए थे कि किसी को कोई शक नहीं हो कि गाड़ी में हत्या के बाद शव को ठिकाने लगाने के लिए ले जाया जा रहा है। हालांकि घटनास्थल बनारस से पचास किलोमीटर दूर तक आरोपित आसानी से अपने लक्ष्य तक पहुंचने में सफल हो गए। सही समालत शव को ठिकाने लगा दिया गया।

कोतवाली थाने में हुआ मुकदमा ट्रांसफर 

अहरौरा के छातों गांव में मिले रवि पांडे व शुभम केशरी के शव मिलने के बाद क्षेत्र के लतीफपुर निवासी राजकुमार द्वारा अज्ञात के खिलाफ हत्या व शव की पहचान छिपाने का मुकदमा दर्ज किया गया था। इसे पुलिस अधीक्षक अजय कुमार ङ्क्षसह के निर्देश पर वाराणसी के कोतवाली थाने में ट्रांसफर कर दिया गया है। जहां जल्द ही कोतवाली पुलिस पूरे मामले से पर्दा उठाएगी। 

पोस्टमार्टम रिपोर्ट में गला घोटने से हुई थी दोनों की मौत

रविवार की देर शाम पोस्टमार्टम रिपोर्ट में शव की स्थिति सामान्य नहीं होने के चलते स्थिति पूर्ण रूप से स्पष्ट नहीं हो पाई है। अंत्यपरीक्षण कर रहे चिकित्सको ने प्रथम दृष्टया गला दबाने से हुई रवि पांडे और शुभम केशरी की मौत होने को इंगित किए हैं। हालांकि बिसरा जांच के बाद पूरी स्थित क्लियर हो जाएगी। दोनोंं शवों में गमछे से गला दबाने का उल्लेख किया गया है। जिससे यह माना जा रहा है कि गला दबाने से दोनों की मौत हुई होगी।

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