वाराणसी में लहरतारा के यूनियन बैंक में पैसा जमा करने के नाम पर बीस हजार की उचक्कागीरी

पुलिस इस मामले की जांच में जुट गई है। पूर्व में भी क्षेत्र में उचक्‍कों के सक्रिय रहने के मामले सामने आते रहे हैं। ऐसे में बैंक के भीतर से उचक्‍कों की कारस्‍तानी सामने आने के बाद पुलिस के लिए भी काफी चुनौती सामने आ गई है।

By Abhishek SharmaEdited By: Publish:Sat, 25 Sep 2021 04:10 PM (IST) Updated:Sat, 25 Sep 2021 04:10 PM (IST)
वाराणसी में लहरतारा के यूनियन बैंक में पैसा जमा करने के नाम पर बीस हजार की उचक्कागीरी
उचक्‍कों की कारस्‍तानी सामने आने के बाद पुलिस के लिए भी काफी चुनौती सामने आ गई है।

वाराणसी, जागरण संवाददाता। लहरतारा, बौलिया स्थित यूनियन बैंक में पैसा जमा कराने के नाम किशोर और उसकी मां से 20 हजार रुपये का उच्चक्कागिरी करने का मामला शनिवार को मंडुआडीह थाने पर पीड़ित द्वारा लिखित शिकायत दर्ज करने के बाद प्रकाश में आया है। पुलिस मामले की जांच में जुट गई है। पूर्व में भी क्षेत्र में उचक्‍कों के सक्रिय रहने के मामले सामने आते रहे हैं। ऐसे में बैंक के भीतर से उचक्‍कों की कारस्‍तानी सामने आने के बाद पुलिस के लिए भी काफी चुनौती सामने आ गई है।

जानकारी के मुताबिक, रेनू देवी अपने बेटे शिवम के साथ शुक्रवार को बैंक पैसा जमा करने गई हुई थी। शिवम ने पहले मशीन से पैसा जमा करने का प्रयास किया। सर्वर खराब होने के कारण पैसा नहीं जमा हो सका। जिसके बाद मां बेटे बैंक के अंदर पैसा जमा करने पहुंचे। जहां पर पैसा जमा करने की प्रक्रिया के पूर्व ही बैंक में दो युवक मौजूद थे, जिसमें से एक शिवम के पास पहुंचा और खुद को बैंक कर्मचारी बताते हुए पैसा जमा करने की बात करने लगा। उचक्‍कों के झांसे में आकर किशोर में 20 हजार नकद उन्हें दे दिया और वहां से चला गया। शाम तक जब पैसा जमा होने का मैसेज मोबाइल पर नहीं आया तब उन्हें शक हुआ।

रेनू के पति विनय बैंक पहुंचकर इसकी जानकारी मैनेजर को दी और 112 पर सूचित किया। फिर उन्होंने थाने को सूचित किया। पहुंची पुलिस ने सीसीटीवी खंगाले जिसमें एक युवक किशोर शिवम से बात करते और पैसा लेकर बाहर जाता दिखाई दे रहा है। सारा घटनाक्रम सीसीटीवी फुटेज में कैद हो गया है। पुलिस मामले की जांच में जुट गई। इस बाबत विनय का आरोप है कि, दोनों युवक काफी समय तक बैंक में मौजूद थे और बैंक के चारों तरफ घूम रहे था। तैनात सिक्युरिटी गार्ड और बैंक कर्मियों ने इसपर ध्यान दिया होता तो ऐसा नहीं होता।

chat bot
आपका साथी