मऊ में जाम के झाम से घंटों कराहती रहीं शहर की सड़कें, दोपहर तक फंसे रहे सैकड़ों वाहन
वैश्विक महामारी से बचने के लिए दो दिनों की साप्ताहिक बंदी के बाद सोमवार को जैसे ही शहर बाजार और कार्यालय खुले सड़कों पर जाम लगने का सिलसिला शुरू हो गया। कुछ ही घंटे में शहर की अधिकांश सड़कें बसों कारों व बाइकों के बोझ तले दब गईं।
मऊ, जेएनएन। वैश्विक महामारी से बचने के लिए दो दिनों की साप्ताहिक बंदी के बाद सोमवार को जैसे ही शहर बाजार और कार्यालय खुले सड़कों पर जाम लगने का सिलसिला शुरू हो गया। कुछ ही घंटे में शहर की अधिकांश सड़कें बसों, कारों व बाइकों के बोझ तले दब गईं। गाजीपुर तिराहा से सहादतपुरा स्थित आजमगढ़ मोड़ एवं मुंशीपुरा तक पैदल निकलना भी लोगों का दुश्वार हो गया। सामान्य वाहनों के साथ-साथ कई एंबुलेंस भी मरीजों को लेकर जाम में फंसे रहे। यातयात व्यवस्था को सामान्य करने में पुलिस के जवानों को घंटों मशक्कत करनी पड़ी।
रोडवेज, रेलवे स्टेशन व अधिकांश शापिंग कांपलेक्सों के सहादतपुरा में ही होने से भीड़ का सबसे अधिक दबाव इसी इलाके में देखा गया। वाहनों की कतार टूटने का नाम नहीं ले रही थी। सुबह 10 बजे के बाद दिन में कई बार आजमगढ़ मोड़ से गाजीपुर तिराहा तक वाहन रुक-रुक कर चले। उधर, सदर चौक व मिर्जाहादीपुरा बाजार में भी कई बार जाम लगा। इस बीच तीखी धूप व उमस होने के चलते बसों, कारों एवं आटो में बैठे लोग बेचैन हो जा रहे थे। दोपहर आते-आते बाजार में बड़ी संख्या में वाहनों के आने से लगे जाम की वजह से लोगों को पैदल चलने में भी काफी दिक्कत का सामना करना पड़ा।
यही नहीं, शहर में प्रवेश के कई रास्तों पर जाम की स्थिति बनी। बलिया मोड़ से भीटी ओवरब्रिज तक लोगों को पहुंचने में आधे-आधे घंटे का समय लगा। टीएसआइ संतोष कुमार ने बताया कि मांगलिक आयोजनों का समय होने के चलते सोमवार के दिन ज्यादा भीड़ हो जा रही है। हर चौराहे पर यातयात पुलिस की व्यवस्था है, लेकिन सड़कों पर अतिक्रमण से भी दिक्कत आ रही है।