जौनपुर में चिकित्सक दंपती ने बिजली विभाग पर किया 93 लाख के मान-हानि का दावा

जौनपुर के शाहगंज के नई आबादी मोहल्ला निवासी नर्सिंग होम संचालक चिकित्सक दंपती ने विद्युत विभाग व अधिशासी अभियंता पर उपभोक्ता फोरम में 93 लाख के मान हानि का दावा किया है। विभाग की कार्यशैली से परेशान दंपति ने अंत में न्याय के लिए उपभोक्ता फोरम का दरवाजा खटखटाया है।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Tue, 27 Oct 2020 06:52 PM (IST) Updated:Tue, 27 Oct 2020 06:52 PM (IST)
जौनपुर में चिकित्सक दंपती ने बिजली विभाग पर किया 93 लाख के मान-हानि का दावा
जोनपुर के चिकित्सक दंपती ने उपभोक्ता फोरम में 93 लाख के मान हानि का दावा किया है।

जौनपुर, जेएनएन। शाहगंज नगर के नई आबादी मोहल्ला निवासी नर्सिंग होम संचालक चिकित्सक दंपती ने विद्युत विभाग व अधिशासी अभियंता के खिलाफ उपभोक्ता फोरम में 93 लाख के मान हानि का दावा किया है। दंपती का आरोप है कि अधिशासी अभियंता के नेतृत्व में टीम ने उनके नर्सिंग होम के कनेक्शन पर न सिर्फ मनमाना लोड बढ़ाया, बल्कि उन्हें आठ लाख जुर्माना की नोटिस भी थमा दी। तुरंत जुर्माना जमा न करने की स्थिति में 11 दिनों तक उनकी लाइट काट दी गई। विभाग के इस कृत्य से पीडि़त को न सिर्फ मानसिक व व्यवसायिक क्षति हुई बल्कि उसकी सामाजिक प्रतिष्ठा भी धूमिल हुई।

सुल्तानपुर रोड पर डा. सरर्फुद्दीन आजमी व उनकी पत्नी डा. जहांआरा शेख का नर्सिंग होम है। आरोप है कि गत 21 अगस्त को बिजली विभाग की टीम अधिशासी अभियंता बिजली शाहगंज राम नरेश के नेतृत्व में उनके अस्पताल पर पहुंची।  टीम ने मनमाने ढंग से उनके दो कनेक्शनों का लोड बढ़ाकर आठ लाख के जुर्माना की नोटिस थमा दी। इतना ही नहीं तुरंत जुर्माना जमा करने का दबाव भी बनाया। पीडि़त ने जब असमर्थता जताई तो 11 दिनों तक उसके अस्पताल की लाइट काट दी गई। पीडि़त ने जब विभाग की इस कार्रवाई पर लिखित आपत्ति दाखिल की तो पहले उससे 50 हजार रुपये की रिश्वत मांगी गई। विभाग की  कार्यशैली से परेशान चिकित्सक दंपति ने अंत मे थक-हारकर न्याय के लिए उपभोक्ता फोरम का दरवाजा खटखटाया है।

बोले अभियंता

बकाया की कुछ रकम नगदी व शेष के लिए दो चेक दिया गया तो कनेक्शन जोड़ दिया गया

काफी समय से अस्पताल ओवरलोड चल रहा था। चेक कर लोड बढ़ाया गया। बकाया की कुछ रकम नगदी व शेष के लिए दो चेक दिया गया तो कनेक्शन जोड़ दिया गया। रिश्वत मांगने का आरोप निराधार है।

-राम नरेश, अधिशासी अभियंता।

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