जौनपुर जिला पंचायत में प्रत्याशी ही नहीं वोट देने में भी आधी आबादी बीस साबित हुई
कमोवेश सभी बूथों पर उत्साहित महिलाओं की कतार पुरुषों से लंबी नजर आई। महिलाओं की बढ़ती भागीदारी लोकतांत्रिक व्यवस्था के लिए शुभ संकेत है। जिले की प्रथम नागरिक के रूप जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी यहां महिला के लिए आरक्षित है।
जौनपुर, जेएनएन। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में गुरुवार को जिले में हुए मतदान में भी उत्साहित आधी आबादी पुरुषों की तुलना में बीस छूटी। प्रत्याशी के रूप में भाग्य आजमाने में पुरुषों की अपेक्षा महिलाओं में ज्यादा उत्साह दिखा। कभी घर की चौखट में घूंघट की आड़ में रहने वाली महिलाएं नारी सशक्तीकरण के इस युग में अब न केवल पुरुषों के आधिपत्य को चुनौती दे रही हैं, बल्कि प्रतिनिधित्व के मामले में बीस छूटती भी नजर आ रही हैं। पंचायत के सभी पदों जिला पंचायत सदस्य, प्रधान, क्षेत्र पंचायत सदस्य, ग्राम पंचायत सदस्य पद पर पुरुषों से अधिक महिलाएं चुनाव लड़ रही हैं। इसका असर मतदान के दौरान भी दिखाई पड़ा।
कमोवेश सभी बूथों पर उत्साहित महिलाओं की कतार पुरुषों से लंबी नजर आई। महिलाओं की बढ़ती भागीदारी लोकतांत्रिक व्यवस्था के लिए शुभ संकेत है। जिले की प्रथम नागरिक के रूप जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी यहां महिला के लिए आरक्षित है। ऐसे में कई वार्डों में दिलचस्प मुकाबला दिखा। कई सियासी घरानों की महिलाएं मैदान में तो कुछ अन्य रसूखदार भी अपनों को जिताने में भागदौड़ करते नजर आए। जिले के कुल 83 वार्डों में भाजपा ने 42 महिला प्रत्याशियों को अपना अधिकृत प्रत्याशी बनाकर मुकाबला रोमांचक बना दिया है। मिनी विधानसभा मानें जा रहे इस चुनाव में सपा-बसपा, अपना दल व कांग्रेस के भी सियासी सूरमा मतदान में जीत हार को लेकर गुणा-गणित करते दिखे।
महिलाओं की भागीदारी एक नजर में
पद कुल प्रत्याशी महिला प्रत्याशी
ग्रापं सदस्य 3811 2011
क्षेपं सदस्य 9669 5000
ग्राम प्रधान 12052 7338