कोरोना काल में उद्योग को दे रहे रफ्तार, हेल्प डेस्क के सहयोग से कामगारों को रोजी-रोटी के लिए ज्यादा भटकना नहीं पड़ रहा

इस बार कोरोना की रफ्तार काफी तेज है लेकिन उद्योग की गति धीमी नहीं पड़ रही। रामनगर औद्योगिक क्षेत्र की फैक्ट्रियों में लगातार काम हो रहा है। हालांकि संक्रमण को लेकर विशेष सतर्कता बरती जा रही है। उद्यम प्रोत्साहन केंद्र के अधिकारी-कर्मचारी फैक्ट्रियों की पड़ताल कर रहे हैं।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Tue, 04 May 2021 03:41 PM (IST) Updated:Tue, 04 May 2021 03:41 PM (IST)
कोरोना काल में उद्योग को दे रहे रफ्तार, हेल्प डेस्क के सहयोग से कामगारों को रोजी-रोटी के लिए ज्यादा भटकना नहीं पड़ रहा
कोविड प्रोटोकाल के पालन के साथ फैक्ट्रियों में कामकाज चल रहा है

चंदौली, जेएनएन। इस बार कोरोना की रफ्तार काफी तेज है लेकिन उद्योग की गति धीमी नहीं पड़ रही। रामनगर औद्योगिक क्षेत्र की फैक्ट्रियों में लगातार काम हो रहा है। हालांकि संक्रमण को लेकर विशेष सतर्कता बरती जा रही है। उद्यम प्रोत्साहन केंद्र के अधिकारी-कर्मचारी फैक्ट्रियों की पड़ताल कर रहे हैं।

सभी फैक्ट्रियों में हेल्प डेस्क बनाकर नियमित कामगारों के सेहत की जांच की जा रही है। वहीं समय-समय पर सैनिटाइजेशन समेत बचाव के अन्य उपाय किए जा रहे हैं। ताकि कोई भी कामगार संक्रमित न होने पाए। उद्यमियों के अनुसार फिलहाल माल का निर्यात और उत्पादन भले कम हुआ है, फिर भी पिछले साल जैसी स्थिति नहीं है। शासन की रियायत से काफी राहत मिल रही है। कामगारों को भी रोजगार मिल रहा है।

रामनगर औद्योगिक क्षेत्र में लगभग 250 छोटी-बड़ी फैक्ट्रियां हैं। पिछले साल कोरोना संकट गहराया तो फैक्ट्रियों में ताला लग गया था। इससे उद्यमियों को तो घाटा हुआ ही, गरीब कामगारों के लिए भी रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया था। इससे अर्थव्यवस्था को काफी क्षति पहुंची थी। कोरोना की दूसरी लहर काफी खतरनाक साबित हो रही है। हालांकि इस बार उद्योग जगत की रफ्तार पर ब्रेक नहीं लगी है।

सरकार ने कोविड प्रोटोकाल का पालन करते हुए फैक्ट्रियों में कामकाज जारी रखने के निर्देश दिए हैं। इससे काफी राहत मिली है। सभी कल-कारखानों में हेल्प डेस्क बनाकर कामगारों के स्वास्थ्य की जांच की जा रही है। यहां सुबह के वक्त काम करने के लिए पहुंचने वाले कामगारों के शरीर का तामपान मापने के साथ ही आक्सीजन लेबल की भी जांच की जाती है। वहीं समय-समय पर परिसर का सैनिटाइजेशन भी कराया जाता है। कोरोना के चलते धंधे पर असर तो पड़ा है लेकिन पिछले साल जैसे हालात नहीं हैं।

कोविड प्रोटोकाल के पालन के साथ फैक्ट्रियों में कामकाज चल रहा है

कोविड प्रोटोकाल के पालन के साथ फैक्ट्रियों में कामकाज चल रहा है। फैक्ट्रियों में हेल्प डेस्क बनाए गए हैं। समय-समय पर इसकी पड़ताल की जाती है। उद्यम प्रोत्साहन विभाग उद्योग को बढ़ावा देने के लिए तत्पर है।

-गौरव मिश्रा, उपायुक्त, उद्योग

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