चंदौली में चार फीट का समझौता कर चालीस फीट तक निकाल रहे मिट्टी, भू माफिया किसानों को देते हैं धमकी

चंदौली में अवैध रूप से मिट्टी खनन कर किसानों की कमर ही तोड़ दे रहे हैं। शिकायत के बाद भी इन पर कोई कार्रवाई न होने से किसान बेबश हो गए हैं। माफिया चार फीट का समझौता कर चालीस फीट तक मिट्टी निकाल ले रहे।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Tue, 11 May 2021 04:38 PM (IST) Updated:Tue, 11 May 2021 04:38 PM (IST)
चंदौली में चार फीट का समझौता कर चालीस फीट तक निकाल रहे मिट्टी, भू माफिया किसानों को देते हैं धमकी
अवैध रूप से मिट्टी खनन कर किसानों की कमर ही तोड़ दे रहे हैं।

चंदौली, जेएनएन। पड़ाव  क्षेत्र में खनन माफियाओं का बोलबाला है। अवैध रूप से मिट्टी खनन कर किसानों की कमर ही तोड़ दे रहे हैं। शिकायत के बाद भी इन पर कोई कार्रवाई न होने से किसान बेबश हो गए हैं। माफिया चार फीट का समझौता कर चालीस फीट तक मिट्टी निकाल ले रहे। विरोध करने पर उन्हें धमकी भी देते हैं। डर यह सताने लगा है कि बारिश का पानी भरने से गड्ढे जानलेवा होंगे। किसानों का आरोप है कि विभाग सो रहा है और ऐसे लोगों का धंधा फल फूल रहा है।

मिट्टी खनन से उपजाऊ खेत चौपट हो रहे हैं। आरोप है कि इस कृत्य में प्रभावशाली लोग और पुलिस का गठजोड़ हावी है। प्रशासन का अभियान केवल कागजों में चल रहा है। किसान अपने ऊबड़-खाबड़ खेतों को समतल करा रहा है। कुछ स्थानों पर भीटा हटाने के लिए तीन से चार फीट मिट्टी बेच रहे हैं। इस समझौते के बाद खनन माफी समझौते से इतर तीन से चालीस फीट मिट्टी निकाल ले रहे हैं। एक जेसीबी के पीछे 12 से 14 ट्रैक्टर-ट्राली मिट्टी ढोने के लिए लगाई गई हैं। रात में सात घंटे मिट्टी खनन होने से एक जेसीबी से 70-80 ट्राली मिट्टी निकाली जा रही।

एसडीएम से कर चुके शिकायत

किसानों का कहना है कि जरूरत से ज्यादा मिट्टी निकालने से खेत की उर्वरा शक्ति खत्म हो गई है। जगह-जगह गड्ढों की वजह से वह खेती नहीं कर पा रहे हैं। एसडीएम से शिकायत के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हो रही है।

अवैध खनन पर विभाग व पुलिस प्रशासन ताबड़तोड़ कार्रवाई कर रहा है

अवैध खनन पर विभाग व पुलिस प्रशासन ताबड़तोड़ कार्रवाई कर रहा है। पड़ाव क्षेत्र में दो टीमें लगाई गई हैं। वे बराबर निगरानी कर रही। मिट्टी लदे ट्रैक्टर को देखते ही कार्रवाई की जाएगी। किसान स्वयं भी विभाग में शिकायत कर सकते हैं।

- अरविंद यादव, जिला खनन अधिकारी

chat bot
आपका साथी