आजमगढ़ में दो दोस्तों ने एक साथ जहर खाकर दे दी जान, परिवार वालों को पसंद नहीं था दोनों का मिलना
ये दोस्ती हम नहीं तोड़ेंगे...। कुछ इसी तर्ज पर दो दोस्तों ने एक साथ जहर खाकर जान दे दी। घटना जीयनपुर कोतवाली क्षेत्र के धौराहरा गांव की है। दो युवाओं की मौत से पूरा गांव अवाक रह गया लेकिन कारण बताने की स्थिति में कोई नहीं दिख रहा था।
जागरण संवाददाता, आजमगढ़। ये दोस्ती हम नहीं तोड़ेंगे...। कुछ इसी तर्ज पर दो दोस्तों ने एक साथ जहर खाकर जान दे दी। घटना जीयनपुर कोतवाली क्षेत्र के धौराहरा गांव की है।दो युवाओं की मौत से पूरा गांव अवाक रह गया।घटना का कारण दोस्ती तोड़ने का दबाव बताया जा रहा है।घटना के बाद दोनों की दोस्ती की चर्चा होती रही। गांव का अनस खान (19) पुत्र परवेज अहमद धौरहरा गांव स्थित ननिहाल में रहने वाले भवापुर बनकट निवासी अपने दोस्त लारेब (18) पुत्र शेर मोहम्मद के साथ घर के बाहर बगीचे में बैठा था।अनस के परिवार को यह दोस्ती अच्छी नहीं लगती थी।कारण कि लारेब पढ़ाई छोड़ दिया था और अनस मौलाना आजाद इंटर कालेज में 11वीं का छात्र था और पढ़ने में अच्छा था। बगीचे में दोनों के बीच क्या बात हुई, यह तो किसी को नहीं मालूम लेकिन दोनों ने जहर खा लिया और अपने-अपने घर चले गए।अनस खान घर पर भोजन कर रहा था कि उसी समय मित्र लारेब ने फोन करके बताया कि उसे उल्टी हो रही है। भोजन छोड़कर अनस उसके पास भागा हुआ गया और परिवार वालों को बताया कि हम दोनों ने एक साथ जहर खा लिया है। यह सुन आनन-फानन दोनों के स्वजन ने जिला मुख्यालय स्थित वेदांता हास्पिटल में भर्ती कराया, जहां इलाज के दौरान रात 12 बजे अनस खान की मौत हो गई, जबकि लारेब वेंटिलेटर पर जीवन-मौत के बीच संघर्ष कर रहा था।शुक्रवार की सुबह 11 बजे उसने भी दम तोड़ दिया।अभी अनस की मौत के बाद लोग मातम में डूबे थे कि लारेब की मौत की खबर आते ही पूरा गांव रो पड़ा।अनस खान आठ भाइयों में चौथे नंबर पर था। लारेब के माता-पिता की मौत हो चुकी थी। उसके बाद से वह ननिहाल में रहता था।
जेल में निरुद्ध सौ साल के बंदी की मौत
आजमगढ़ जिला जेल में निरुद्ध सौ वर्षीय राजदेव यादव की गुरुवार की रात मौत हो गई। दोहरीघाट (मऊ) कोतवाली क्षेत्र के बरथापुर गांव निवासी राजदेव के खिलाफ जिले के जीयनपुर कोतवाली में 18 नवंबर को धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया गया था।उसी मामले में जेल में निरुद्ध थे। गुरुवार की रात में तबीयत खराब हुई, तो इलाज के लिए मंडलीय जिला अस्पताल लाया जा रहा था, जहां पहुंचने पर चिकित्सक ने मृत घोषित कर दिया।