आजमगढ़ में चिकित्‍सक संग एंबुलेंस चालक शारदा सहायक नहर में गिरा, लोगों के सहयोग से बचाया गया

डॉ. अभिषेक सिंह और चालक राजेश कुमार एम्बुलेंस 108 से जिला अस्‍‍‍‍‍‍पताल गए थे। वापस लौटते समय शारदा सहायक खण्ड- 23 ठेकमा राजवाहा के मुख्य मार्ग पर बीती रात करीब 9.30 बजे नील गाय को बचाने में बिजली पोल से टकराते हुए माइनर में जा गिरी

By Abhishek sharmaEdited By: Publish:Tue, 19 Jan 2021 12:10 PM (IST) Updated:Tue, 19 Jan 2021 12:10 PM (IST)
आजमगढ़ में चिकित्‍सक संग एंबुलेंस चालक शारदा सहायक नहर में गिरा, लोगों के सहयोग से बचाया गया
राहगीरों ने माइनर से ठीक सटे खुटवा चक खुटवा के ग्रामीणों के सहयोग से दोनों लोगों को बचाया गया।

आजमगढ़, जेएनएन। मेहनगर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से सोमवार को एक मरीज को लेकर डॉ. अभिषेक सिंह और चालक राजेश कुमार एम्बुलेंस 108 से जिला अस्‍‍‍‍‍‍पताल गए थे। वापस लौटते समय शारदा सहायक खण्ड- 23 ठेकमा राजवाहा के मुख्य मार्ग पर बीती रात करीब 9.30 बजे नील गाय को बचाने में बिजली पोल से टकराते हुए माइनर में जा गिरी। इस दौरान रास्ते से कुछ लोग गुजर रहे थे तो देखा कि वाहन नहर में है और चालक जान बचाने के लिए गुहार लगा रहा था। वहींं राहगीरों ने माइनर के पास रहने वाले ग्रामीणों को आवाज दी। आवाज पर रात में ही दर्जन भर लोग आए और कड़ाके की ठंड के बावजूद माइनर में घुसकर चालक को किसी तरह बाहर निकाला रात में घटना स्थल को देखने के लिए लोगों की भारी भीड़ जमा हो गई।

सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के एम्बुलेंस 108  पर तैनात डॉ. अभिषेक सिंह को स्थानीय तहसील क्षेत्र के ग्राम डीहा निवासी सन्तोष कुमार ने 108 पर अपने बीमार होने की सूचना दी। सूचना मिलते ही डॉ. अभिषेक सिंह एम्बुलेंस 108 के पायलट राजेश यादव पुत्र लालता यादव निवासी दौलताबाद, थाना जहानागंज के साथ एम्बुलेंस से डीहा पहुंंचे। जहांं मरीज सन्तोष की हालत ठीक न होने की दशा में पीजीआइ चक्रपाणिपुर ले गए। जहांं अस्पताल में एडमिट कर वापस लौट रहे थे कि शारदा सहायक खण्ड- 23 ठेकमा राजवाहा के मुख्य मार्ग पर बीती रात करीब 9.30 बजे नील गाय को बचाने में बिजली पोल से टकराते हुए माइनर में जा घुसा।

इस दौरान रास्ते से कुछ लोग गुजर रहे थे तो देखा कि चालक की आवाज आ रही है। राहगीरों ने माइनर से ठीक सटे खुटवा चक खुटवा के ग्रामीणों को आवाज दी तो आवाज पर दर्जनों लोग आए औऱ कड़ाके की ठंड के बावजूद माइनर घुसकर डॉक्टर और चालक को किसी तरह बाहर निकाला। रात्रि में वहां से गुजर रही जेसीबी मशीन से एम्बुलेंस को खड़ा किया गया। वहीं हादसे बाद दूसरे दिन मंगलवार की सुबह चिकित्सा विभाग एम्बुलेंस को बाहर निकालने के जुगत में लगी रही।

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