कोरोना वायरस संक्रमण के कारण एक महीने के अंदर पूर्वोत्तर रेलवे वाराणसी मंडल के 30 रेलकर्मियों ने गंवाई जान
कोरोना वायरस का कहर सबसे ज्यादा रेलकर्मियों पर बरपा। अकेले पूर्वोत्तर रेलवे वाराणसी मंडल में गत आठ अप्रैल से लेकर दो मई तक 30 कर्मचारियों की मौत हो गई। सिर्फ एक मंडल में कर्मचारियों की मौत का यह आंकड़ा पूरे भारतीय रेलवे में काफी ज्यादा है।
वाराणसी, जेएनएन। कोरोना वायरस का कहर सबसे ज्यादा रेलकर्मियों पर बरपा। अकेले पूर्वोत्तर रेलवे वाराणसी मंडल में गत आठ अप्रैल से लेकर दो मई तक 30 कर्मचारियों की मौत हो गई। सिर्फ एक मंडल में कर्मचारियों की मौत का यह आंकड़ा पूरे भारतीय रेलवे में काफी ज्यादा है। इसके बावजूद प्रशासनिक अधिकारियों की तन्द्रा नहीं खुली। बिना पब्लिक डीलिंग वाले दफ्तर भी खुले हुए हैं। हालांकि 40 फीसदी ड्यूटी रोस्टर के अनुसार रेलकर्मियों से काम लिया जा रहा। फिर भी वर्तमान परिप्रेक्ष्य में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के आगे यह सहूलियत भी नाकाफी है।
पूर्वोत्तर रेलवे वाराणसी मंडल में मृतकों के आंकड़े पर गौर करें तो आठ अप्रैल से लेकर दो मई तक विभिन्न स्टेशनों पर कार्यरत 30 कर्मचारियों की मौत हो गई। इनमें रेलवे गार्ड, ट्रैक मेंटर, डीजल खलासी, डीजल मैकेनिक, चौकीदार, तकनीशियन,ईएसएम, गेटमैन, सफाई वाला, कांटावाला, स्टेशन अधीक्षक व स्टेशन मास्टर शामिल है।