सुखी रहना है तो आवश्यकता को आकांक्षा में न बदलने दें, वाराणसी में बोले जैन मुनि आचार्य प्रमाण सागर

जीवन में हमेशा सुखी रहना चाहते हैं तो कभी भी आवश्यकता को आकांक्षा में परिवर्तित न होने दें। यह कहना है श्री 108 दिगंबर जैन मुनिआचार्य प्रमाण सागर का। वह श्री दिगंबर जैन समाज काशी के तत्वावधान में धर्म सभा में आए भक्तों को धर्मोपदेश दे रहे थे।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Tue, 02 Mar 2021 08:09 PM (IST) Updated:Tue, 02 Mar 2021 09:18 PM (IST)
सुखी रहना है तो आवश्यकता को आकांक्षा में न बदलने दें, वाराणसी में बोले जैन मुनि आचार्य प्रमाण सागर
जैन धर्म सभा में देश भर से आए भक्तों को धर्मोपदेश का आयोजन।

वाराणसी, जेएनएन। जो व्यक्ति धर्म से अनुबंधित होकर कार्य करते हैं, उन्हेंं सफलता निश्चित मिलती है। भगवान के चरणों में जाना चाहते हो तो पुजारी बन कर जाओ, भिखारी बन कर नहीं। जीवन में हमेशा सुखी रहना चाहते हैं तो कभी भी आवश्यकता को आकांक्षा में परिवर्तित न होने दें। यह कहना है दिगंबर जैन मुनि श्री 108 आचार्य प्रमाण सागर का। वह श्री दिगंबर जैन समाज काशी के तत्वावधान में भगवान पार्श्वनाथ जी की जन्मभूमि में मंगलवार की सुबह आयोजित धर्म सभा में देश भर से आए भक्तों को धर्मोपदेश दे रहे थे।

मुनिश्री अपने सैकड़ों शिष्यों के साथ पदयात्रा करते हुए यहां पहुंचे हैं। प्रदेश सरकार के राजकीय अतिथि मुनिश्री ने लोगों को सुखी जीवन के सूत्र बताए। कहा कि धन जीवन के लिए है, जीवन धन के लिए नहीं है। धन का संग्रह बुरा नहीं, उसे संग्रहित बनाए रखना बुरा है।

अनेक प्रांतों से आए भक्तों में सेठ सुभाष चंद्र, शुभम कटनी (संघपति) प्रेमचंद्र प्रेमी, रमेश चंद्र (सतना), मुकेश मोदी आदि ने मुनि के चरणों में  श्रीफल भेंट कर आशीर्वाद प्राप्त किया। संचालन ब्रह्मचारी विमल बाबा (गुड़ायतन) एवं डा. कमलेश शास्त्री ने किया। ब्रह्मचारी रुपेश, सारांश ने धाॢमक आयोजन कराए। पंडित फूलचंद प्रेमी, प्रो. अशोक जैन, प्रो.कमलेश जैन, पंडित आकाश जैन को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर दीपक जैन, राजेश जैन, सौरभ जैन, संजय जैन, अरुण जैन, विनोद जैन आदि थे।

भाव योग के अभिनव प्रयोग से की खुशहाली की कामना

 मुनि प्रमाण सागर एवं मुनि अरह सागर ने मंगल भावना एवं भावना योग में अभिनव प्रयोग कर यह बताया कि प्रवृत्ति से संस्कार कैसे बनता है। भावनाएं साकार कैसे होती हैं।

कोरोना दूर करने को विशेष शांतिधारा

मंगलवार की प्रात: मुनिश्री ने कोरोना महामारी दूर करने को विशेष शांति धारा करवाई। भविष्यवाणी किया कि भारत में कोरोना बहुत हल्का हो जाएगा और 2022 में पूर्णत: समाप्त होगा। साथ ही भारत की बहुत सी समस्याएं समाप्त होंगी। देश खुशहाली और उन्नति की ओर अग्रसर होगा।

भक्तों की समस्याओं-शंकाओं का किया निदान

सायंकालीन सत्र में देश भर के भक्तों को लाइव प्रसारण द्वारा एवं उपस्थित जनसमुदाय की कई समस्याओं, शंकाओं, प्रश्नों का त्वरित उत्तर प्रदान कर मुनिश्री ने उनकी जिज्ञासाओं को शांत किया।

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