उत्‍तर प्रदेश में बिजली के मीटर की रीडिंग गलत तरीके से हुई तो एजेंसी होगी ब्लैक लिस्ट

अब किसी विद्युत उपभाेक्ता का मीटर रीडिंग गलत तरीके किसी कर्मचारी किया तो उनपर कार्रवाई तो होगी ही उस एजेंसी को भी ब्लैक लिस्ट कर दिया जाएगा। यह फरमान प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जारी किया है।

By Abhishek SharmaEdited By: Publish:Sat, 16 Oct 2021 06:40 AM (IST) Updated:Sat, 16 Oct 2021 06:40 AM (IST)
उत्‍तर प्रदेश में बिजली के मीटर की रीडिंग गलत तरीके से हुई तो एजेंसी होगी ब्लैक लिस्ट
फरमान प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जारी किया है।

मीरजापुर [प्रशांत यादव]। अब किसी विद्युत उपभाेक्ता का मीटर रीडिंग गलत तरीके किसी कर्मचारी किया तो उनपर कार्रवाई तो होगी ही उस एजेंसी को भी ब्लैक लिस्ट कर दिया जाएगा। यह फरमान प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जारी किया है। मुख्यमंत्री ने दो दिन पूर्व वीडियो कांफ्रेसिंग के दौरान कहा कि मीटर रीडिंग करने वाली एजेंसी अपने कर्मचारी को सक्रियता और ईमानदारी का पाठ पढ़ाए, जिससे वे प्रत्येक उपभोक्त के घर जाकर मीटर की रीडिंग कर उन्हें सही बिजली का बिल मुहैया सकें। घर बैठे किसी ने मीटर रीडिंग कर उन्हें गलत बिल पहुंचाया और उसकी जांच होगी, उसमें दोषी मिलने पर वह कर्मचारी तो नपेगा ही उसी एजेंसी के खिलाफ भी कार्रवाई होगी।

जनपद से लेकर प्रदेशभर के विद्युत उपभोक्ताओं की शिकायत रहती हैं उनके मीटर में यूनिट से अधिक बिल आ रहा है। जबकि उनके यहां मीटर रीडर चेक करने आया ही नहीं। फिर इतना बिल कैसे आ रहा है। बार -बार शिकायत करने के बावजूद उनका बिल सुधारा नहीं जा रहा था। इसको देखते हुए उपभोक्ताओं ने केंद्रीय और राज्यमंत्री के पोर्टल पर इसकी शिकायत दर्ज कराना शुरू कर दिया। बावजूद इसके उनकी शिकायत को गंभीरता से नहीं लिया गया। इसके बाद उपभोक्ताओं ने मुख्यमंत्री के पोर्टल पर शिकायत करना शुरू कर दिया। तीन महीने के अंदर 50 से अधिक शिकायत पहुंचने पर मुख्यमंत्री ने इसे गंभीरता से लिया। उन्होंने प्रदेश के सभी विद्युत अधिकारियों को निर्देशित किया कि उनके यहां जिस एजेंसी ने मीटर रीडिंग का ठेका लिया है।

उनसे अच्छी तरह से रीडिंग कराएं। किसी उपभोक्ता की शिकायत आती हैं तो उसकी जांच कराए। उस क्षेत्र का कौन मीटर रीडर हैं उसको भी चिन्हित करें। किसी दूसरे मीटर रीडर और जेई को भेजकर उसके मीटर की रीडिंग कराए। गड़बड़ी को दूर कर उसको निर्धारित बिजली खर्च की बिल मुहैया कराए। इसके बाद कर्मचारी के साथ एजेंसी को सुधार लाने के लिए चेतावनी दे। ऐसा नहीं करने पर एजेंसी ब्लैक लिस्ट कर दें।

जनपद में पचास शिकायतें : विंध्याचल मंडल के जोन में छह लाख पांच हजार विद्युत उपभोकता है। ऐसे में इनके यहां प्रत्येक महीने जाकर मीटर रीडिंग करना कर्मचारियों के बस की बात नहीं है। उनको ऐसा करने के लिए सक्रिय होना पड़ेगा जो वे होते नहीं हैं। यही कारण हैं कि जोन में सौ से अधिक विद्युत उपभोक्ताओं ने विभाग मेंं शिकायत गलत तरीके से मीटर रीडिंग करने की शिकायत की है।

बोले अधिकारी : मीटर रीडिंग में आ रही गड़बड़ी की शिकायत को दूर करने के लिए जोन के तीनों जनपदों के अधिशासी अभियंता को लगाया गया है। जहां कही शिकायत आ रही उसको दूर किया जा रहा है। - राजीव शर्मा, मुख्य अभियंता विद्युत वितरण खंड विंध्याचल मंडल

chat bot
आपका साथी