दस बार प्रार्थना पत्र पर नहीं हुई सुनवाई तो कुर्ते के आगे-पीछे लिखकर वाराणसी का किसान पहुंचा अधिकारियों के पास

वाराणसी के तहसील राजातालाब पर जनसुनवाई के दौरान मंगलवार को कपसेठी के रहने वाले एक किसान अनोखे अंदाज में विरोध व्यक्त करने पहुंचे।किसान अशोक दुबे का आरोप है कि लगातार शिकायत के बाद भी सुनवाई नहीं हुई और लेखपाल ने मनमाने तरीके से रिपोर्ट लगा दिया।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Tue, 02 Mar 2021 02:30 PM (IST) Updated:Tue, 02 Mar 2021 02:30 PM (IST)
दस बार प्रार्थना पत्र पर नहीं हुई सुनवाई तो कुर्ते के आगे-पीछे लिखकर वाराणसी का किसान पहुंचा अधिकारियों के पास
वाराणसी के कपसेठी के रहने वाले एक किसान अनोखे अंदाज में विरोध व्यक्त करने पहुंचे।

वाराणसी, जेएनएन। तहसील राजातालाब पर जनसुनवाई के दौरान मंगलवार को कपसेठी के रहने वाले एक किसान अनोखे अंदाज में विरोध व्यक्त करने पहुंचे। किसान अशोक दुबे का आरोप है कि लगातार शिकायत के बाद भी सुनवाई नहीं हुई और लेखपाल ने मनमाने तरीके से रिपोर्ट लगा दिया। अशोक दुबे का कहना है कि जनसुनवाई के दौरान 10 बार प्रार्थना पत्र पर दिया लेकिन सुनवाई नहीं हुई तो अधिकारियों का ध्यान आकृष्ट कराने के लिए ये कदम उठाना पड़ा।किसान अशोक दुबे ने बताया कि बाबतपुर - भदोही फोरलेन निर्माण में किसानों का मुवावजा मिला नहीं और जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया की जा रही है।किसान का आरोप है कि लेखपाल ने मनमाने ढंग से रिपोर्ट लगा दिया था जब उच्च न्यायालय से जांच हुआ तो सही रिपोर्ट लगाने के बाद भी लेखपाल नहीं सुन रहा है।किसान ने लेखपाल द्वारा रिश्वत की मांगने का भी आरोप लगाया है।मामले की शिकायत मुख्यमंत्री तक की जा चुकी है।किसान का कहना है कि आखिर न्याय के लिए कहां जाएं।

जनसुनवाई के दौरान तहसील पहुंचे कुछ फरियादियों ने आरोप लगाया कि यहां के कर्मचारी मनमाने ढंग से तालाब का पट्टा कर दिए।न कोई विज्ञापन हुआ और न ही कोई प्रक्रिया की गई और तालाब का पट्टा कर दिया गया।विगत 23 फरवरी को राजातालाब तहसील पर एक व्यक्ति के विषाक्त पदार्थ खाने के का मामला काफी चर्चा में रहा।

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