सुरक्षित और असरदार चिकित्सा पद्धति है होम्योपैथी, बनारस के लोगों में इम्युनिटी को लेकर बढ़ी है जागरूकता

होम्योपैथी सरल सहज असरकारक दुष्प्रभावरहित एवं सुरक्षित चिकित्सा पद्धति है। होम्योपैथी प्रकृति के सिद्धांतों पर कार्य करती है। इसकी दवाएं अत्यंत सूक्ष्म मात्रा में दी जाती है। होम्योपैथी में मरीज के स्वयं के और उसके बीमारी के लक्षणों के आधार पर दवा का चयन किया जाता है।

By saurabh chakravartiEdited By: Publish:Wed, 02 Dec 2020 03:49 PM (IST) Updated:Wed, 02 Dec 2020 03:49 PM (IST)
सुरक्षित और असरदार चिकित्सा पद्धति है होम्योपैथी, बनारस के लोगों में इम्युनिटी को लेकर बढ़ी है जागरूकता
डाक्‍टर अनिल कुमार ने राजकीय जिला होम्योपैथिक चिकित्सालय भेलूपुर में लोगाें को रोग प्रतिरोधक क्षमता के बारे में जानकारी दी।

वाराणसी, जेएनएन। होम्योपैथी सरल, सहज, असरकारक, दुष्प्रभावरहित एवं सुरक्षित चिकित्सा पद्धति है। होम्योपैथी प्रकृति के सिद्धांतों पर कार्य करती है। इसकी दवाएं अत्यंत सूक्ष्म मात्रा में दी जाती है। होम्योपैथी में मरीज के स्वयं के और उसके बीमारी के लक्षणों के आधार पर दवा का चयन किया जाता है।

चयन सटीक होने पर रोग समूल नष्ट हो जाता है। होम्योपैथिक दवाएं रोग प्रतिरोधक क्षमता (इम्युनिटी) में वृद्धि करती हैं। होम्योपैथी द्वारा आजकल की दौड़ती-भागती, तनावग्रस्त जीवन-चर्या से होने वाली बीमारियों उच्च रक्तचाप, डायबिटीज, मोटापा, अवसाद, मानसिक विकार आदि से मुक्ति मिल सकती है। होम्योपैथिक दवाओं को खाली पेट, साफ मुंह लेने से इसकी कार्यक्षमता और बढ़ जाती है। हौम्योपैथी की दवाएं अाटो इम्मयून डिसीसेस जैसे-ल्यूकोडर्मा इत्यादि बीमारियों पर भी प्रभावी है।

पेशाब की नली,गुर्दे या पेशाब की थैली या पित्त की थैली की पथरी,बच्चेदानी की गांठ,ब्रेस्ट गांठ इत्यादि का एक हद तक समूल मुक्ति मिल जाती है और सर्जरी की आवश्यकता ज्यादा से ज्यादा ऐसे  रोगियों में जरूरत ही नहीं पड़ती। होम्योपैथी के माध्यम से बार-बार होने वाली बींमारियों जैसे-बवासीर, भगन्दर, टॉन्सिलाटिस, साइनस, पथरी, मूत्रनली के इनफेक्शन, सर्दी जुखाम, एलर्जी आदि से जड़ से मुक्ति मिल सकती है। ये बातें अस्पताल के चिकित्सा अधिकारी डाक्‍टर अनिल कुमार गुप्ता ने राजकीय जिला होम्योपैथिक चिकित्सालय भेलूपुर,वाराणसी में 'होम्योपैथी चिकित्सा-कार्यक्षेत्र, सिद्धांत एवं होम्योपैथी से जुड़ी भ्रांतियां विषय पर एक वैज्ञानिक संगोष्ठी में कही। इस दौरान उन्होने मरीजों का परीक्षण कर दवाएं भी दीं। उपस्थित जनसमूह को आयुष मंत्रालय द्वारा कोरोना के प्रति इम्युनिटी बढ़ाने  की अनुसंशित दवा आर्सेनिक अल्बम 30 का वितरण भी किया गया। संगोष्ठी में नरेंद्र प्रताप सिंह, संदेश प्रजापति, सत्यम सिंह, आकिब, अनिल, रवि आदि थे।

chat bot
आपका साथी