इम्यूनिटी बढ़ाएगा घर का बना बिस्कुट, स्टार्टअप से जुड़कर वाराणसी की शिप्रा ने बनाया शुगर फ्री उत्पाद

घर का बना बिस्कुट शरीर में इम्यूनिटी बढ़ाने के साथ शुगर के मरीजों को भी फायदा पहुंचाएगा। इसे व्रत में भी खाया जा सकता है।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Tue, 11 Aug 2020 10:46 PM (IST) Updated:Tue, 11 Aug 2020 10:46 PM (IST)
इम्यूनिटी बढ़ाएगा घर का बना बिस्कुट, स्टार्टअप से जुड़कर वाराणसी की शिप्रा ने बनाया शुगर फ्री उत्पाद
इम्यूनिटी बढ़ाएगा घर का बना बिस्कुट, स्टार्टअप से जुड़कर वाराणसी की शिप्रा ने बनाया शुगर फ्री उत्पाद

वाराणसी [रवि पांडेय] । कैलाशपुरी में रहने वाली शिप्रा तिवारी ने बीएचयू आइआइटी के स्टार्टअप से जुड़कर खास तरह का बिस्कुट बनाया है। इस घरेलू उत्पाद की खासियत यह है कि शरीर में इम्यूनिटी बढ़ाने के साथ शुगर के मरीजों को भी फायदा पहुंचाएगा। इसे व्रत में भी खाया जा सकता है।

महिलाओं को बनाएंगी आत्मनिर्भर : शिप्रा तिवारी ने बताया कि सिंगरौली और उसके आसपास की ग्रामीण महिलाओं का समूह बनाकर उनके गांवों में खेती कराकर उसी अनाज से घरों में अपना उत्पाद तैयार करा रही हैं। इससे महिलाओं को आत्मनिर्भरता भी मिल रही है।

नॉर्दर्न कोलफील्ड लिमिटेड अपनी कैंटीन में रखेगा उत्पाद : बीएचयू आइआइटी के प्रो. पीके मिश्र ने बताया कि नॉर्दर्न कोलफील्ड लिमिटेड (एनसीएल) अपनी कैंटीन में स्टार्टअप के उत्पाद को रखेगा, जिससे उत्पाद को मंच के अलावा काफी लोगों को रोजगार भी मिल सकेगा। गांव की महिलाओं द्वारा तैयार उत्पाद एनसीएल की कैंटीन के अलावा बाजार में भी बेचा जाएगा। घर पर बने उत्पाद अन्य ब्रांड के मुकाबले सस्ते होंगे। शिप्रा ने उत्पाद बेचने के लिए अपनी वेबसाइट भी बनाई है। इसके अलावा वे ऑर्गेनिक व औषधीय गुणों से युक्त गाय का घी भी एनसीएल की कैंटीन में उपलब्ध कराएंगी।

तुलसी की माला बनाकर पहले भी दिया था रोजगार : शिप्रा तिवारी माला इंडिया संस्था बनाकर गांव की महिलाओं से तुलसी की माला बनाकर ऑनलाइन मार्केटिंग के जरिए विदेशों तक भेजती हैं। इससे सैकड़ों महिलाओं को रोजगार मिला। इसके लिए शिप्रा ने नरोत्तमपुर, टिकरी में खेत लेकर तुलसी की खेती कराने के अलावा महिलाओं का समूह बनाकर माला भी तैयार कराती हैं। इससे जुडऩे वाली महिलाओं को पांच से आठ हजार रुपये प्रतिमाह मिलता है।

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