सोनभद्र में पहाड़ी नदियां मचाने लगीं तबाही, बिजुल नदी में बाढ़ से कई गांवों का संपर्क कटा

नदियों में उफान आने की वजह से तटवर्ती इलाकों में काफी दुश्‍वारी बढ़ गई है। माना जा रहा है कि यही स्थिति बनी रही तो आने वाले दिनों में कई ग्रामीण और दूर के इलाके मुख्‍य मार्गों और कस्‍बों से बाढ़ का पानी उतरने तक कट जाएंगे।

By Abhishek SharmaEdited By: Publish:Sat, 31 Jul 2021 01:57 PM (IST) Updated:Sat, 31 Jul 2021 02:32 PM (IST)
सोनभद्र में पहाड़ी नदियां मचाने लगीं तबाही, बिजुल नदी में बाढ़ से कई गांवों का संपर्क कटा
नदियों में उफान आने की वजह से तटवर्ती इलाकों में काफी दुश्‍वारी बढ़ गई है।

सोनभद्र, जेएनएन। जिले की पहाड़ी नदियां क्रमश: बिजुल, रेणु, बेलन और कनहर आदि इस समय उफान पर हैं। नदियों में उफान आने की वजह से तटवर्ती इलाकों में काफी दुश्‍वारी बढ़ गई है। माना जा रहा है कि यही स्थिति बनी रही तो आने वाले दिनों में कई ग्रामीण और दूर के इलाके मुख्‍य मार्गों और कस्‍बों से बाढ़ का पानी उतरने तक कट जाएंगे। इसके साथ ही ग्रामीण अंचलों में लोगों की आवाजाही थमने के साथ ही नदियों का रुख भी तल्‍ख होगा। जबकि कनहर जैसी पहाड़ी नदी डैम के जलस्‍तर में विस्‍तार करेगी और इसका पानी फ‍िर जलाशय से छोड़कर उफान को बैलेंस किया जाएगा।  वहीं पहाड़ी नदियों से अतिरक्त सोन नदी का जलस्‍तर भी लगातार बढ़ रहा है और नदी का पाट लगातार पानी की वजह से चौड़ा हो रहा है।  

रिहंद के जलस्‍तर में भी इजाफा : रिहंद का जलस्तर शनिवार को 847.70 फीट तक जा पहुंचा है। सभी छह टरबाइनों से 290 मेगावाट बिजली का उत्पादन जारी है। जबकि पिछले साल के सापेक्ष इस समय चार फीट

जलसतर तक की कमी दर्ज की गई हैै। तीन दिनों से लगातार जिले में जोरदार बारिश जारी है। इस दौरान बीते दो दिनों में रिहंद के जलस्तर में दो फीट तक की वृद्धि हुई है। उम्‍मीद है कि सप्‍ताह भर में लगातार बारिश का रुख रहा तो आने वाले दिनों में रिहंद जलाशय से भी पानी छोड़ने की नौबत आ जाएगी।  

बिजुल मचाने लगी तबाही : बीते कुछ दिनों में पहाड़ी नदी बिजुल के जलस्तर में छह फीट से ज्यादा की वृद्धि दर्ज की गई है। इसमें अब भी बारिश के बाद लगातार वृद्धि जारी है। मध्यप्रदेश के सिंगरौली सहित सोनभद्र के रेणुका पार क्षेत्र में हो रही निरन्तर बारिश के कारण जलस्तर में वृद्धि जारी है। विजुल का जलस्तर बढ़ने के कारण गोठानी, गायघाट, घटीटा, चंचलिया, काश्पानी, कनुहार, टापू, टूस गांव, गोसारी, कनहरा सहित तीन दर्जन से ज्यादा गांवों में प्रभाव पडा है। खासकर कन्हरा, केजुआरी, दसहवां सहित दर्जन भर टोले आम दुनिया से कट गए हैं। शनिवार दिन में भी बरसात जारी रहने के कारण कई तटवर्ती टोलों के कटने की संभावना बनी हुयी है।

दुद्धी क्षेत्र की नदियों में उफान : क्षेत्र की प्रमुख नदिया कनहर, पांगन, ठेमा व लौवा पूरे उफान पर हैं। जबकि विंढमगंज क्षेत्र की सतबहनी एवं म्योरपुर क्षेत्र की लैरा नदी भी उफान मार रही है। इससे तटवर्ती इलाकों में रहने वाले ग्रामीणों में दहशत बनी हुई है। वहीं लगातार बारिश कच्चे मकानों पर आफत बरपा रही है। ग्रामीण अंचलों में दर्जनों कच्चे मकान जमींदोज हो चुके हैं। तहसील मुख्यालय पर जर्जर अवस्था मे पड़े मकानों को चिन्हित कर उसे गिराने के लिए नगर पंचायत प्रशासन द्वारा नोटिस दिया जा रहा है। जिससे जानमाल की क्षति को बचाया जा सके।

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