बिल्ली-मारकुंडी खनन क्षेत्र में ज्यादा तीव्रता का विस्फोट, तेज खनन विस्फोट से दहशत में बड़ी आबादी

शनिवार को बिल्ली-मारकुंडी खनन क्षेत्र में हुयी ब्लास्टिंग से नगर सहित आसपास के बड़े हिस्से में कंपन महसूस किया गया ।

By Abhishek SharmaEdited By: Publish:Sun, 19 Jan 2020 07:30 AM (IST) Updated:Sun, 19 Jan 2020 02:22 PM (IST)
बिल्ली-मारकुंडी खनन क्षेत्र में ज्यादा तीव्रता का विस्फोट, तेज खनन विस्फोट से दहशत में बड़ी आबादी
बिल्ली-मारकुंडी खनन क्षेत्र में ज्यादा तीव्रता का विस्फोट, तेज खनन विस्फोट से दहशत में बड़ी आबादी

सोनभद्र, जेएनएन। जिले में खान क्षेत्रों की अधिकता के बीच धमाकों से आए दिन लोगों में दहशत फैल जा रही है। शनिवार को बिल्ली-मारकुंडी खनन क्षेत्र में हुयी ब्लास्टिंग से नगर सहित आसपास के बड़े हिस्से में कंपन महसूस किया गया । दिन में 1.15 बजे से 1.45 बजे के दौरान चार के करीब हुए विस्फोट से नागरिक हलकान रहे। इसकी तेज आवाज बड़े हिस्से तक पहुंची। रविवार की छुट्टी को देखते हुए ज्यादा तीव्रता में विस्फोट की बात सामने आ रही है। 

विस्फोट के दौरान ओबरा परियोजना कालोनी के सेक्टर एक, दो, तीन, चार, आठ और नौ के साथ गैर निगमीय क्षेत्र के बड़े हिस्से में घरों की खिड़कियों और दरवाजों में ज्यादा कंपन महसूस किया गया। वैसे तो विस्फोट के दौरान कंपन अब परम्परा बन चुका है लेकिन, शनिवार को हुए विस्फोट से नागरिक हलकान रहे। अत्यधिक क्षमता के खनन विस्फोट से सीमावर्ती रिहायशी इलाकों में बेचैनी की स्थिति पैदा हो गयी है। खदानों में हो रहे विस्फोट की तेज आ रही आवाज के साथ सैकड़ों आवासों में हो रहे कंपन ने हजारों की आबादी को सकते में डाल दिया है। अत्यधिक क्षमता के विस्फोट के कारण कई घरो में दरार बढ़ते जा रही है। वर्तमान में बिल्ली-मारकुंडी के बिल्ली, बघमनवा एवं खैरेटिया से सटे इलाके में आधा दर्जन के करीब खदानें संचालित हैं। इन खदानों के आबादी से पास होने के कारण ब्लास्टिंग का असर कुछ ज्यादा महसूस किया जा रहा है । 

 

कई बस्तियां है खनन मुहाने पर

खनन के लिए होते भारी विस्फोट के माहौल में बढ़ती रिहायशी बस्तियों ने खनन नियमों के पुनरीक्षण जैसी स्थिति पैदा कर दी है। आबादी के लगातार बढऩे के साथ नए रिहायशी बस्तियों के सामने आने से प्रशासन के सामने गंभीर होने की स्थिति पैदा हो गयी है।पिछले कुछ सालों में ओबरा पीजी कालेज के पीछे, सेक्टर-9 से सटे न्यू कालोनी, बिल्ली रेलवे स्टेशन कालोनी, कोठा टोला, बिल्ली चढ़ाई एवं शारदा मंदिर क्षेत्र सहित आधा दर्जन ऐसे क्षेत्रों में आबादी एवं नए आवास बढ़ते जा रहे हैं जहां से खनन क्षेत्र काफी करीब है।इन रिहायशी इलाकों में सबसे ज्यादा घरों में कंपन की शिकायत हो रही है। इनमें कई बस्ती ऐसी हैं जहां विस्फोट के बाद पत्थरों का उड़ कर घरो तक आना आम बात है। इन बस्तियों के लोगों को विस्फोट के दौरान घरो में दुबकना पड़ता है।

होगी जांच : ओबरा खनन क्षेत्र में शनिवार को हुए ज्यादा तीव्रता के विस्फोट की जांच की जायेगी। विस्फोट की आवाज और कंपन ज्यादा तेज रही जिसे उन्होंने स्वयं भी महसूस किया। - भास्कर वर्मा, पुलिस क्षेत्राधिकारी ओबरा।

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