Hello Doctor : लक्षण के आठवें दिन से सुनामी लाता है कोरोना, पहले ही एंटी वायरस दवाएं जरूरी
दवाएं आठवें-नौंवे दिन के बाद बेअसर हो जाती हैं और स्थिति कंट्रोल से बाहर हो जाएगी। कारण कि कोरोना लक्षण के आठवें दिन के बाद सुनामी के रूप में आकर सबकुछ बर्बाद कर देता है। यह कहना है टीबी एंडी चेस्ट विभाग के प्रो. एसके अग्रवाल का।
वाराणसी, जेएनएन। लक्षण आने के बाद जब कोरोना की जांच कराते हैं और रिपोर्ट पॉजिटिव आती हैं तो तुरंत सतर्क हो जाएं। इसका उपचार लक्षण आने के दिन से जोड़ा जाएगा न कि जांच रिपोर्ट आने के बाद। इसल लिए तुरंत कोरोना के लिए जारी दवाएं एवं अन्य एंटी वायरस दवाएं व इंजेक्शन चिकित्सक के अनुसार शुरू कर दें। वरना ये दवाएं आठवें-नौंवे दिन के बाद बेअसर हो जाती हैं और स्थिति कंट्रोल से बाहर हो जाएगी। कारण कि कोरोना लक्षण के आठवें दिन के बाद सुनामी के रूप में आकर सबकुछ बर्बाद कर देता है। यह कहना है चिकित्सा विज्ञान संस्थान, बीएचयू स्थित टीबी एंडी चेस्ट विभाग के प्रो. एसके अग्रवाल का। वे बुधवार को दैनिक जागरण हैलो डॉक्टर कार्यक्रम में पाठकों द्वारा पूछे गए सवाल का जवाब दे रहे थे।
उन्होंने कहा कि इस बार कोरोना को हल्के में लेना बहुत ही घातक होगा। इस लिए जब भी सर्दी, खांसी या बुखार आता है तो तत्काल कोराेना की जांच कराए। अगर रिपाेर्ट निगेटिव आती हैं और लक्षण रहते हैं तो तत्काल चिकित्सक से मिलें। कोरोना मरीजों को प्रो. अग्रवाल ने सलाह दी है कि वे सुबह शाम ऑक्सी मीटर से ऑक्सीजन व पल्स रेट की जांच करते रहें। लक्षण के सातवें दिन के बाद अगर ऑक्सी मीटर में रिपोर्ट सही आती है तो सिक्स मीटर वॉक कर ऑक्सी मीटर से जांच करें। अगर ऑक्सीजन लेवल कम आता है तो ऑक्सीजन चढ़ाने की जरूरत है।
-हमारे घर में एक हार्ट के पेशेंट हैं। क्या उन्होंने कोरोना की वैक्सीन लग सकती है?-विजय शंकर, बलिया
अगर मरीज को बुखार नहीं है तो वह कोरोना का टीका लगा सकता है। हार्ट के मरीज को मैदा नहीं खाना चाहिए।
-हमारे पिता जी 80 साल के हैं। उन्हें शुगर हैं? और कई आपरेशान भी हो चुके हैं। क्या वे कोरोना वैक्सीन लगवा सकते हैं?- अनिता, कचहरी-वाराणसी
हां, उन्हें तो सबसे अधिक कोरोना की वैक्सीन लगानी जरूरी है। हां, उनकी जो भी दवा चलती है वे वैक्सीन लगवाते समय दिखाएं।
-मुझे बुखार और दर्द हैं। कही कोरोना तो नहीं है?- महेंद्र यादव, मारकंडेय महादेव-वाराणसी
-यह कोरोना के भी लक्षण हैं। कृपया इसकी जांच करा कर उपचार शुरू कराएं।
-हमारी उम्र 70 साल की है। क्या मैं कोरोना का टीका लगवा सकता हूं?- शिवजी गुप्ता, गाजीपुर
-बुजुर्ग लोगों को सबसे पहले जरूरी है। पहले एवं दूसरे डोज में 6-8 सप्ताह का अंतर रखें। दूसरी डोज लगने के करीब 15 दिन बाद इम्यूनिटी बढ़ती है।
-कफ के साथ खांसी आ रही है। क्या करें?- जय कुमार, पांडेयपुर-वाराणसी
प्रदूषण एवं धूमपान से बचें। गुनगुना पानी का अधिक सेवन करें और एवं मौसमी फल भी।
-सांस फुलती है और बुखार रहता है। क्या करें?- कुंवर बहादुर ङ्क्षसह, सीतामढ़ी-भदोही
-आप निरंतर ही ऑक्सीजन का स्तर मापते रहें। अगर इसमें गिरावट आती है तो तत्काल अस्पताल में भर्ती हो जाएं।
-टीका लगवाने के बाद शरीर में दर्द है। कोई खतरा तो नहीं है?- हिमांशु, सिगरा-वाराणसी
यह सामान्य बात है। अगर बुखार आता है तो 650 एमएल का पैरासीटामॉल उपयोग कर सकते हैं।
-बीपी, शुगर, सांस एवं हार्ट का रोगी हूं। क्या मैं कोरोना का टीका लगवा सकता हूं?- राजेंद्र प्रसाद गुप्ता, बलिया
हां, आपको तो सबसे पहले कोरोना का टीका लगवाना चाहिए। टीका लगाने के 60 सेकेंड तक रूई के साथ हल्का दबाए रखना चाहिए।
-हमारी माता जी की उम्र 80 साल है। उन्हें अस्थमा की शिकायत है? और कुछ दिनों से बुखार भी है?- समीर अग्रवाल, चितईपुर-वाराणसी
-इस महामारी के दौर में बुखार को हल्के में न लें। ऑक्सीजन की जांच करते रहें। नार्मल आए तब भी सिक्स मिनट चलकर भी जांच करनी चाहिए।
-चार अप्रैल को कोरोना की पहली वैक्सीन लगी थी। दो दिन से बुखार हैं? और भूख भी नहीं लग रही है। क्या दूसरी डोज ले सकते हैं?-- सत्येंद्र कुमार, पांडेयपुर-वाराणसी
हां, ले सकते हैं। इससे पहले आप कोरोना की जांच करा लें। कारण की जिसे बुखार रहती है उसे टीका नहीं लगवाना चाहिए।
इन्होंने भी पूछे सवाल
रामदीन यादव-औडि़हार, सेनापति ओझा-लंका वाराणसी, अनिता-कुंती विहार कालोनी-वाराणसी।