वाराणसी और मीरजापुर मंडल में सुबह से झमाझम बरसात, खरीफ की फसलों को मिली संजीवनी

मीरजापुर के हलिया क्षेत्र सहित अंचलों के कई इलाकों और भदोही के साथ ही सोनभद्र के कई इलाकों में रविवार की सुबह से अचानक झमाझम बारिश शुरू हो गई। विंध्‍यक्षेत्र और आसपास के इलाकों में शनिवार से ही बादलों ने डेरा डाल रखा है।

By Abhishek SharmaEdited By: Publish:Sun, 18 Jul 2021 07:50 AM (IST) Updated:Sun, 18 Jul 2021 09:33 AM (IST)
वाराणसी और मीरजापुर मंडल में सुबह से झमाझम बरसात, खरीफ की फसलों को मिली संजीवनी
विंध्‍यक्षेत्र और आसपास के इलाकों में शनिवार से ही बादलों ने डेरा डाल रखा है।

वाराणसी, जेएनएन। मीरजापुर के हलिया क्षेत्र सहित अंचलों के कई इलाकों और भदोही के साथ ही सोनभद्र के कई इलाकों में रविवार की सुबह से अचानक झमाझम बारिश शुरू हो गई। विंध्‍यक्षेत्र और आसपास के इलाकों में शनिवार से ही बादलों ने डेरा डाल रखा है। बारिश की वजह से कई दिनों से जारी गर्मी और उमस से तो लोगों को राहत मिली ही साथ ही बादलों की सक्रियता से तापमान में भी कमी आई है। वहीं वाराणसी में भी रात से ही बादलों का सघन डेरा बना रहा और सुबह नौ बजे के बाद से शुरू झमाझम बरसात की वजह से मौसम काफी खुशनुमा हो गया। 

विंध्‍य क्षेत्र के किसान बारिश की आस में प्रतिदिन आसमान की ओर टकटकी लगाए हुए थे कि रविवार की सुबह कई इलाकों में झमाझम बारिश शुरू होने पर किसानों के चेहरे खिल उठे। क्षेत्रीय किसानों की रोपी गई धान की फसल सहित सूख रही धान की नर्सरी तथा अरहर, मक्का, तिल, उड़द, ज्वार की बोई गई फसलों को झमाझम बारिश के पानी से फसलों को संजीवनी मिल गई है। वहीं सर्दियों की सब्जियों की अगेती फसल के लिए बारिश संजीवनी बनी है। हालांकि अधिक बरसात होने से फसल के खराब होने की संभावना अधिक है। मौसम विभाग ने भी बारिश होने की उम्‍मीद जताई थी। दरअसल पखवारे भर बहुत मामूली बारिश होने की वजह से धान के खेतों में बिवाई नजर आने लगी थी और धान की पौध भी पीली पड़ने लगी थी।  

कई दिनों से जारी चिलचिलाती धूप की मार और उमस गर्मी सह रहे आमजनमानस समेत पेड़ पौधों के अलावा पशु पक्षियों को भी बारिश होने से राहत मिली है। मीरजापुर में हलिया के क्षेत्रीय किसान शंकर कोल, विजय लाल, उमेश कुमार आदि ने बताया कि क्षेत्र में बारिश नहीं होने से असिंचित क्षेत्र में किसानों की बोई गई अरहर, मक्का, ज्वार, तिल तथा सिंचित क्षेत्र में नहरों तथा निजी बोर ट्यूबवेल के पानी के सहारे की गई धान की रोपाई व धान की नर्सरी पानी के अभाव में प्रभावित हो रही थी। बारिश होने से बोई गई फसलों धान की नर्सरी व क्षेत्रीय किसानों की रोपी जा रही धान की फसलों को संजीवनी मिल गई है। 

दूसरी ओर भदोही जिले में बाबूसराय तथा आसपास के क्षेत्रों में सुबह हो रही बरसात से लोगों को जहां गर्मी व उमश से राहत मिली वही किसानों ने भी इस बारसात को फसल के लिए लाभकारी बताया। जबकि सोनभद्र के कई आंचलिक क्षेत्रों में बूंदाबांदी का दौर रहा और बारिश की वजह से खेतों में मानो राहत की बरसात हुई है। सब्जियों की अगेती फसल के लिए यह बारिश किसानों के अनुसार संजीवनी साबित होगी। 

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