मुख्तार अंसारी की चार्जशीट पर 22 सितंबर को होगी सुनवाई, दाखिल चार्जशीट में फंसा पेंच

मुख्तार अंसारी के खिलाफ दाखिल चार्जशीट में पेंच फंस गया है। मुख्तार के वकील ने चार्जशीट पर कोर्ट में आपत्ति दर्ज कराई तो विद्वान जज ने सुनवाई की तिथि 22 सितंबर मुकर्रर कर दी है। मुख्तार समेत 11 आरोपितों के खिलाफ कोर्ट में जांच रिपोर्ट कोर्ट में दाखिल की है।

By Abhishek SharmaEdited By: Publish:Tue, 21 Sep 2021 09:36 AM (IST) Updated:Tue, 21 Sep 2021 09:36 AM (IST)
मुख्तार अंसारी की चार्जशीट पर 22 सितंबर को होगी सुनवाई, दाखिल चार्जशीट में फंसा पेंच
मुख्तार अंसारी के खिलाफ दाखिल चार्जशीट में पेंच फंस गया है।

आजमगढ़, जागरण विधि संवाददाता। बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी के खिलाफ दाखिल चार्जशीट में पेंच फंस गया है। मुख्तार के वकील ने चार्जशीट पर कोर्ट में आपत्ति दर्ज कराई तो विद्वान जज ने सुनवाई की तिथि 22 सितंबर मुकर्रर कर दी है। गैंगस्टर केस में पुलिस ने मुख्तार समेत 11 आरोपितों के खिलाफ कोर्ट में जांच रिपोर्ट कोर्ट में दाखिल की है। वहीं दूसरी ओर मुख्‍तार की मुसीबतें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। आय से अधिक संपत्ति जमा करने के मामले में ईडी ने भी अब पेंच कसना शुरू कर दिया है। ईडी की इस मामले में जुड़ने से अब केस में अवैध और बेनामी संपत्तियों का अलग हिसाब जुड़कर सामने आएगा।  

गैंगस्टर कोर्ट में सोमवार को मुख्तार के वकील लल्लन सिंह ने पुलिस की जांच रिपाेर्ट पर आपत्ति आपत्ति दर्ज कराई। उन्होंने अपना पक्ष कोर्ट में बिंदुवार रखा। विद्वान जज जितेंद्र यादव ने दोनों पक्षों को सुनने के बाद अगली सुनवाई की तिथि मुकर्रर कर दी। वर्ष 2014 में आजमगढ़ के तरवां थाना अंतर्गत ऐराखुर्द गांव में एक मजदूर की गोली मारकर हत्या की गई थी। उसमें मुख्तार अंसारी को हत्या का षड्यंत्र रचने के लिए 120 बी के तहत नामजद किया गया था। उसके बाद पुलिस ने पहले नौ लोगों पर गैंगस्टर लगाया।

आरोप है कि उसके बाद छानबीन में दो और लोगों के नाम बढ़ाए गए। इस तरह पुलिस गैंग के 11 लोगों में मुख्तार अंसारी, राजेंद्र पासी, राजन पासी, हरिकेश यादव, राजेश सिंह, माेहन पासी, श्याम बाबू पासी, अभिषेक मिश्रा, छाेटा यादव के खिलाफ गैंगस्टर की कार्रवाई की थी। केस की जांच कर रहे इंस्पेक्टर प्रशांत श्रीवास्तव ने खूब नकेल कसी। मुख्तार अंसारी की पत्नी के नाम खरीदी एक जमीन का ब्योरा भी सामने आया था। जिसमें एसपी सुधीर कुमार सिंह ने लखनऊ के डीएम को पत्र लिखकर भूमि के स्वामित्व के सुबूत की जांच में सहयोग मांगा था। जार्जशीट कोर्ट में स्वीकृत हुई तो केस की आगे सुनवाई एमपी-एमएलए कोर्ट में होगी।

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