ईयर फोन से गाना सुनना पड़ा महंगा, वाराणसी के सारनाथ में ट्रेन की चपेट में आने से युवक की मौत

सारनाथ क्षेत्र में बुद्धवार की दोपहर में 35 वर्षीय युवक ईयर फोन लगा कर गाना सुनते हुए रेलवे पटरी पर किनारे चलते समय पंचकोशी रेलवे क्रासिंग के समीप पीछे से रही ट्रेन की चपेट में आने से मौत हो गयी।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Wed, 07 Apr 2021 05:16 PM (IST) Updated:Wed, 07 Apr 2021 06:17 PM (IST)
ईयर फोन से गाना सुनना पड़ा महंगा, वाराणसी के सारनाथ में ट्रेन की चपेट में आने से युवक की मौत
ईयर फोन लगा कर रेल पटरी के किनारे चलते वक्‍त ट्रेन की चपेट में आने से मौत हो गयी।

वाराणसी, जेएनएन। सारनाथ क्षेत्र में बुद्धवार की दोपहर में 35 वर्षीय युवक ईयर फोन लगा कर गाना सुनते हुए रेलवे पटरी पर किनारे चलते समय   पंचकोशी रेलवे क्रासिंग के समीप पीछे से रही ट्रेन की चपेट में आने से मौत हो गयी। स्थानीय पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।

बताया जाता है कि  सलारपुर 35 वर्षीय नीरज जायसवाल बुधवार को सुबह मृत पड़ोसी महिला के दाहसंस्कार में  सरायमोहाना शमशान घाट से वापस घर आया।उसके बाद तैयार होकर कान में ईयर फोन लगा कर गाना सुनते हुए रेल पटरी पर  पंचकोसी रेलवे क्रासिंग की तरफ जा रहा था तभी  पीछे से आ रही भटनी से वाराणसी सिटी  ट्रेन के चालक ने सिटी बजाई लेकिन सुनाई नही दिया और ट्रेन की चपेट आने से मौत हो गयी। गेट मैंने रामायण निषाद ने स्टेशन अधिकारियों को सूचित किया।  कुछ वर्ष पूर्व मृतक की पत्नी छोड़ कर चली गयी।स्थानीय पुलिस शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।

मुंबई व सूरत से आ रही ट्रेनें अप्रैल तक फुल

कोविड-19 के बढ़ते खतरों के बीच महानगरों में अफरातफरी जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई है। पिछले वर्ष जैसे हालात के कल्पना मात्र से पूर्वांचल के प्रवासियों में भय व्याप्त है। ऐसे में मुंबई और सूरत में कामगार लोगों के घर लौटने का सिलसिला शुरू हो गया है। इसका असर मुंबई से पूर्वांचल की ओर आ रहीं सभी गाडिय़ों पर दिखने लगा है। स्थिति यह है कि यात्रियों के अत्यधिक दबाव के चलते प्रमुख गाडिय़ों में पूरे अप्रैल माह तक कोई जगह नहीं बची। कोरोना के कारण पहले ही ट्रेनों की संख्या कम है और उस पर जनरल कोच में भी यात्रा के लिए रिजर्वेशन अनिवार्य है। अभी चलाई जा रही किसी भी नियमित स्पेशल ट्रेन में पूरे अप्रैल महीने तक कोई जगह नहीं है। जनरल कोच में भी इस बार यात्रा के लिए रिजर्वेशन जरूरी है। इससे जितनी सीटें होंगी, उतने ही लोग यात्रा कर सकेंगे।

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