सेहत की बातें : इनके हैं कमाल के फायदे, कई बीमारियों को ठीक करने में मिलेगी सहायता

आप बाजार से महंगी सब्जी या फल खरीदकर लाते हैं। बावजूद इसके सभी फलों एवं सब्जियों के बीजों को फेंक देते हैं। आपको जानकर हैरानी होगी कि कई ऐसे फल या सब्जी हैं जिनके बीच आपके स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद हैं।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Fri, 16 Apr 2021 04:52 PM (IST) Updated:Fri, 16 Apr 2021 04:52 PM (IST)
सेहत की बातें : इनके हैं कमाल के फायदे, कई बीमारियों को ठीक करने में मिलेगी सहायता
बीज में आपको को कई पौष्टिक तत्व मिल सकते हैं, जो आपके स्वास्थ्य के लिए लाभकारी होंगी।

वाराणसी [मुकेश चंद्र श्रीवास्तव]। आप बाजार से महंगी सब्जी या फल खरीदकर लाते हैं। बावजूद इसके सभी फलों एवं सब्जियों के बीजों को फेंक देते हैं। आपको जानकर हैरानी होगी कि कई ऐसे फल या सब्जी हैं जिनके बीच आपके स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद हैं। खासकर पपीपा, खरबूज, शरीफा, कद्दू, कटहल आदि के बीज। इनके बीज में आपको को कई पौष्टिक तत्व मिल सकते हैं, जो आपके स्वास्थ्य के लिए लाभकारी होंगी। ऐसे में आप इन बीजों को डाइट में शामिल कर कई गंभीर बीमारियों से राहत पाने के साथ ही कोरोना से लड़ने के लिए शक्ति भी पा सकते हैं। कारण कि इनमें पर्याप्त मात्रा में एंटी ऑक्सीडेंट, प्रोटीन व खनिज मौजूद है, जो ह्दय रोगों, तनाव एवं यौन जीवन के लिए बेहतर है। इन फलों, सब्जियों के बीजों के सेवन एवं फायदे को बता रही हैं  कर्मचारी राज्य बीमा निगम अस्पताल की डाइटिशियन रीतू पूरी।

पपीते के बीज

पपीते के बीज खाने के कई फायदे होते हैं. पपीते के बीज से आप आसानी से बिना किसी नुकसान के अपना पाचन तंत्र बेहतर कर सकते हैं। सूजन और पेट की समस्याओं में पपीते के बीज काफी फायदे हो सकते हैं। अर्थराइटिस, जोड़ों के सूजन, दर्द और लालिमा को दूर करने में पपीते का बीज बहुत ही फायदेमंद होता है।

कैसे इस्तेमाल करें -

-पपीता के बीज सुखा कर पीसकर इसमें शहद मिलाकर इसे चबाते रहने की भी आदत फायदेमंद होती है।

-पपीते के बीज को दही में मिलाकर ब्रेकफास्ट में भी खाया जा सकता है।

-पपीते के बीजों को अच्छी तरह से कूटकर इन्हें सलाद में मिलाकर भी खाया जा सकता है।

-पपीता के बीजों को इकट्ठा करके इनका जूस मे निकालकर भी सेवन किया जा सकता है।

अंगूर के बीज

अंगूर के बीजों में भारी मात्रा में विटामिन-ई पाया जाता है। इसके बीज से निकले तेल का इस्तेमाल मेडिसिन के तौर पर भी होता है। अंगूर के बीजों में एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं। ये आपके शरीर को सॉफ्ट टिशूज को रेडिकल्स से सुरक्षित रखता है। इससे डायबिटीज का खतरा भी कम हो सकता है। अंगूर का बीज एक्जिमा और सोरायसिस भी ठीक करता हैं। अंगूर के बीजो को  अंगूर के साथ ही खाया कीजिये ताकि इसके फैदे आपके शारीर को मिले।

कद्दू के बीज

स्वास्थ्य के लिहाज से कद्दू के बीज आपके लिए काफी फायदेमंद हो सकते हैं। आपको जानकार हैरानी होगी कि कद्दू के बीज में विटामिन-बी और फ़ॉलिक एसिड के अलावा एक ऐसा केमिकल भी मौजूद होता है, जो हमारे मूड को बेहतर करने में मदद कर सकता है। सिर्फ इतना ही नहीं, कद्दू के बीज डायबिटीज जैसे रोगों में भी काफी फायदा पहुंचाते हैं। वजन कम करने मे मदत करता हैं, ब्लड प्रेशर सामान्य रखता हैं, अच्छी नींद सोने मे मदद करता हैं ।

आप कद्दू के बीज अलग- अलग तरीके से अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं। कद्दू के बीज रोस्ट करें और खाएं। इनको पुडिंग, ग्रेवी या फिर सूप के ऊपर डालकर खा सकते हैं। रोस्ट किए गए बीज को आप सलाद के साथ खा सकते हैं। कद्दू के बीज को ओटमील के साथ खा सकते हैं जिससे खाने के पौष्टिक तत्व बढ़ जाएंगे। स्वाद ना होने के कारण कद्दू के बीज को किसी भी रेसिपी में डालकर खा सकते हैं।

खरबूजे के बीज

खरबूजे के बीज से हमारे शरीर को बहुत फायदे होते हैं। खरबूजे के बीज में उच्च मात्रा में प्रोटीन पाया जाता है। जितनी प्रोटीन की मात्रा सोया में पाई जाती है उतनी ही खरबूजे के बीज में भी पाई जाती है। ये आपके शरीर की प्रोटीन की कमी को दूर कर सकते हैं। खरबूजे के बीज में अधिक मात्रा में विटामिन ए, सी और ई पाया जाता है। विटामिन ए होने के कारण यह आंखों के लिए बहुत फायदेमंद होता है। खरबूजे के बीज में ऐसे मिनरल्स होते हैं, जो पेट की एसीडिटी को खत्म करने के साथ पाचन प्रक्रिया दुरुस्त रहते हैं। टाइप-2 डायबिटीज में खरबूजे का बीज बहुत लाभकारी होता है। जिन महिलाओ को पीरियड्स ठीक से नहीं आते, तो उनको खरबूजे के बीज जरोर खाने चाहिए।

खरबूजे के बीज अगर खरबूजे फल के साथ खाए जाये तो इसके काफी फैद्य हैं, मगर अगर आपको ऐसे खाना पसंद नहीं है तोह आप बीज को अलग करके इसे शाम के समय भी एक चमच खा सकते हैं और खाने मे मिला कर भी खा सकते हैं जैसे ग्रेवी, दही, पुडिंग।

तरबूज के बीज

अगर मोटापे से परेशानी है तो तरबूज के बीज नेचुरल तरीके से वजन घटाने में आपकी मदद कर सकते हैं. तरबूज के बीज वजन कम करने के लिए बेस्ट माने जाते हैं. तरबूज के बीजों में एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो झुर्रियों की समस्या को रोकते हैं। इसके लिए आप इन बीजों को छिलकर दूध या पानी के साथ इसका सेवन करते हैं, तो ये ज्यादा फायदेमंद साबित हो सकते हैं।

कटहल के बीज

जिन लोगों को भूख कम लगती है, उनके लिए कटहल के बीज काफी फायदेमंद होते हैं। कटहल के बीजों को रात में भिगोकर सुबह खाने से इससे भूख बढ़ सकती है। शारीर मे खून की कमीको रोकने मे मदद करता हैं। येह तनाव कम करता है, चेहरे पर झुरिया कम करता हैं। इसके बीजो को भी सुखा कर आप ऐसे ही खा सकते है।

पुरे दिन मे आप एक से अधिक प्रकार के बीज भी खा सकते हैं। एक दिन मे एक सामान्य इंसान के लिए 10 गम बीज की मात्र सम्पूर्ण हैं। सभी बीजो मे विटामिन-इ पाया जाता है जो की एक प्रकार का एंटीऑक्सीडेंट हैं जो की कई बिमारिओ को लड़ने मे और ठीक करने मे मदद करता हैं। येह हमारे शारीर की इम्युनिटी को बढ़ाने मे भी मदद करता हैं। इसीलिए बीजो को नाह फेके बल्कि उसका उपयोग करे।

थोड़ी सी लापरवाही पूरे परिवार पर पड़ सकती है भारी, ऐसे जागरूकता भरे सन्देश प्रसारित करने को सार्वजनिक स्थलों पर लगाया पब्लिक एड्रेस सिस्टम

महामारी से बचाव के उपाय और दिशा निर्देश की जानकारी जन- जन तक पहुचाने के उद्देश्य से प्रमुख चौराहे और सार्वजनिक स्थलों पर पब्लिक एड्रेस सिस्टम लगाया गया है। इस कवायद के तहत जिला प्रशासन की टीम कोविड-19 से जुड़े हर पहलुओं का व्यापक स्तर पर प्रचार प्रसार कर रही है। नाईट कर्फ़्यू का पालन कराने के अलावा लोगों को अनावश्यक घर से बाहर न निकलने की अपील की जा रही है।

गौरतलब है कि कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के चलते अपने शहर वाराणसी की स्थिति काफी चिंताजनक हो चुकी है। उत्तर प्रदेश में वाराणसी का तीसरा स्थान है। यहां अंतिम एक सप्ताह के अंदर केसेज में बेतहाशा वृद्धि हुई है। एक दिन पहले सर्वाधिक 2484 लोग संक्रमित हुए थे। जिससे जिला प्रशासन की चिंता बढ़ गई है।

यही बताने के लिए शहर के लगभग सभी प्रमुख चौराहों पर पब्लिक एड्रेस सिस्टम लगाया गया है। रिकॉर्डेड सन्देश में घर से कहीं निकलें तो मास्क लगाकर, जरूरी काम हो तो ही घर से निकलें, आपस में दो गज की दूरी बनाए रखें और किसी सार्वजनिक स्थान पर बेवजह न थूकें। हाथ को लगातार सैनिटाइज करते रहें। यही संदेश महीनों से प्रसारित हो रहे हैं और कोरोना से बचने के लिए यही जरूरी भी है लेकिन, चौराहों पर ही आमजन इसे अनसुना व नजरअंदाज करते देखे जा रहे हैं।

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