राधा रानी के प्रकाट्योत्सव पर वाराणसी में हरे कृष्ण हरे राम संकीर्तन सोसायटी 13 सितंबर से मनायेगी तीन दिवसीय राधाष्टमी महोत्सव

हरे कृष्ण हरे राम संकीर्तन सोसायटी द्वारा वाराणसी में पिछले वर्ष की तरह इस वर्ष भी कोरोना गाइडलाइन के अनुसार परम् ईश्वर श्री कृष्ण की अंतरांग शक्ति श्री राधा रानी का प्रकाट्य महोत्सव 13 से 15 सितम्बर तक महमूरगंज स्थित माहेश्वरी भवन के सभागार में किया जाएगा।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Fri, 10 Sep 2021 12:16 PM (IST) Updated:Fri, 10 Sep 2021 12:16 PM (IST)
राधा रानी के प्रकाट्योत्सव पर वाराणसी में हरे कृष्ण हरे राम संकीर्तन सोसायटी 13 सितंबर से मनायेगी तीन दिवसीय राधाष्टमी महोत्सव
श्री राधा रानी का प्रकाट्य महोत्सव 13 से 15 सितम्बर तक महमूरगंज स्थित माहेश्वरी भवन के सभागार में किया जाएगा।

जागरण संवाददात, वाराणसी। Radhashtami Festival हरे कृष्ण हरे राम संकीर्तन सोसायटी द्वारा पिछले वर्ष की तरह इस वर्ष भी कोरोना गाइडलाइन के अनुसार परम् ईश्वर श्री कृष्ण की अंतरांग शक्ति श्री राधा रानी का प्रकाट्य महोत्सव 13 से 15 सितम्बर तक महमूरगंज स्थित माहेश्वरी भवन के सभागार में किया जाएगा।

यह जानकारी सोसायटी के मीडिया प्रभारी गुरु प्रसाद ने दी। उन्होंने बताया कि इस आयोजन को लेकर गुरुवार को सोसायटी की गोविंद नगर राधा मार्केट महमूरगंज स्थित कार्यालय में पदाधिकारियों की बैठक हुई जिसमें सोसायटी के अध्यक्ष कृष्ण प्रसाद सम्मानित बड़े विद्या मनी, राघवेन्द्र , मुकेश, दीनदयाल, गणेश, मोहन, अशोक, प्रियंका माताजी, रजनी माताजी व सीमा, राहुल, संजय, शास्त्री ने तीन दिनों तक चलने वाले इस महा महोत्सव की रूप रेखा तय की। जिसके तहत श्री राधाष्टमी महोत्सव के प्रथम दिन 13 सितम्बर सोमवार को सायंकाल 5:30 बजे से महामन्त्र व हरि नाम से कार्यक्रम का शुभारंभ होगा। इसके उपरान्त तुलसी पूजा गायन, हरि नाम संकीर्तन, गौर आरती, श्री नृसिंह वंदना, भजन एवम महामंत्र तथा अंत मे श्री श्री राधा माधव के कार्यक्रम के पश्चात लगभग 09 बजकर 30 मिनट पर प्रथम दिन के कार्यक्रम को विराम दिया जाएगा।

दूसरे दिन 14 सितम्बर मंगलवार का कार्यक्रम दो चरणों में होगा, जिसमें प्रथम चरण में अपरान्ह 11बजे से दोपहर 12 बजकर 30 मिनट तक हरि नाम के साथ श्री श्री राधा रानी की आरती होगी तथा सायंकाल द्वितीय चरण में 05 बजकर 30 मिनट से कार्यक्रम का शुभारंभ महामन्त्र व हरि नाम से होगा। इसके बाद तुलसी पूजा गायन, हरि नाम संकीर्तन, गौर आरती तथा 108 व्यंजनों का भोग अर्पित किया जाएगा श्री नृसिंह वंदना, भजन महामन्त्र, श्री श्री राधा माधव के बाद रात्रि 10 बजे कार्यक्रम विश्राम कर दिया जायेगा।

श्री श्री राधाष्टमी महोत्सव के अंतिम दिन 15 सितम्बर बुधवार को आयोजन सायंकाल 05 बजकर 15 पर प्रारंभ होगा, जिसमें हरिनाम श्री तुलसी पूजा गायन चैतन्य महा प्रभु जी की आरती तथा श्री श्री राधा गोविंद की प्रशंसा एवं श्री जगन्नाथ बलदेव और सुभद्रा की प्रसन्नता के लिए भजन अर्पित किए जाएंगे। तीनों दिन के धार्मिक आयोजन भजनों की प्रस्तुति के बीच चलता रहेगा। भजनों का समस्त कार्यक्रम सोसायटी के सदस्यों द्वारा प्रस्तुत किया जायेगा। तथा प्रत्येक तीनों दिन श्री भगवान के अर्चाविग्रहो श्री राधा गोविन्द देव, श्री जगन्नाथ बलदेव का श्रृंगार किया जाएगा। यह सभी आयोजन समिति के अध्यक्ष पुलकित की देखरेख में होगा। गुरु प्रसाद ने बताया कि बैठक के माध्यम से सोसायटी के पदाधिकारियों ने इस तीन दिवसीय श्री राधा अष्टमी महोत्सव में आने वाले सभी भक्तों से निवेदन किया है कि वे मास्क लगाकर आये तथा प्रशासन द्वारा निर्धारित कोरोना गाइडलाइन अक्षरशः पालन करे।

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