जन्‍मदिन पर हनुमत् प्रभु के मस्तक पर सजा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम का स्वर्ण मुकुट Varanasi news

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्म दिवस की पूर्व संध्या पर सोमवार को संकट मोचन महाराज को सवा किलो का स्वर्ण मुकुट समर्पित किया गया।

By Edited By: Publish:Tue, 17 Sep 2019 01:38 AM (IST) Updated:Tue, 17 Sep 2019 07:43 AM (IST)
जन्‍मदिन पर हनुमत् प्रभु के मस्तक पर सजा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम का स्वर्ण मुकुट Varanasi news
जन्‍मदिन पर हनुमत् प्रभु के मस्तक पर सजा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम का स्वर्ण मुकुट Varanasi news

वाराणसी, जेएनएन। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्म दिवस की पूर्व संध्या पर सोमवार को संकट मोचन महाराज को सवा किलो का स्वर्ण मुकुट समर्पित किया गया। उन्हें दोबारा पीएम बनने के लिए मांगी गई मन्नत के तहत किए गए अनुष्ठान पर उनके नेतृत्व में भारत के विश्वगुरु बनने की मंगल कामना भी की गई। प्रधानमंत्री के प्रतिनिधि रूप में मौजूद केंद्रीय कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्री डा. महेंद्रनाथ पांडेय ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी वसुधैव कुटुंबकम की भावना से जो कुछ भी कर रहे हैं, वह सब हनुमान जी की ही कृपा से संभव है।

पाकिस्तान मसले पर उन्होंने कहा कि प्रभावशाली नेतृत्व का ही परिणाम है कि तमाम मुस्लिम देश भारत के साथ खड़े हैं। दुर्गाकुंड स्थित धर्मसंघ शिक्षा मंडल में स्वर्ण मुकुट के पूजन से श्रीगणेश किया गया। धर्मसंघ पीठाधीश्वर स्वामी शकरदेव चैतन्य ब्रह्मचारी महाराज के सानिध्य में 11 भूदेवों ने षोडशोपचार विधि से पूजा-अर्चना किया। बग्घियों पर सजी झांकियों-स्वरूपों के साथ बैंड बाजा की धुन व डमरूओं की थाप पर बटुकों के रामनाम संकीर्तन के बीच शोभायात्रा निकाली गई।

इसमें विशालकाय ट्रक पर फूलों से सज्जित पालकी पर स्वर्ण मुकुट सजाया गया। रास्ते में जगह-जगह श्रद्धालुओं ने आरती-पूजन किया। संकट मोचन मंदिर पहुंचने पर संयोजक डा. अरविंद सिंह ने महंत प्रो. विश्वंभरनाथ मिश्र के सानिध्य में मुख्य पुजारी को स्वर्ण मुकुट प्रदान किया। विधि-विधान से इसे हनुमत प्रभु को धारण कराया गया और दर्शनार्थ पट खोल दिए गए। महंत प्रो. विश्वंभरनाथ मिश्र ने कहा कि हनुमत कृपा से ही विश्वकल्याण संभव है। संयोजक डा. अरविन्द सिंह ने कहा पीएम मोदी के कुशल नेतृत्व में देश फिर से दुनिया में सिरमौर होगा और विश्वगुरु कहलाएगा। इस उद्देश्य से ही उन्होंने अक्षय तृतीया पर मोदी जी के पुन: पीएम बनने की कामना की थी।

इसे बीते दिनों दिल्ली में पीएम मोदी से स्पर्श भी कराया गया था। अनुष्ठान में गुरुद्वारा गुरुबाग के मुख्य ग्रंथी सुखदेव सिंह, जैन धर्म से साध्वी दिव्यपूर्णा व शाश्वतपूर्णा, बौद्ध धर्म से केसी सुमेध थेरो, प्रो. बीएम शुक्ला, डा. अन्नपूर्णा शुक्ला, प्रो. रामचंद्र पांडेय, काशी विद्वत परिषद अध्यक्ष प्रो. रामयत्न शुक्ल, प्रो. चंद्रमौलि उपाध्याय, जगजीतन पांडेय आदि थे। इसके अलावा पत्रकारपुरम स्थित हनुमान मंदिर में अखंड रामायण भी शुरू किया गया जिसकी पूर्णाहुति पीएम के जन्म दिवस पर होगी।

chat bot
आपका साथी