जौनपुर में सोनम के सिर पर ममता का मिला हाथ तो छलक पड़ी आंखें, उद्योगपति अरविंद सिंह ने लिया गोद
गौराबादशाहपुर थाना क्षेत्र के पिलखिनी गांव निवासिनी सोनम जायसवाल की मां कमला देवी का कोविड-19 के संक्रमण के चलते वाराणसी में सोमवार को निधन हो गया। ज्ञातव्य हो कि सोनम के पिता का निधन 18 वर्ष पूर्व ही हो चुका था जब सोनम केवल तीन वर्ष की थी।
जौनपुर, जेएनएन। गौराबादशाहपुर थाना क्षेत्र के पिलखिनी गांव निवासिनी सोनम जायसवाल की मां कमला देवी का कोविड-19 के संक्रमण के चलते वाराणसी में सोमवार को निधन हो गया। ज्ञातव्य हो कि सोनम के पिता का निधन 18 वर्ष पूर्व ही हो चुका था जब सोनम केवल तीन वर्ष की थी। सोनम की माता पिता सब कुछ उसकी मां ही थी और घर मे ही एक गुमटी में छोटी सी दुकान चलाकर किसी तरह से मां बेटी का गुजारा चल रहा था। शायद नियति को यह भी मंजूर नहीं था 4 दिन पूर्व अचानक सोनम की मां की तबीयत बिगड़ी जौनपुर जिला अस्पताल ले जाने पर उसे कोविड-19 पॉजिटिव पाया गया और वाराणसी के लिए रेफर कर दिया गया। जहां उपचार के दौरान सोमवार को उसकी मां की मौत हो गई। उस समय सोनम के हाथ में पैसे भी नहीं थे।
किसी तरह से उसने लोगों की मदद से अपनी मां का अंतिम संस्कार किया। इस खबर को दैनिक जागरण ने काफी प्रमुखता से मंगलवार को प्रकाशित किया था। खबर को पढ़कर पिलखिनी गांव निवासी उद्योगपति अरविंद सिंह का दिल रो पड़ा और वह मंगलवार की दोपहर तक सोनम के घर पहुंच गए और उसे गोद लेने की घोषणा करते हुए तत्काल आर्थिक मदद मुहैया कराई। पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने बताया कि सोनम हाईस्कूल उत्तीर्ण है और इसके पढ़ाई से लेकर शादी तक ही नहीं बल्कि आजीवन सोनम को अपनी बेटी मान कर उसका वह जिम्मा उठाएंगे। आज से सोनम अनाथ नहीं है मैं इसका माता-पिता सब कुछ बनकर इसकी देखभाल करूंगा। जब मदद और स्नेह भरा हाथ सोनम के सर पर पड़ा तो सोनम फूट-फूट कर रोने लगी। उक्त दृश्य देखकर वहाँ मौजूद मजबूत से मजबूत कलेजे वाला इंसान भी खुद की आंखें नम होने से रोक नहीं पाया। इस दौरान अरविंद सिंह, उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ के प्रदेश उपाध्यक्ष रमेश सिंह, हरिवंश सिंह, प्रधान पुत्र राहुल सिंह, प्रमोद सिंह, विनय सिंह, उमा सिंह, इंद्रासन सिंह आदि मौजूद रहे।
इंटरनेट मीडिया पर दिनभर करती रही ट्रेंड
दैनिक जागरण अखबार में छपी सोनम की करुण व्यथा को पढ़ने के बाद कस्बे के गणमान्य लोग से लेकर आम नागरिक तक उस खबर का फोटो लेकर फेसबुक और अन्य इंटरनेट मीडिया के माध्यमों से एक दूसरे से शेयर करने लगे और देखते ही देखते उक्त खबर वायरल हो उठी। जिसने भी उस खबर को इंटरनेट मीडिया पर पढ़ा वह द्रवित हो उठा और सोनम को मदद देने के लिए इंटरनेट मीडिया के माध्यम से सरकार से मांग भी उठने लगी है। अब यह देखना है कि प्रशासन अनाथ हुई सोनम की क्या मदद करता है।