महात्‍मा गांधी काशी विद्यापीठ में गुरु-शिष्य आमने-सामने, एक दूसरे के खिलाफ बैठे धरने पर

विद्यापीठ में छात्राें का हस्तक्षेप बढ़ता जा रहा है। यही नहीं छात्र अब शिक्षकों व कर्मचारियों के संग अभद्रता पर भी उतर आए हैं। पिछले दिनों कुछ छात्रों ने एक प्रोफेसर के संग दुर्व्यवहार किया। इसके बावजूद विश्वविद्यालय प्रशासन ने आरोपी छात्रों के खिलाफ अब तक कोई कार्रवाई नहीं की।

By Abhishek SharmaEdited By: Publish:Mon, 22 Nov 2021 11:57 AM (IST) Updated:Mon, 22 Nov 2021 11:57 AM (IST)
महात्‍मा गांधी काशी विद्यापीठ में गुरु-शिष्य आमने-सामने, एक दूसरे के खिलाफ बैठे धरने पर
महात्‍मा गांधी काशी विद्यापीठ में अब छात्राें का हस्तक्षेप बढ़ता जा रहा है।

वाराणसी, जागरण संवाददाता। महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में गुरु -शिष्य आमने- सामने आ गए हैं। गुरु-शिष्य दोनों एक दूसरे के खिलाफ सोमवार को परिसर में धरने पर बैठ गए ह़ैं। अध्यापकों व छात्रों दोनों के धरने पर बैठ जाने से पठन- पाठन की व्यवस्था पूरी तरह से ठप हो गई है। वहीं विश्वविद्यालय प्रशासन के सामने असमंजस की स्थिति बनी हुई है।

दरअसल महात्‍मा गांधी काशी विद्यापीठ में छात्राें का हस्तक्षेप बढ़ता जा रहा है। यही नहीं छात्र अब शिक्षकों व कर्मचारियों के संग अभद्रता पर भी उतर आए हैं। पिछले दिनों कुछ छात्रों ने एक प्रोफेसर के संग दुर्व्यवहार किया। इसके बावजूद विश्वविद्यालय प्रशासन ने आरोपी छात्रों के खिलाफ अब तक कोई कार्रवाई नहीं की। इसे लेकर शिक्षकों में जबर्दस्त रोष है। शिक्षकों ने 22 नवंबर को परिसर स्थित प्रशासनिक भवन के सामने गांधी प्रतिमा के समक्ष धरना देने का एलान किया था। शिक्षकों ने इसकी सूचना कुलपति को भी दी थी। वहीं इसकी भनक छात्रों ने शिक्षकों से पहले ही प्रशासनिक भवन के सामने गांधी प्रतिमा के पास धरना स्थल कब्जा कर लिया और सुबह धरने पर बैठ गए। इसे देखते हुए शिक्षकों को समाज कार्य विभाग के सामने दरी बिछानी पड़ी।

उधर छात्र और दूसरी ओर शिक्षक एक दूसरे के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए नारेबाजी कर रहे हैं। शिक्षकों का कहना है कि पिछले दिनों छात्रों द्वारा एक प्रोफेसर के संग दुर्व्‍यवहार का साक्ष्य भी विश्वविद्यालय के पास मौजूद है। इसके बाद भी विश्वविद्यालय प्रशासन आरोपित छात्रों को एक नोटिस तक नहीं दे सकी है। दूसरी ओर गोपनीय कार्य करने वाले अध्यापकों का नाम भी उजागर कर दिया जा रहा है। इसके चलते परिसर में आराजकता का माहौल बना हुआ है। विश्वविद्यालय प्रशासन आरोपी छात्रों के खिलाफ कार्रवाई करने से कतरा रही है। इन परिस्थितियों में शिक्षकों के लिए काम करना एक बड़ी चुनौती है। ऐसे में आरोपी छात्रों पर कार्रवाई होने तक विरोध जारी रहेगा। धरने में शिक्षकों की ओर से डा. अनिल कुमार, डा. अनिल कुमार चौधरी, प्रो. अनुराग कुमार, डा. बंशीधर पांडेय, डा. सलरा परवीन उधर छात्रों में गणेश राय, करन प्रजापति, विनोद यादव, कलीमुद्दीन, प्रभु पटेल, आशीष कुमार मौर्य सहित अन्य लोग शामिल हैं I

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