Kitchen का बिगड़ गया बजट : पांच रुपये का धनिया मांगने पर दुकानदारों की तन जा रही भौंहें

पूर्वांचल में प्याज आमजन को रुला ही रहा है सब्जियों का राजा आलू के दाम भी उछाल मार रहा है। हरी सब्जियां तो पूरी तरह बेलगाम हो गई हैं। भीषण महंगाई से भोजन जायका बिगड़ गया है। ज्यादातर घरों में किचन से हरी सब्जियां गायब हो गई हैं।

By Abhishek SharmaEdited By: Publish:Sat, 24 Oct 2020 07:00 AM (IST) Updated:Sat, 24 Oct 2020 09:56 AM (IST)
Kitchen का बिगड़ गया बजट : पांच रुपये का धनिया मांगने पर दुकानदारों की तन जा रही भौंहें
प्याज आमजन को रुला ही रहा है तो सब्जियों का राजा आलू का दाम भी उछाल मार रहा है।

चंदौली, जेएनएन। प्याज आमजन को रुला ही रहा है, सब्जियों का राजा आलू के दाम भी उछाल मा रहे। हरी सब्जियां तो पूरी तरह बेलगाम हो गई हैं। भीषण महंगाई से भोजन जायका बिगड़ गया है। ज्यादातर घरों में किचन से हरी सब्जियां गायब हो गई हैं।

सब्जी के दाम में बेतहाशा वृद्धि के चलते गरीबों व आमजन की थालियों से सब्जियां गायब हो गई हैं। कृषि प्रधान क्षेत्र में हरी सब्जियों के भाव में वृद्धि होने से किसान सहित मध्यम वर्गीय तबका कराह उठा है। खरीददारी नाम मात्र होने से दुकानों पर बिक्री भी कम हो गई है। हरा धनिया सात सौ रुपये प्रति किलो होने से पांच रुपये में धनिया देने को कहते ही दुकानदारों की भौहें तन जा रही हैं। प्याज 70 से 80 रुपये प्रति किलो से घटने का नाम रहीं ले रहा है। मौका ताक कर सब्जियों का राजा आलू भी हम किसी से कम नहीं की तर्ज पर दाम में धमाका मचाए हुए हैं। मंडी में पुराना आलू 30 से 35 रुपये प्रति किलो है।

वहीं नया आलू 60 से 70 रुपये प्रति किलोग्राम है। पांच रुपये प्रति किलो खुलेआम बिकने वाली पालक 20 रुपये किलो बिक रही है। इससे गृहणियां घर का बजट बनाने को लेकर परेशान हैं। हरी सब्जियों के दाम में बेतहाशा वृद्धि होने से गरीब और मध्यमवर्गीय की हालत पतली हो गई है। सब्जी के दामों में बढ़ोत्तरी ने गरीबों की मुश्किलें बढ़ा दी है। गृहणियों को कंजूसी से रसोई चलानी पड़ रही है। आम आदमी के लिए तो सप्ताह भर की सब्जी की खरीदारी एक साथ करना मुश्किल हो गया है। सब्जी विक्रेता किलो का भाव बताने के बजाय पाव का ही रेट बता रहे हैं। सब्जी के दाम महंगे होने के चलते विक्रेता उतनी ही सब्जियां मंडी से उठा रहे हैं, जितनी बिक जाय।

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