उत्तर प्रदेश में तीन माह मुफ्त राशन व एक हजार रुपये भत्ता देगी सरकार, सर्वे का काम शुरू
दूसरी लहर के बाद कर्फ्यू झेल रहे रेहड़ी ठेला -खोमचे वालों की आर्थिक मदद का रास्ता साफ होने लगा है। रोज कमाने खाने वाले व बेहद अल्प आय वाले वर्गों को यह फायदा दिया जाना है। इसके लिए नगर पालिका परिषद की ओर से सर्वे शुरू कर दी गई है।
मीरजापुर, जेएनएन। कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के बाद कर्फ्यू झेल रहे रेहड़ी, ठेला व खोमचे वालों की आर्थिक मदद का रास्ता साफ होने लगा है। रोज कमाने खाने वाले व बेहद अल्प आय वाले वर्गों को यह फायदा दिया जाना है। इसके लिए नगर पालिका परिषद की ओर से सर्वे शुरू कर दी गई है।
इसमें रेहड़ी दुकानदार के साथ ठेला, खुमचा, पटरी दुकानदार, दिहाड़ी मजदूर, रिक्शा, ई-रिक्शा चालक, नाविक, कुली, पल्लेदार, नाई, धोबी, मोची हलवाई सहित रोज कमाने वालों को भी शामिल किया गया है। पंजीकृत सभी लाभार्थी को आर्थिक सहायता के रूप में एक हजार रुपये के साथ तीन माह राशन भी मिलेगा।
पिछले साल भी सरकार ने कोरोना संक्रमण के दौरान फड़ व रेहड़ी विक्रेताओं को आर्थिक मदद दी थी। योगी आदित्यनाथ ने एक बार फिर रोज कमाने खाने वालों को आर्थिक मदद देने का फैसला लिया है। नगर पालिका परिषद के अध्यक्ष मनोज जायसवाल ने शनिवार की दोपहर लालडिग्गी स्थित प्रधान कार्यालय पर कर्मचारियों एवं अधिकारियों के साथ बैठक कर आवश्यक निर्देश दिया। कहा कि अभियान चलाकर 31 मई तक नगर के ऐसे सभी पात्र लाभार्थी जो रोज कमाकर जीवनयापन करते हैं, उनकी सूची बनाकर जिला प्रशासन को दें। कहा कि सर्वे की जिम्मेदारी नगर पालिका के कर्मचारियों को दी गई है।
अगर कोई पात्र व्यक्ति किन्हीं कारणों से सर्वे में छूट गया है तो 31 मई तक नगर पालिका के प्रधान कार्यालय आकर संबंधित दस्तावेज जमा कर दें, जिससे सभी का नाम सूची में शामिल हो सके। सभी लाभार्थियों को योगी सरकार सीधे उनके बैंक खाते में राशि भेजेगी। इस दौरान बाल गोविंद अग्रवाल, अंशुमान शुक्ला, संजय पटेल आदि रहे।