जौनपुर में गोमती नदी का जलस्तर हुआ स्थिर, तटवर्ती इलाके के लोगों को मिली राहत

लगातार वृद्धि के बाद गुरुवार से गोमती नदी का जलस्तर स्थित हो गया। शुक्रवार की सुबह दस बजे भी जलस्तर स्थिर रहा। जो साढ़े 21 फीट दर्ज किया गया है। यह स्थित गुरुवार की शाम पांच बजे से बनी हुई है।

By Abhishek SharmaEdited By: Publish:Fri, 24 Sep 2021 01:30 PM (IST) Updated:Fri, 24 Sep 2021 01:30 PM (IST)
जौनपुर में गोमती नदी का जलस्तर हुआ स्थिर, तटवर्ती इलाके के लोगों को मिली राहत
लगातार वृद्धि के बाद गुरुवार से गोमती नदी का जलस्तर स्थित हो गया।

जौनपुर, जागरण संवाददाता। गत एक सप्ताह से लगातार वृद्धि के बाद गुरुवार से गोमती नदी का जलस्तर स्थित हो गया। इससे किनारों पर रहने वालों को काफी राहत मिल गई है। शुक्रवार की सुबह दस बजे भी जलस्तर स्थिर रहा। जो साढ़े 21 फीट दर्ज किया गया है। यह स्थित गुरुवार की शाम पांच बजे से बनी हुई है। हालांकि, प्रशासन अलर्ट है। जल स्तर में वृद्धि के चलते सदर तहसील क्षेत्र के नदी तट के इलाकों में पानी घुस जाने से 25 परिवारों को दूसरी जगह शिफ्ट कर दिया गया है। वहीं बदलापुर व केराकत के कुछ गांव पानी से घिर गए हैं। ऐसे में जिला प्रशासन की तरफ से बाढ़ चौकियों को अलर्ट करते हुए गांवों में नाव उपलब्ध कराया गया है।

इसके साथ ही एसडीएम ने बाढ़ प्रभावित इलाकों का निरीक्षण कर वहां की स्थिति देखी। सदर तहसील में नगर के बलुआघाट व चकप्यार अली में गोमती नदी के बढ़ते जलस्तर के कारण पानी घरों में लगा हुआ है। ऐसे में यहां के 25 परिवार को दूसरे जगहों पर रखा गया है। प्रशासन की तरफ से आवागमन के लिए नाव का प्रबंध कराया गया है। बदलापुर में गोमती नदी के बढ़ते जलस्तर से अहियापुर, शाहपुर सानी व गोपालापुर चारों तरफ पानी घिर गया है। इन गांवों की बिजली भी काट दी गई है। यहां भी प्रशासन की तरफ से नाव की व्यवस्था करा दी गई है।

पांच दिन पूर्व गोमती का जलस्तर अचानक बढ़ गया। देखते ही देखते अहियापुर, शाहपुर सानी, बलुआ, गोपालापुर, सियराबासी, गौरा गांवों के सैकड़ों एकड़ फसल जलमग्न हो गई। राजस्व कर्मियों से फसलों की क्षति का आकलन करने का निर्देश दिया है। अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व राम प्रकाश ने बताया कि सभी एसडीएम को अलर्ट रहने का निर्देश दिया गया है। पानी फिलहाल स्थिर है। पानी बढ़ ने उसकी सूचना फौरन देने को कहा गया है। इसके साथ ही बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का भ्रमण करने के लिए भी कहा गया है, जिससे लोगों को फौरन राहत पहुंचाई जा सके।

chat bot
आपका साथी