डोली से पहले उठी युवती की अर्थी, तालाब में छलांग लगा कर दे दी अपनी जान

दादा और मां गीता देवी से कुछ कहासुनी हो गई। इससे युवती नाराज होकर घर से दौड़ते- दौडते एक किमी दूर गौर गांव (बंगलाचट्टी) पर हाइवे किनारे स्थित शिव व राधा-कृष्ण मंदिर पर पहुंच तालाब के गहरे पानी में छलांग लगा दी।

By Abhishek SharmaEdited By: Publish:Wed, 21 Oct 2020 12:45 PM (IST) Updated:Wed, 21 Oct 2020 12:45 PM (IST)
डोली से पहले उठी युवती की अर्थी, तालाब में छलांग लगा कर दे दी अपनी जान
हाइवे किनारे स्थित शिव व राधा-कृष्ण मंदिर पर पहुंच तालाब के गहरे पानी में छलांग लगा दी।

वाराणसी, जेएनएन।गौर गांव (बंगलाचट्टी) स्थित मंदिर के तालाब पर बुधवार की सुबह साढ़े दस बजे अमीषा मिश्रा (18) नामक युवती दौड़ते-दौड़ते गांव के बाहर पहुंची और तालाब के गहरे पानी में छलांग लगाकर कूद गई। ग्रामीणों की मदद से जब तक उसे बाहर निकाला जाता तक तक उसकी मौत हो चुकी थी। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।

मिर्जामुराद थानांतर्गत भीखीपुर (प्रतापपुर) गांव निवासी स्व.रविशंकर मिश्रा की इकलौती पुत्री अमीषा मिश्रा ने सुबह दादा महंगी मिश्रा को चाय बनाकर दी। इसके बाद दादा और मां गीता देवी से कुछ कहासुनी हो गई। इससे युवती नाराज होकर घर से दौड़ते- दौडते एक किमी दूर गौर गांव (बंगलाचट्टी) पर हाइवे किनारे स्थित शिव व राधा-कृष्ण मंदिर पर पहुंच तालाब के गहरे पानी में छलांग लगा दी। मौके पर मौजूद ग्रामीण समझ नहीं पाए कि युवती स्न्नान करने के लिए कूदी है या जान देने। हालांकि, कुछ देर तक युवती के बाहर न निकलने पर ग्रामीणों को शक हुआ तो साहसी युवक सोनू गोंड और राजाराम बिंद हिम्मत जुटाकर तालाब में कूद युवती को किसी तरह पानी से बाहर निकाल लाए।

पुलिस ने भेजा अस्‍पताल

सूचना पाकर एसआइ राधेश्याम और ब्रजेश सिंह मौके पर पहुंचे और 108 नम्बर की एम्बुलेंस बुलाकर युवती को जक्खिनी स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर भेजवाया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। बेटी के पीछे-पीछे कुछ देर बाद उसकी मां भी मौके पर पहुंच गई। बेटी के मौत की खबर लगते ही परिजनों में कोहराम मच गया तो वहीं विधवा मां रोते-रोते बेसुध हो गई।

डोली से पहले उठी अर्थी

अमीषा की शादी 11 दिसम्बर को होनी तय थी। घर में इसको लेकर तैयारी भी चल रही थी। आखिर ऐसा क्या हुआ कि युवती को जीवन की इहलीला समाप्त करने हेतु यह कदम उठानी पड़ी। डोली से पहले अर्थी का उठना ग्रामीणो में चर्चा का विषय बना रहा।

तालाब बना खुदकशी स्पाट

हाइवे किनारे इसी तालाब में बीते 1अक्टूबर को कुंडरिया (जंसा) गांव निवासी अजीत सिंह उर्फ शानू नामक युवक ने भी कूद कर जान दे दी थी।

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