गाजीपुर के एसपी ने थानों से तलब किया सभी 125 जिला बदर अपराधियों का ब्योरा

करीमुद्दीनपुर थानाध्यक्ष रामनेवास की जिला बदर से यारी महंगी पड़ी वैसा किसी और के साथ न हो इसके लिए संबंधितों को सजग होना होगा। कारण थानेदार इनको लेकर भले ही बेखबर हों लेकिन पुलिस अधीक्षक की पैनी निगाह है।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Sun, 20 Jun 2021 04:53 PM (IST) Updated:Sun, 20 Jun 2021 04:53 PM (IST)
गाजीपुर के एसपी ने थानों से तलब किया सभी 125 जिला बदर अपराधियों का ब्योरा
एसपी गाजीपुर ने 125 लोगों के बारे में फिर से ब्योरा तलब किया है जो जिलाबदर हैं।

 गाजीपुर [सर्वेश कुमार मिश्र]। करीमुद्दीनपुर थानाध्यक्ष रामनेवास की जिला बदर से यारी महंगी पड़ी वैसा किसी और के साथ न हो इसके लिए संबंधितों को सजग होना होगा। कारण थानेदार इनको लेकर भले ही बेखबर हों लेकिन पुलिस अधीक्षक की पैनी निगाह है। मुख्तार अंसारी के करीबी करीमुद्दीनपुर थाना क्षेत्र के महेंद निवासी मेहरूद्दीन खां उर्फ नन्हें के शुक्रवार को घर पर मिलने के बाद एसपी ने अब सभी ऐसे 125 लोगों के बारे में फिर से ब्योरा तलब किया है जो जिलाबदर हैं। वहीं कोई जिला बदर जिले में मिला या इसे लेकर विभाग की रिपोर्टिंग गलत मिली तो संबंधित एसओ और जिम्मेदार पुलिस कर्मी कार्रवाई की जद में होंगे। इस आदेश के बाद थानेदार जिला बदर अपराधियों की जानकारी जुटाने लगे हैं।

देखा गया है कि कुछ जिला बदर थोड़े समय के बाद घर पर चोरी-छिपे रहने लगते हैं। कुछ की जानकारी भी पुलिस को रहती है। चूंकि पुलिस इसमें बहुत रुचि नहीं लेती लिहाजा आसपास के लोग जानते हुए भी इसलिए इस संबंध में मुंह खोलने से बचते हैं कि कौन झमेला ले। अब जबकि मुख्तार के करीबी मेहरूद्दीन खां के मामले में एसपी को इस तरह की करतूतों की जानकारी मिली और यह सही निकली तो वह सजग हो गए। उन्होंने न सिर्फ करीमुद्दीनपुर थानाध्यक्ष रामनेवास सहित तीन पुलिस कर्मियों को निलंबित कर दिया बल्कि सभी जिला बदर अपराधियों का संबंधित थाना क्षेत्रों के एसओ से जानकारी मांग ली। साफ किया कि थानेदारों की रिपोर्टिंग की क्रास चेकिंग सीओ स्तर से कराई जाएगी। जहां कहीं ऐसे जिला बदर मिले वहां के संबंधित थाना प्रभारी नपेंगे। हाल में हुए पंचायत चुनाव के दौरान जिलाधिकारी मंगला प्रसाद सिंह ने बड़ी संख्या में अपराधियों को जिला बदर किया था।

सीओ के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी

सभी थानों को निर्देश दिया गया है कि वह अपने यहां देख लें कि कहीं जिला बदर जिले में तो नहीं रह रहा है। उनकी रिपोर्टिंग की सीओ स्तर से क्रास चेकिंग की जाएगी। कहीं कोई फाल्ट मिला तो संबंधित एसओ के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।

डा.ओमप्रकाश सिंह, पुलिस अधीक्षक, गाजीपुर।

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