बीएचयू में आठ सैंपलों की जीनोम सिक्वेंसिंग शुरू, वाराणसी व गाजीपुर के कोरोना पाजिटिव की सैंपल डाली गई मशीन में

कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्राेन की पुष्टि के लिए के लिए जांच शुरू हो गई है।आइएमएस (चिकित्सा विज्ञान संस्थान) बीएचयू स्थित एमआरयू लैब में जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए सोमवार को आठ सैंपल मशीन में लगाए दिए गए। इसमें वाराणसी व गाजीपुर के चार-चार कोरोना पाजिटिव लोगों के सैंपल शामिल है।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Tue, 07 Dec 2021 06:10 AM (IST) Updated:Tue, 07 Dec 2021 06:10 AM (IST)
बीएचयू में आठ सैंपलों की जीनोम सिक्वेंसिंग शुरू, वाराणसी व गाजीपुर के कोरोना पाजिटिव की सैंपल डाली गई मशीन में
बीएचयू में आठ सैंपलों की जीनोम सिक्वेंसिंग शुरू

जागरण संवाददाता, वाराणसी। दक्षिण अफ्रीका सहित कई देशों में फैल चुके वैश्विक महामारी कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्राेन की पुष्टि के लिए के लिए जांच शुरू हो गई है। आइएमएस (चिकित्सा विज्ञान संस्थान), बीएचयू स्थित एमआरयू लैब में जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए सोमवार को आठ सैंपल मशीन में लगाए दिए गए। इसमें वाराणसी व गाजीपुर के चार-चार कोरोना पाजिटिव लोगों के सैंपल शामिल है। उम्मीद है जांच रिपोर्ट बुधवार तक आ जाएगी।

मालूम हो कि संस्थान के गैस्ट्रोएंट्रोलाजी विभाग के एक डाक्टर व एक मरीज के कोरोना संक्रमित पाए जाने के बाद हर स्तर पर सतर्कता बढ़ा दी गई है। इन दोनों के साथ ही यूरोलाजी विभाग में आए एक और मरीज कोरोना पाजिटिव पाया गया है। इसके अलावा मुंबई के माध्यम फ्रांस से आइ 33 वर्षीय महिला भी संक्रमित है। वहीं शनिवार को अन्नपूर्णा नगर कालोनी की एक और बुजुर्ग महिला संक्रमित पाई गई। वहीं गाजीपुर में तीन लोग ऐसे संक्रमित पाए गए हैं जो अमेरिका से आए हैं। सभी एक ही परिवार के हैं। इसके अलावा गाजीपुर की ही एक और महिला सक्रमित है जो बीएचयू के गैस्ट्रोएंट्रोलाजी विभाग में दिखाने के लिए आई थी। कुछ मिलाकर आठ लोगों के सैंपल बीएचयू के एमआरयू लैब में पहले ही जमा करा दिए गए हैं। लैब की प्रभारी प्रो. रोयना सिंह ने बताया कि सभी की जीनोम सिक्वेंसिंग शुरू कर दी गई है। इस प्रक्रिया में दो दिन से अधिक का समय लगता है। इसके बाद ही रिपोर्ट आने पर किसी नतीजे पर पहुंचा जा सकता है। उन्होंने बताया कि लैब में जो नई मशनी आई इसकी क्षमता एक बार में 500 सैंपल की जीनोम सिक्वेंसिंग करने की है। इससे पहले जो मशीन थी उसकी क्षमता 100 सैंपल की थी। वहीं इस लैब में प्रतिदिन छह हजार सैंपल की आरटी-पीसीआर जांच की जा रही है।

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