गंगा आमंत्रण में 'कैंडिड गंगा' के जरिए गंगा में प्रदूषण कम करने के प्रयासों की शिपिंग मंत्रालय ने की सराहना
एक ओर देश में वाराणसी शहर का प्रदूषण चर्चा में है तो दूसरी ओर इंडियन वाटरवेज अथॉरिटी और इंडिया शिपिंग मंत्रालय की ओर से काशी में प्रदूषण कम करने की चर्चा भी चल रही है।
वाराणसी, जेएएनएन। एक ओर देश में वाराणसी शहर का प्रदूषण चर्चा में है तो दूसरी ओर इंडियन वाटरवेज अथॉरिटी और इंडिया, शिपिंग मंत्रालय की ओर से काशी में प्रदूषण कम करने की चर्चा भी चल रही है। 'कैंडिड गंगा' के जरिए 'मुक्त गगन, शीतल बयार और संग बहे गंगा की धार' की देश में व्यावक पर्यावरण संरक्षण की संकल्पना के साथ नमामि गंगे कैंपेन ने गंगा की स्वच्छता को लेकर मुहिम छेड़ रखी है। इसी अभियान के क्रम में बुधवार को मंत्रालय की ओर से गंगा में स्वच्छता को लेकर हो रहे सरकार के प्रयासों से अवगत कराया गया है।
इसको लेकर इंडियन वाटरवेज अथॉरिटी और इंडिया, शिपिंग मंत्रालय ने क्लीन गंगा मिशन को सफाई और पर्यावरण बचाने के प्रयासों के लिए बधाई भी दी है। बताया गया है कि गंगा में यातायात को बढ़ावा देने से वाराणसी में गंगा आमंत्रण सरीखे प्रयास गंगा को लेकर जागरुक भी कर रहे हैं। वहीं जलमार्ग विकास परियोजना के जरिए पर्यावरण के प्रति सजगता, यातायात के लिए कीमतों में कमी के साथ मॉडल को लेकर भी संभावनाएं जताई हैं। गंगा कैंडिड के जरिए गंगा के पर्यावास को लेकर भी एक ग्राफिक जारी किया गया है जिसमें पर्यावरण संरक्षण के साथ ही गंगा में प्रवासी पक्षियों के आगमन को लेकर और उनके पर्यावास को बनाने के लिए भी जागरुक किया गया है।
गंगा आमंत्रण अभियान को गंगा में जलमार्ग विकास प्रोजेक्ट के जरिए अब बढ़ावा दिया जाएगा। इस अभियान का मकसद अधिक से अधिक लोगों को गंगा अभियान से जोड़ने और गंगा में पर्यटन के लिए प्रेरित करना भी है।
गंगा कैंडिड के जरिए फोटोग्राफरों और तस्वीराें के शौकीनों के लिए ग्राफिक जारी कर गंगा और इसके पर्यावास को साझा किया गया है। इसमें प्रवासी पक्षियों के गंगा में आने और गंगा से जुड़ाव की तस्वीर साझा कर गंगा को स्वच्छ बनाने के साथ सरकार के प्रयासों को भी बताया गया है।