Ganga Yatra UP- Ballia : सभी नदियों को प्रदूषित होने से बचाना होगा : आनंदी बेन पटेल

Ganga Yatra Ballia- राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने जिले के क्रांतिकारियों को याद करते हुए अपने सम्बोधन की शुरुआत की। कहा यह धरती क्रांतिकारियों की धरती है।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Mon, 27 Jan 2020 12:12 PM (IST) Updated:Mon, 27 Jan 2020 06:49 PM (IST)
Ganga Yatra UP- Ballia : सभी नदियों को प्रदूषित होने से बचाना होगा : आनंदी बेन पटेल
Ganga Yatra UP- Ballia : सभी नदियों को प्रदूषित होने से बचाना होगा : आनंदी बेन पटेल

बलिया, जेएनएन। द्वितीय गंगा यात्रा (बलिया से कानपुर) की शुरुआत सोमवार को बलिया जिले के दूबेछपरा से हुई। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने इस यात्रा को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री महेंद्र पांडेय, प्रदेश के आधा दर्जन मंत्रियों के साथ हजारों लोगों की भीड़ पूरे उत्साह के साथ थी। इस अवसर पर आयोजित भव्य कार्यक्रम की शुरुआत बकायदा मंत्रोच्चार के साथ गंगा पूजन कर किया गया। राज्यपाल ने गंगा पूजन के बाद मां गंगा की भव्य आरती में प्रतिभाग किया। शंखनाद के साथ आरती की शुरुआत हुई। आरती के बाद राज्यपाल समेत सभी अतिथि मंच पर पहुंचे।

सौभाग्य है कि यहां हैं नदियां ही नदियां

राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने जिले के क्रांतिकारियों को याद करते हुए अपने सम्बोधन की शुरुआत की। कहा, यह धरती क्रांतिकारियों की धरती है। यहां आकर काफी खुशी होती है। उन्होंने कहा कि गंगा किनारे बसने वाले लोग खुशनसीब हैं। हमारे गुजरात में मात्र एक नदी है, लेकिन यहां नदियां ही नदियां हैं। यह सौभाग्य की बात है। मानव जीवन बचाने के लिए इन नदियों को प्रदूषित होने से बचाना पड़ेगा। सोचिए, पीने का पानी हम नदी से लेते है और गंदगी भी नदी में डालते हैं। लोगों ने नदियों के साथ उपजाऊ भूमि को भी केमिकलयुक्त बना दिया। कारखानों का केमिकलयुक्त पानी नदी में बहने देते हैं। इसका दुष्परिणाम हुआ कि गम्भीर बीमारियां फैलने लगी, उपजाऊ भूमि का क्षरण होने लगा। बावजूद इसके हमने इसके पीछे के कारणों के बारे में नहीं सोचा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस पर विचार किया और नदियों को बचाने के लिए कदम बढ़ाया। गुजरात में मुख्यमंत्री रहते उन्होंने कारखानों के गन्दे जल को शुद्ध करके नदी में जाने के लिए एसटीपी प्लांट लगवाया और वहां नर्मदा नदी एकदम साफ-सुथरी नदी हो गई। अब मोदी ने गंगा को साफ करने का संकल्प लिया है।

नदियां, जीव जंतु भी हमारे परिवार का हिस्सा, इन्हें बचाएं

राज्यपाल ने कहा कि हम पूरे विश्व को परिवार मानते हैं। हमारे पेड़-पौधे, नदियां, जीव-जंतु आदि उसी परिवार का हिस्सा हैं। सबको बचाने से ही हमारा जीवन बचेगा। पेड़-पौधे काटने से ज्यादा जरूरी अधिक से अधिक पौधे लगाना है। उन्होंने पीएम मोदी व सीएम योगी को गंगा बचाने की इस पहल को शुरू करने के लिए धन्यवाद दिया। राज्य सरकार किनारे के गांवों में समुचित विकास, शुद्ध पानी की उपलब्धता, गंगा उद्यान, खेल मैदान सहित हर प्रकार की सुविधाओं के लिए ततपरता से काम रही है। अस्पतालों की स्थिति में सुधार औऱ जनकल्याण से जुड़े कार्य भी इस अभियान से जोड़ा गया है।

पेड़-पौधे लगाने व सफाई की अपील

राज्यपाल ने अपने सम्बोधन के माध्यम से हर एक व्यक्ति से आवाह्न किया कि अधिक से अधिक पेड़ पौधे लगाएं, ताकि शुद्ध हवा आपको मिले। अपने आसपास के माहौल को साफ सुथरा रखेंगे तो उसका लाभ आपको ही मिलेगा। गम्भीर बीमारियों से बचाव हो सकेगा।

राष्ट्रगान व शंखनाद के बाद शुरू हुई जनसभा

जनसभा मंच पर राज्यपाल आनंदीबेन पटेल सभी अतिथियों के साथ पहुंचते ही राष्ट्रगान का गायन हुआ। फिर शंखनाद के बाद अतिथियों का सम्बोधन शुरू हुआ।

सड़क व जल दोनों रास्ते से निकली यात्रा

राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने मचं से गंगा यात्रा रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। बिहार के डिप्टी सीएम सुशील मोदी व प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही, नगर विकास राज्यमंत्री गिरीश यादव गंगा यात्रा रथ पर सवार होकर सड़क मार्ग से आगे बढ़े। जबकि जल मार्ग से केंद्रीय मंत्री महेंद्र पांडेय व जलशक्ति मंत्री महेंद्र सिंह यात्रा पर निकले।

मेरे राजनीतिक जीवन का सौभाग्यशाली क्षण

बैरिया विधायक सुरेन्द्रनाथ सिंह ने कहा कि मेरे राजनीतिक जीवन का यह सबसे सौभाग्यशाली क्षण है। मेरे विधानसभा क्षेत्र से गंगा यात्रा जैसे पवत्र कार्यक्रम की शुरुआत मेरे लिए बड़ी बात है। उन्होंने महान तपस्वियों की धरती पर पधारने वाले सभी अतिथियों का स्वागत किया।

गंगा बचाने के लिए कोई भी कुर्बानी देने को तैयार

जिले के प्रभारी मंत्री अनिल राजभर ने अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा, पीएम मोदी का सपना है हिदुस्तान की जीवनधारा गंगा अविरल बहती रहे। इसके लिए उन्होंने एक अलग मंत्रालय बनाया। विभिन्न विरोध को दरकिनार कर गंगा संरक्षण के लिए संकल्पित हुए। मोदी के इसी सपने को संवारने के लिए प्रदेश के जलशक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ने इस बड़े आयोजन का बीड़ा उठाया। राजभर ने बेहतर आयोजन के लिए डीएम श्रीहरि प्रताप शाही समेत पूरे जिला प्रशासन की भी पीठ थपथपाई। उन्होंने कहा कि विन्द-केवट, मल्लाह परिवार के लोग मां गंगा से रोजगार रूपी जीवन पाते हैं। गंगा जीवन के साथ मोक्षदायिनी भी है। इसको बचाने के लिए हम कोई भी कुर्बानी देने को तैयार हैं। इसमें हम सबको आगे आना होगा।

मां को स्वस्थ रखना हर गंगा पुत्र का कर्तव्य : मस्त

सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त ने अपने संसदीय क्षेत्र में आए अतिथियों का स्वागत किया। कहा, महर्षि भृगु की धरती है। गंगा जीवन यापन करने के लिए संसाधन उपलब्ध कराने वाली मां हैं। स्वस्थ मां को स्वष्ठ रखने का प्रयत्न करना हर गंगा पुत्र का कर्तव्य है।

आस्था और अध्यात्म को अर्थ से जोड़ेंगे: महेंद्र सिंह

प्रदेश के जलशक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ने कहा, पीएम मोदी के संकल्प को पूरा करने के लिए मिला यह मौका मेरे लिए सौभाग्य का विषय है। यूपी में 1140 किमी का प्रवाह होता है। गंगा का निवास काशी में होता है। गंगा की आस्था और अध्यात्म को अर्थ से जोड़ना है। इसके लिए सीएम योगी ने वृहद योजना बनाई है। अर्थ गंगा से जोड़कर बेहतर परिणाम सामने लाएंगे। बताया कि बलिया और बिजनौर से चलने वाली दोनों यात्रा कानपुर में मिलेगी और वहां प्रधानमंत्री मोदी भी रहेंगे।  

आधुनिक भारत को नई दिशा देगा 'अर्थ गंगा'

राज्य अतिथि के रूप में आए केंद्रीय कौशल विकास मंत्री महेंद्रनाथ पांडेय ने कहा कि मोदी पार्ट-2 में 2014 वाला नारा चरितार्थ हो रहा है, जिसमें मोदी ने कहा था 'मुझे गंगा ने बुलाया है।' इस पवित्र मौके पर   लोगों से अपील किया कि इस मुहिम में हर कोई आगे आएं और जुड़ें। उन्होंने कहा कि 'अर्थ गंगा' आधुनिक भारत को नई दिशा देगा। मोदी के मार्गदर्शन में गंगा की निर्मलता बनाए रखने के लिए केंद्र व राज्य के जिम्मेदार लोग लगे हैं। उन्होंने कहा कि गंगा यात्रा व अर्थ गंगा एक नई पहल है। इसके पीछे एकमात्र उद्देश्य है कि गंगा किनारे गांवों को विकसित करना। गंगा तटों के साथ अर्थ गंगा के रूप में एक आधुनिक व पर्यावरण से युक्त किनारा बनाना है। नए तेवर के साथ गंगा यात्रा शुरू हो रही है।

हर धर्म के लोगों की है गंगा : सुशील मोदी

बिहार डिप्टी सीएम सुशील मोदी ने जिले के क्रांतिकारियों को याद करके अपने सम्बोधन की शुरुआत की। कहा, गंगा कई प्रान्तों से होकर गुजरती है। भारत ही ऐसा देश है जो नदी को अपनी माँ मानता है। नदियों का कोई धर्म-जाति नहीं है। यह हिन्दू, मुश्लिम, सिख, ईसाई हर धर्म के लोगों की गंगा है। पावन पतित मां गंगा को शुद्ध करना हम सबका दायित्व है। उन्होंने मानवता के नए भागीरथ के रूप में पीएम नरेंद्र मोदी को बताया और इस संकल्प के लिए आभार जताया।

केवल पूजा व आरती ही नहीं होगी, रोजगार भी देगी गंगा

बिहार के उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी ने कहा कि हमारा सौभाग्य है कि हमको ऐसा प्रधानमंत्री मिला है जो हमारी हर संस्कृति व सभ्यता को जीवंत बनाए रखने को प्रयासरत हैं। देश की 43 प्रतिशत आबादी गंगा किनारे बसती है। अब केवल गंगा की पूजा व आरती ही नहीं होगी, बल्कि रोजी-रोटी देने का भी काम यह गंगा करेगी। इसीलिए इसे 'अर्थ गंगा' का भी नाम दिया जा रहा है। डिप्टी सीएम ने यूपी सरकार की तारीफ करते हुए कहा कि गंगा किनारे गांवों में जीरो बजट खेती व ऑर्गेनिक खेती को प्रोत्साहित करना सीएम योगी का सराहनीय निर्णय है।  गंगा उद्यान, गंगा खेल मैदान, गंगा चबूतरा आदि को बेहतर कार्य बताया। उन्होंने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी ने संकल्प लिया है कि किसी भी शहर का मल गंगा में नहीं जाएगा। कल कारखानों का गंदा पानी गंगा में नहीं जाने देंगे। उन्होंने ग्रामवासियों खासकर गंगा किनारे के गांव के लोगों से भी अपील किया कि खुले में शौच करने कत्तई न जाएं। हमारे, आपके, सबके प्रयास से ही हम स्वच्छ माहौल बना सकते हैं। उन्होंने कहा कि 2024 तक साढ़े तीन लाख करोड़ खर्च करके हर घर तक पाइप से शुद्ध पानी पहुंचाने का काम करेंगे। इसके लिए केंद्र सरकार ततपरता से पहल कर रही है।

नौकायन प्रतियोगिता रही विशेष आकर्षण का केंद्र

गंगा यात्रा की भव्यता बढ़ाने के लिए विविध कार्यक्रम आयोजित हुए। इसमें विशेष आकर्षण का केंद्र नौकायन प्रतियोगिता रही। इस प्रतियोगिता में तीन दर्जन से अधिक नाविकों ने प्रतिभाग किया। गंगा के बीच हुई यह रेस 5 किमी की हुई। इसमें प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान पाने वाले प्रतिभागी को पुरस्कार दिया गया। नाव रेस देखने के लिए दुबेछपरा से लेकर गंगापुर तक देखने वालों की भीड़ लगी रही।

लोगों में दिखा अलग उत्साह

दुबेछपरा में आयोजित गंगा यात्रा शुभारंभ कार्यक्रम को लेकर लोगों में एक अलग उत्साह देखने को मिला। दुबेछपरा से लेकर बलिया तक पूरे रास्ते यात्रा का स्वागत करने के लिए भी लोगों ने खूब तैयारी की थी। रास्ते मे कई जगह बकायदा गेट, गुब्बारा आदि लगाकर यात्रा के प्रति अपना उत्साह दिखाया।

'गंगा मइया की जय' से गूंजता रहा दुबेछपरा

गंगा यात्रा के शुभारंभ के अवसर पर आयी भीड़ से हर क्षण 'गंगा मइया की जय' का जयकारा लगता रहा। इसके अलावा वंदेमातरम व अन्य देशभक्ति नारे भी वहां मौजूद लोग लगाते रहे। इस प्रकार यह कार्यक्रम पूरी तरह से धार्मिक और देशभक्ति से ओतप्रोत रहा। लोगों का इस जयकारा और उत्साह में गंगा के प्रति प्रेम-स्नेह व भक्ति साफ दिखाई द रही थी।

शानदार संचालन से बताते रहे गंगा का महत्व

गंगा यात्रा शुभारंभ के अवसर पर आयोजित जनसभा का संचालन मशहूर उद्घोषक विजय बहादुर सिंह ने किया। विजय ने अपने संचालन के माध्यम से भी गंगा का महत्व लगातार बताते रहे। गंगा को कैसे बचाया जाए, कैसे गंगा का संरक्षण हो, गंगा की निर्मलता कैसे बनाए रखी जाए, उन्होंने लोगों से इसके बारे में सोचने का आवाह्न किया।

बलिया से यात्रा शाम को गाजीपुर की सीमा में प्रवेश करेगी

बलिया से यह यात्रा शाम को गाजीपुर की सीमा में प्रवेश कर जाएगी। गंगा यात्रा 28 को प्रातः गाजीपुर के मैनपुर, चाड़ीपुर, नंदगंज में स्वागत करने के पश्चात 11 बजे देवकली बस स्‍टैंड स्थित ब्रहम स्थल प्रांगण में पहुंगी। जहां स्वागत समारोह व जनसभा आयोजित है जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में उप्र के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के साथ अनेक मंत्री, सांसद, विधायक गंगा यात्रा के साथ मौजूद रहेंगे। इसके बाद यात्रा टाउन नेशनल इंटर कालेज सैदपुर के लिए रवाना होगी जहां दोपहर में  जन सभा आयोजित है।

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