वाराणसी में शहर के हर घर तक पहुंचेगा गंगा जल, भदैनी पंप व डब्ल्यूटीपी की बढ़ेगी क्षमता
वाराणसी में शहरी इलाके के हर घर तक गंगा जल पहुंचने की उम्मीद बढ़ गई है। पूर्व में भेजा प्रस्ताव शासन स्तर पर स्वीकृत तो हुआ लेकिन बजट के अभाव में कार्य प्रारंभ न हो सका। जल निगम को जिस संजीवनी का इंतजार था वह जल्द आने की उम्मीद है।
वाराणसी, जेएनएन। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में प्रदेश का जो बजट आया है उसमें शहर से लेकर गांव तक पेयजल योजनाओं को तरजीह दी गई है। हर घर तक नल योजना के तहत बड़ी रकम आवंटित की गई है। इससे एक बार फिर काशी में शहरी इलाके के हर घर तक गंगा जल पहुंचने की उम्मीद बढ़ गई है। पूर्व में भेजा प्रस्ताव शासन स्तर पर स्वीकृत तो हुआ, लेकिन बजट के अभाव में कार्य प्रारंभ न हो सका।
नगरीय पेयजल के लिए जल निगम को जिस संजीवनी का इंतजार था वह जल्द आने की उम्मीद बढ़ गई है। धांधली से दम तोड़ रही सिस वरुणा पेयजल परियोजना के लिए प्रस्तावित 121 करोड़ के दो प्रोजेक्ट्स में 114 करोड़ का बजट निर्गत होने की संभावना भी बढ़ गई है। वहीं, सात करोड़ का प्रोजेक्ट पहले ही स्वीकृत हो चुका है। इस बजट से पेयजल योजना के डैमेज पाइप, लीकेज, गड़बड़ बूस्टर व पंप आदि दुरुस्त किए जा रहे हैं। वहीं, 114 करोड़ से पुरानी काशी में क्रियान्वित गंगा आधारित पेयजल योजना की क्षमता बढ़ाई जाएगी। इसमें भदैनी में लगे लिफ्टिंग पंप की क्षमता 250 एमएलडी की जाएगी। वर्तमान में यह क्षमता 140 एमएलडी है। इसके अलावा भेलूपुर में स्थापित वाटर ट्रीटमेंट प्लांट की क्षमता भी बढ़ेगी। पुराने पंपों को बदलकर नए पंप लगाए जाएंगे। ट्रांस वरुणा में नलकूपों को बंद कर गंगा आधारित पेयजल योजना को पूर्ण किया जाएगा।
वर्ष 2008 में बनी थी परियोजना
गंगा जल स्रोत से नगर में प्राथमिकता वाली तीन परियोजनाएं बनाई गईं थीं जिसकी स्वीकृति अक्टूबर 2008 में मिली थी। तीनों परियोजनाओं का अनुमानित बजट करीब 700 करोड़ रुपये था। परियोजना को जमीन पर लाने के लिए शहर को दो हिस्सों में बांटा गया। वरुणापार इलाके को ट्रांस वरुणा, जबकि दूसरे हिस्से को सिस वरुणा का नाम दिया गया। ट्रांस वरुणा के लिए करीब 209 करोड़ रुपये व सिस वरुणा के लिए करीब 227 करोड़ रुपये का बजट निर्धारित हुआ। वहीं 50 हजार नए कनेक्शन व एक लाख 58 हजार घरों में वाटर मीटर लगाने के लिए करीब 111 करोड़ रुपये का बजट तय हुआ। ट्रांस व सिस वरुणा की परियोजना वर्ष 2010 में प्रारंभ हो गई जिसे दो साल के अंदर पूरा करना था, लेकिन नहीं हो सका। वक्त बीतने से लागत बढ़ गई और तीनों परियोजना का पुनरीक्षित बजट 700 करोड़ तक पहुंच गया।
नगरीय पेयजल परियोजना
-03 चरणों में बना प्रोजेक्ट
-1000 करोड़ की लागत
-32 ओवरहेड टंकियां वरुणापार
-17 ओवरहेड टंकियां शहर में
-100 एमएलडी का सारनाथ में वाटर ट्रीटमेंट प्लांट
-50 हजार घरों में नया कनेक्शन व मीटर स्थापना
सिस वरुणा पेयजल परियोजना के लिए शासन ने सात करोड़ रुपये स्वीकृत कर दिया है
सिस वरुणा पेयजल परियोजना के लिए शासन ने सात करोड़ रुपये स्वीकृत कर दिया है। 114 करोड़ का प्रस्ताव भेजा गया है जिसका बजट उपलब्ध होने की उम्मीद है।
-एके पुरवार, मुख्य अभियंता जल निगम