वाराणसी में चोरी के टैंकर की फाइल हथियाने की फिराक में गिरोह, लिपिक ने किया पीछा तो भाग निकले
वाराणसी में चोरी के टैंकर को परिवहन कार्यालय में दर्ज कराने वाले गिरोह के सदस्य बुधवार को फाइल की तलाश में दिखे। वे परिवहन कार्यालय में कुछ लिपिकों से घटना के बारे में पूछते रहे।
वाराणसी, जेएनएन। चोरी के टैंकर को परिवहन कार्यालय में दर्ज कराने वाले गिरोह के सदस्य बुधवार को फाइल की तलाश में दिखे। वे परिवहन कार्यालय में कुछ लिपिकों से घटना के बारे में पूछते रहे। कुछ देर बाद दोबारा पूछने पर लिपिक को शक हुआ तो उसने उल्टा पूछा कि आप क्यों पूछ रहे हैं, आपसे उससे क्या मतलब है। ऐसे में वे मीडियाकर्मी होने की बात करने लगे। लिपिक ने जब आइकार्ड मांगा तो चलते बने। लिपिक ने कुछ लोगों के साथ उनका पीछा किया तो वे कार से बाबतपुर की ओर भाग निकल गए।
बड़ागांव थाने में खड़ा है चोरी का टैंकर
चोरी के वाहनों का परिवहन कार्यालय में पंजीयन कराने वाले गिरोह के सदस्य अरुणाचल प्रदेश के एक जिले से एनओसी लेकर आए थे। वे बिना टैंकर और ट्रक लगाए परिवहन कार्यालय में वाहनों को दर्ज कराना चाहते थे। जब उन लोगों ने पंजीयन का दबाव बनाया तो शक हुआ। इसके बाद एआरटीओ ने एक टैंकर मंगाकर जांच करने के लिए कहा, इस पर वे आनाकानी करने लगे। वहीं जब पुलिस को बुलाया गया तो पंजीयन कराने पहुंचे लोग व चालक फरार हो गए। मौके पर पहुंचे उप निरीक्षक अनिल सिंह ने टैंकर को बड़ागांव थाने में खड़ा करा लिया।
बचने का रास्ता खोजने लगे गिरोह के सदस्य
दोनों स्थानों से रिपोर्ट आने पर उप परिवहन आयुक्त की ओर से एआरटीओ को मुकदमा दर्ज कराने का निर्देश देने से गिरोह के सदस्य अपने बचने का रास्ता खोजने लगे हैैं। वे आवेदन की फाइल गायब करना चाह रहे हैं। क्योंकि उसमें आवेदक का फोटो और कई प्रमाणपत्र लगे हैं। आवेदन फार्म पर दिया गया मोबाइल नंबर बंद बता रहा है। एआरटीओ एके राय ने बताया कि अरुणाचल प्रदेश के परिवहन अधिकारी से कुछ और कागजात के बारे में जानकारी मांगी गई है, जिससे बाद में कोर्ट में कोई परेशानी नहीं हो।