इंटरनेट पर नहीं ठीक हुई गदर के महानायक मंगल पांडेय की जन्मतिथि, गलत तारीख की वजह से लोग भ्रम में

सन 1857 की गदर के महानायक मंगल पांडेय की जन्मतिथि को लेकर उनके गृह जिले बलिया के लोग भले ही आश्वस्त हैं लेकिन इंटरनेट की वेबसाइट विकीपीडिया पर दर्ज गलत तारीख की वजह से देश भर में लोग भ्रम में हैं।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Mon, 19 Jul 2021 10:43 PM (IST) Updated:Mon, 19 Jul 2021 10:43 PM (IST)
इंटरनेट पर नहीं ठीक हुई गदर के महानायक मंगल पांडेय की जन्मतिथि, गलत तारीख की वजह से लोग भ्रम में
1857 की गदर के महानायक मंगल पांडेय

बलिया, जागरण संवाददाता। सन 1857 की गदर के महानायक मंगल पांडेय की जन्मतिथि को लेकर उनके गृह जिले बलिया के लोग भले ही आश्वस्त हैं, लेकिन इंटरनेट की वेबसाइट विकीपीडिया पर दर्ज गलत तारीख की वजह से देश भर में लोग भ्रम में हैं। इसी वजह से सोमवार को शहीद मंगल पांडेय का नाम इंटरनेट मीडिया पर ट्रेंड करता रहा। बलिया में उनकी जयंती 30 जनवरी, 1831 को मनाई जाती है, जबकि विकीपीडिया के अंग्रेजी पेज पर मंगल पांडेय की जयंती 19 जुलाई, 1827 दर्ज है। हालांकि विकीपीडिया के हिंदी पेज पर सही तारीख 30 जनवरी, 1831 ही लिखी गई है।

दोनों तिथियों को लेकर इंटरनेट मीडिया पर लोग भ्रम की स्थिति में हैं। बलिया के नगवा गांव में जन्मे मंगल पांडेय की जन्म तिथि सुधारने के लिए जुलाई, 2020 में आवाज उठी थी। संसदीय कार्य मंत्री आनंद स्वरूप शुक्ल ने इस बाबत विकीपीडिया को दो बार पत्र लिखा, लेकिन सुधार नहीं हुआ। मंत्री ने बताया कि पत्र का विकीपीडिया ने संज्ञान लिया है। उन्होंने बताया कि जन्म की तारीख के संबंध में विकीपीडिया खुद भी कुछ साक्ष्य इकटठा करता है। उसके बाद ही जन्म तारीख में सुधार होगा।

महान व्यक्तित्व में भी तारीख ठीक : कौशिकेय

नगर के निवासी साहित्यकार शिवकुमार कौशिकेय ने मंगल पांडेय पर एक पुस्तक लिखी है- क्रांति के प्रथम नायक मंगल पांडेय। उन्होंने भी जन्म की तारीख 30 जनवरी दर्ज की है। उन्होंने बताया कि बेसिक शिक्षा परिषद के कक्षा छह की पाठ्यपुस्तक 'महान व्यक्तित्व में भी उनकी जयंती 30 जनवरी, 1831 है। सूचना विभाग की पुस्तक 'बलिया दर्शन में भी यह तिथि 30 जनवरी ही है। इसी तारीख पर बलिया में वर्षों से आयोजन होते आ रहे हैं, फिर भी विकीपीडिया सहित विभिन्न वेबसाइट पर गलत तारीख लिखी गई है।

विक्रमादित्य पांडेय ने 1987 में उठाया था सवाल

नगर में ही स्थापित शहीद मंगल पांडेय स्मारक समिति, कदम चौराहा के अध्यक्ष शशिकांत चतुर्वेदी कहते हैं कि पूर्व विधायक स्व.विक्रमादित्य पांडेय ने वर्ष 1987 में विधान सभा में भी मामला उठाया था। 1990 में कदम चौराहा पर मंगल पांडेय की प्रतिमा स्थापित हुई, जबकि महानायक के गांव नगवां में भी स्मारक का निर्माण कराया गया है। मंगल पांडेय के नाम पर इंटर कालेज भी है। इन स्थानों पर भी जन्म की तारीख 30 जनवरी, 1831 ही दर्ज है।

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