काशी विश्वनाथ धाम में लगेंगे नौ करोड़ के फर्नीचर, प्रशासन ने जूम पर बैठक कर किया आकलन
श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर सुंदरीकरण व विस्तारीकरण योजना के तहत बनाए जा रहे कारिडोर के भवनों में नौ करोड़ के फर्नीचर लगाए जाएंगे। मंदिर कार्य पालक समिति के अध्यक्ष मंडलायुक्त दीपक अग्रवाल की अध्यक्षता में बुधवार को जूम बैठक में अफसरों ने इससे संबंधित प्रस्ताव को हरी झंडी दे दी।
वाराणसी, जेएनएन। श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर सुंदरीकरण व विस्तारीकरण योजना के तहत बनाए जा रहे कारिडोर के भवनों में नौ करोड़ के फर्नीचर लगाए जाएंगे। मंदिर कार्य पालक समिति के अध्यक्ष मंडलायुक्त दीपक अग्रवाल की अध्यक्षता में जूम बैठक में अफसरों ने इससे संबंधित प्रस्ताव को हरी झंडी दे दी। साथ ही इसे शासन को भी भेज दिया ताकि कार्य पूरा होने के साथ भवनों में फर्निशिंग का कार्य भी शुरू किया जा सके। कारिडोर में 24 भवन बनाए जा रहे हैैं। इनका 55 फीसद काम पूरा हो गया है। इसमें 12 भवनों का स्ट्रक्चर खड़ा होने के साथ फिनिशिंग की जा रही है।
माना जा रहा है पहले से तय यह सभी काम नवंबर तक पूरे कर लिए जाएंगे। पहले इसके लिए अगस्त तक का ही समय तय था। कोरोना संकट के कारण काम की गति धीमी होने से इसे नवंबर तक विस्तारित करने का प्रस्ताव पहले ही शासन को दिया जा चुका है।
सुरक्षा संसाधन पर छह करोड़ खर्च, पुलिस कमिश्नरेट से मांगी रिपोर्ट
अंतिम दौर की ओर बढ़ते कार्य को देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर संसाधनों का खाका भी खींचा जा रहा है। इस पर लगभग छह करोड़ रुपये खर्च होंगे। फिलहाल इस पर पुलिस कमिश्नरेट से रिपोर्ट मांगी गई है। इसके बाद एक बार फिर इसमें संशोधन किया जाएगा।
निर्माण प्रोजेक्ट विस्तार में अब 35 के बजाय 40 करोड़ खर्च का आकलन
बाबा दरबार से गंगधार तक बनाए जा रहे कारिडोर में चार भवनों के बढऩे से अब 40 करोड़ रुपये खर्च बढऩे का आकलन किया जा रहा है। पहले इस पर 35 करोड़ खर्च का अनुमान किया गया था। जूम मीटिंग में अहमदाबाद से जुड़ी कंसल्टेंट कंपनी प्रतिनिधियों के साथ विचार विमर्श में खर्च बढ़ता नजर आया। दरअसल, अप्रैल में ही गंगा छोर पर गेट, रैैंप भवन, कैफेटेरिया और दोनों पर ही गंगा दर्शन गैलरी बनाए जाने का शासन को मय इस्टीमेट प्रस्ताव दिया गया था। इसे अब संशोधित किया जाएगा। बैठक में मंदिर मुख्य कार्यपालक अधिकारी सुनील कुमार वर्मा, कार्यदायी एजेंसी लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता संप्रति अधीक्षण अभियंता संजय गोरे समेत अधिकारी थे।