वाराणसी में फलों की दोगुनी हुई मांग, फुटकर दुकानदार ग्राहकों से वसूल रहे चार गुना दाम

कोरोना महामारी के कारण विटामिन वाले फलों की मांग में तीन गुना इजाफा हुआ है। इस समय सबसे ज्यादा लोग विटामिन सी वाले फलों को तरजीह दे रहे हैं। भावों को लेकर रोज-रोज ग्राहकों से फेरी-पटरी के फल दुकानदारों से कीच-कीच हो रही है।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Mon, 10 May 2021 04:02 PM (IST) Updated:Mon, 10 May 2021 04:02 PM (IST)
वाराणसी में फलों की दोगुनी हुई मांग, फुटकर दुकानदार ग्राहकों से वसूल रहे चार गुना दाम
कोरोना महामारी के कारण फलों की मांग और फुटकर में भावों ने भी रफ्तार पकड़ना शुरू कर दिया।

वाराणसी, जेएनएन। जैसे ही कोरोना महामारी के दूसरे लहर ने रफ्तार पकड़ी वैसे ही फलों की मांग और फुटकर में भावों ने भी रफ्तार पकड़ना शुरू कर दिया। हुआ यह कि बढ़ते कोरोना के कहर से बचने के लिए लोगों ने संतुलित आहार लेना शुरू कर दिया। जिससे इम्युनिटी (रोग प्रतिरोधक क्षमता) बढ़ाने वाले फलों की मांग बढ़ने लगी। जिसका नतीजा यह हुआ कि फुटकर दुकानदारों ने सेब, संतरा, कीवी, नारियल पानी (डाब), अनार के दामों में तीन से चार गुना वृद्धि कर दिया।

फुटकर कारोबारी ग्राहकों से बोल रहे झूठ

पहड़िया फल मंडी के व्यापारी किशन सोनकर ने बताया कि आंशिक रूप से लगे लॉकडाउन का असर मंडी पर नहीं पड़ा है। फलों की आवक भी सामान्य है। थोक बाजार में फलों के भाव भी जस से तस हैं। हां, यह जरूर है कि बढ़ती गर्मी और कोरोना महामारी के कारण रसीले फल (मौसमी, नारियल पानी, तरबूज) के मांग में जरूर बढ़ोत्तरी हुई है। लेकिन भावों में कोई वृद्धि नहीं हुई है। लॉकडाउन में भी दूसरे प्रदेशों से फलों की आवक हो रही है। लेकिन फुटकर कारोबारी अपने ग्राहकों से झूठ परोस रहे हैं कि मंडी बंद है। बाहर से फलों की आवक नहीं हो रही है। माल नहीं मिल रहा है। इस झूठ के सहारे वह मनमाने दामों पर फलों की बिक्री कर रहे हैं। भावों को लेकर रोज-रोज ग्राहकों से फेरी-पटरी के फल दुकानदारों से कीच-कीच हो रही है।

विटामिन वाले फलों की मांग बढ़ी

कोरोना महामारी के कारण विटामिन वाले फलों की मांग में तीन गुना इजाफा हुआ है। इस समय सबसे ज्यादा लोग विटामिन सी वाले फलों को तरजीह दे रहे हैं। डॉक्टरों की सलाह पर इस समय लोग पपीता, मौसमी, तरबूज, बेल का खूब सेवन कर रहे हैं।

मौसमी फल सस्ते बाकी महंगे

मंडी के अन्य व्यापारियों ने बताया कि मौसमी फलों के दाम इस समय सस्ते हैं। जबकि बिना मौसम के फल (सेब, संतरा, अंगूर) कोल्ड स्टोर का है। इस कारण इन फलों के भाव महंगे है। हालांकि इधर थोक मंडी में पिछले पांच दिनों से हिमाचल प्रदेश के सेब के भाव में थोड़ा उतार जरूर देखने को मिला है। जबकि इम्पोर्टेड सेब (जो गाढ़ा लाल रंग का होता है) का भाव अपने पुराने रेट 220-240 पर बना हुआ है।

फलों का रेट

फल       थोक        फुटकर       आवक

सेब    160-180   200-220   हिमाचल प्रदेश के (कोल्ड स्टोर से)

संतरा  100-120  130-150   नागपुर (कोल्ड स्टोर से)

केला     20-25     50-60     कोलकाता

अनार    40-70    120-140  राजस्थान और गुजरात

अंगूर     80-100   120-140  नासिक (कोल्ड स्टोर से)

पपीता   20-25      35-40     महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश

तरबूज   08-10     15-20     स्थानीय बाजार से

नारियल  35-40     60-70     कर्नाटक

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