खुद को आर्मी का बताकर वाराणसी में किराये का मकान लेने के बहाने जालसाज ने उड़ाया 99 हजार
वाराणसी के चितईपुर थाना क्षेत्र के विवेकानंद नगर कॉलोनी में रहने वाले नीलेश उपाध्याय ने अपना घर किराये पर देने के लिए मोबाइल मैजिक ब्रिक्स कॉम पर विज्ञापन डाला। इस बीच अपने को सेना का जवान बताकर रणदीप सिंह ने कमरा लेने के लिए फोन किया।
वाराणसी, जागरण संवाददाता। चितईपुर थाना क्षेत्र के विवेकानंद नगर कॉलोनी में रहने वाले नीलेश उपाध्याय ने अपना घर किराये पर देने के लिए मोबाइल मैजिक ब्रिक्स कॉम पर विज्ञापन डाला। इस बीच अपने को सेना का जवान बताकर रणदीप सिंह ने कमरा लेने के लिए फोन किया। कमरा लेने के बावत बातें करने के बाद पत्नी को कमरा दिखाने के लिए व्हाट्सएप पर फोटो मंगाया। फोटो देखने के बाद वाराणसी में पोस्टिंग होने के बारे में बताया कि अब परिवार वहीं रखना है।
मकान का किराये एडवांस देने के लिए विश्वास में लेने के लिए नीलेश को अपना आधार व पैन कार्ड भेजा। साथ ही भारतीय सेना का क्यूआर कोड लिखा स्कैन कराकर भेजा। कोड स्कैन के लिए बोला लेकिन और उसके बाद कैंसिल हो जा रहा था। इस बीच तीन बार में खाते से 99002 रुपये निकल गया। मोबाइल पर खाते से रुपये कटने की जानकारी होने पर गुरुवार की रात भुक्तभोगी ने चितईपुर थाने में तहरीर देकर मुकदमा दर्ज कराया गया है।
इससे पूर्व जून माह में भी इसी तरह से फेक प्रोफाइल बनाकर धोखा दे रहे है। खोजवां स्थित त्रिदेव नगर निवासी साक्षी लोहिया ने भेलूपुर थाने में तहरीर देकर रणवीर सिंह नाम के जालसाज के खिलाफ धोखाधड़ी और खाते से रुपये निकालने का मुकदमा दर्ज कराया। आरोप है कि पिछले महीने उनसे आनलाइन रेटिंग प्लेटफार्म पर रणवीर सिंह ने संपर्क किया। और खुद को नागपुर में सेना का अधिकारी बताते हुए आनलाइन कमरा देखा। उसके बाद वाराणसी में ट्रांसफर होने की जानकारी दी। कमरा लेने के लिए मकान मालिक के यहां अपनी आइडी भेजी फिर एडवांस किराया भेजने के लिए खाता नंबर लिया। जालसाज ने 20 जून को वाराणसी आकर कमरे में रहने की सूचना दी। इसी बीच खाते से 54,996 रुपये ट्रांसफर कर लिया। खाता से रुपये कटने का मोबाइल पर मैसेज आने के बाद साक्षी के होश उड़ गए और उसने जालसाज के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया।
सतर्कता जरूरी : बढ़ते साइबर क्राइम से बचने के लिए अत्यंत सतर्कता जरूरी है। जिला बैंक प्रबंधक (एलडीएम) पीके झा ने बताया कि किसी भी स्थिति में अपना आधार नंबर, एटीएम पिन नंबर न बताएं। आधार नंबर बताने से भी जालसाज खाता से रुपये की निकासी कर सकते हैं।