वाराणसी में नौकरी और शराब का लाइसेंस दिलाने के नाम पर 15 लाख की धोखाधड़ी

आबकारी विभाग के एक सिपाही ने पांच युवकों को नौकरी और एक को शराब ठेके का लाइसेंस दिलाने के नाम पर 15 लाख रुपए हड़प लिए। जब नौकरी व लाइसेंस नहीं मिला तो पैसे वापस मांगने पर वह देख लेने और जान से मारने की धमकी देता है।

By Abhishek SharmaEdited By: Publish:Sun, 25 Jul 2021 08:06 PM (IST) Updated:Sun, 25 Jul 2021 08:06 PM (IST)
वाराणसी में नौकरी और शराब का लाइसेंस दिलाने के नाम पर 15 लाख की धोखाधड़ी
नौकरी-लाइसेंस नहीं मिला तो पैसे वापस मांगने पर वह देख लेने और जान से मारने की धमकी देता है।

जागरण संवाददाता, वाराणसी। आबकारी विभाग के एक सिपाही ने पांच युवकों को नौकरी और एक को शराब ठेके का लाइसेंस दिलाने के नाम पर 15 लाख रुपए हड़प लिए। जब नौकरी व लाइसेंस नहीं मिला तो पैसे वापस मांगने पर वह देख लेने और जान से मारने की धमकी देता है। पीडि़तों की सुनवाई पुलिस ने नहीं की तो वह अदालत की शरण में गए। सीजेएम की अदालत के आदेश से बलिया के कोतवाली क्षेत्र के कर्नल बृजबिहारी मार्ग के मूल निवासी और चौकाघाट स्थित आबकारी कॉलोनी में रहने वाले सिपाही मनीष कुमार सिंह के खिलाफ लालपुर पांडेयपुर थाने में धोखाधड़ी और धमकाने सहित अन्य आरोपों में मुकदमा दर्ज किया गया है।

दौलतपुर क्षेत्र की आवास विकास कॉलोनी निवासी अंजनी कुमार सिंह के अनुसार वर्ष 2019 में आरोपित सिपाही मनीष से उनकी जान-पहचान हुई थी। दोनों की करीबी बढ़ी तो मनीष ने कहा कि पैसा खर्च करे तो उसे शराब का ठेका दिलाने के साथ दोस्तों की आबकारी विभाग में नौकरी लगवा देंगे। अंजनी शराब ठेके के लिए और उनके पांच मित्र नौकरी के लिए तैयार हुए। इसके साथ ही अलग-अलग किश्तों में मनीष को 15 लाख रुपए दिए गए।

अंजनी ने बताया कि काफी समय बीत जाने के बाद भी न उन्हेंं शराब ठेका मिला और न उनके दोस्तों को नौकरी मिली। पैसे की मांग की गई तो मनीष ने कहा कि उसके रिश्तेदार पुलिस विभाग में डीआइजी हैं। कोई उसका कुछ बिगाड़ नहीं पाएगा। इसके बाद अंजनी ने लालपुर पांडेयपुर थाने से लेकर पुलिस महकमे के उच्चाधिकारियों से भी गुहार लगाई लेकिन उनकी सुनवाई नहीं हुई। इस पर उन्होंने अदालत का दरवाजा खटखटाया। अदालत ने उनकी फरियाद सुनकर प्रयागराज के हंडिया स्थित आबकारी ऑफिस में तैनात सिपाही मनीष कुमार सिंह के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया।

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