बलिया जिले में 42 शिक्षकों की नियुक्ति में फर्जीवाड़ा, शिकायत मिलने के बाद ईओडब्ल्यू जांच शुरू

माध्यमिक शिक्षा विभाग में शिक्षकों की नियुक्ति में बड़ी गड़बड़ी सामने आई है। सृजित पद से अधिक शिक्षकों के पद नियुक्त कर लिये गये इसके लिये शासन से कोई स्वीकृति ही नहीं ली गई। कुल 30 कालेजों के 42 शिक्षकों की भूमिका संदेह के घेरे में आ गई है।

By Abhishek SharmaEdited By: Publish:Fri, 18 Jun 2021 06:20 AM (IST) Updated:Fri, 18 Jun 2021 06:20 AM (IST)
बलिया जिले में 42 शिक्षकों की नियुक्ति में फर्जीवाड़ा, शिकायत मिलने के बाद ईओडब्ल्यू जांच शुरू
माध्यमिक शिक्षा विभाग में शिक्षकों की नियुक्ति में बड़ी गड़बड़ी सामने आई है

बलिया [संग्राम सिंह]। माध्यमिक शिक्षा विभाग में शिक्षकों की नियुक्ति में बड़ी गड़बड़ी सामने आई है। सृजित पद से अधिक शिक्षकों के पद नियुक्त कर लिये गये, इसके लिये शासन से कोई स्वीकृति ही नहीं ली गई। कुल 30 कालेजों के 42 शिक्षकों की भूमिका संदेह के घेरे में आ गई है। यह सारी नियुक्तियां वर्ष 2011 से 2016 के कार्यकाल में हुई हैं। माध्यमिक शिक्षा परिषद के सचिव ने मामले की जांच आर्थिक अपराध अनुसंधान शाखा (ईओडब्ल्यू) की वाराणसी शाखा को सौंपी है। प्रकरण की जांच शुरू हो चुकी है। फाइलें खंगालनी शुरू हुई तो पत्रावली ही गायब कर दी गई। अब मामले में ईओडब्ल्यू ने पटल प्रभारी समेत 14 लोगों पर बनारस के विभागीय थाना में मुकदमा दर्ज करा दिया है।हाईकमान ने इंस्पेक्टर विंध्यवासिनी त्रिपाठी को विवेचना अधिकारी भी नियुक्त कर दिया गया है। लखनऊ मुख्यालय ने जांच रिपोर्ट भी तलब की गई है। रोजाना मानीटरिंग की जा रही है। सिर्फ शिक्षक ही नहीं, बल्कि इसमें कई कालेजों के प्रबंधक, पूर्व डीआइओएस समेत कई अधिकारियों की गर्दन फंसती हुई दिखाई पड़ रही है। रुपये के लेन-देन की बात भी सामने आई है।

यह है पूरा मामला : जिले में कुल 91 मान्यता प्राप्त कालेज हैं, इसमें 2011 से 16 के मध्य करीब 42 शिक्षकों की नियुक्त कालेज प्रबंधन द्वारा पद से अधिक कर ली गई। जांच में मामला सामने आने पर शासन ने सबके वेतन रोकने के आदेश दे दिये। लेकिन एक साल पहले कई शिक्षकों के वेतन जारी कर दिये गये। इस पर शासन ने आपत्ति जता दी। 2020 मेें प्रकरण की नए सिरे से जांच ईओडब्ल्यू को सौंप दी गई।

बोले अधिकारी : मुकदमा मेरे द्वारा ही दर्ज कराया गया है, लेकिन अब विवेचना अधिकारी दूसरे नियुक्त हुए हैं। फौरी जांच में शिक्षक भर्ती में बड़ी अनियमितता सामने आई है। शासन से जांच के आदेश हुए हैं।  - कृष्ण मुरारी मिश्र, इंस्पेक्टर, आर्थिक अपराध अनुसंधान संगठन, वाराणसी

प्रकरण में कई शिक्षकों को वेतन जारी किया गया है। मामले में ईओडब्ल्यू द्वारा जांच कराई जा रही थी। उनका विभाग पूरा सहयोग कर रहा है।  - डा. ब्रजेश मिश्र, जिला विद्यालय निरीक्षक, बलिया

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