वाराणसी से चुनार तक फोरलेन निर्माण में मिली धांधली, लोकनिर्माण विभाग ने फर्म का रोका भुगतान

बनारस से चुनार तक बन रही सड़क निर्माण में धांधली उजागर होने पर लोकनिर्माण विभाग ने फर्म का भुगतान रोक दिया है। जांच रिपोर्ट के बाद ही लोकनिर्माण विभाग फर्म का भुगतान करेगा। जिला प्रशासन की ओर से गठित तीन सदस्यीय टीम को भी निर्माण में गड़बड़ी मिल चुकी है।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Fri, 25 Sep 2020 10:19 PM (IST) Updated:Fri, 25 Sep 2020 10:19 PM (IST)
वाराणसी से चुनार तक फोरलेन निर्माण में मिली धांधली, लोकनिर्माण विभाग ने फर्म का रोका भुगतान
बनारस से चुनार तक बन रही सड़क निर्माण में धांधली उजागर।

वाराणसी, जेएनएन। बनारस से चुनार तक बन रही सड़क निर्माण में धांधली उजागर होने पर लोकनिर्माण विभाग ने फर्म का भुगतान रोक दिया है। जांच रिपोर्ट आने के बाद ही लोकनिर्माण विभाग फर्म का भुगतान करेगा। जिला प्रशासन की ओर से गठित तीन सदस्यीय टीम को भी निर्माण में गड़बड़ी मिल चुकी है। उधर, बीएचयू भी इस मामले की जांच कर रही है। लोकनिर्माण विभाग ने सड़क बनाने वाली फर्म को खराब कार्यों को दुरुस्त कराने का निर्देश दिया गया है। आगे सड़क बनाने में गड़बड़ी मिलने पर फर्म के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी।

वाराणसी-अदलपुरा-चुनार मार्ग के नाम से बन रही साढ़े चार किलोमीटर फोरलेन सड़क के लिए 29 करोड़ 86 लाख 53 हजार रुपये स्वीकृत है। फोरलेन का काम मई-2018 में शुरू होना था लेकिन काम समय से शुरू नहीं हो सका। जबकि इस काम को मार्च-2019 तक पूरा भी करना था। बाद में काम शुरू होने पर पूरा करने की अवधि बढ़ा दी गई। इस काम को दिसंबर-2019 में पूरा करना था लेकिन अभी आधा ही काम पूरा हो सका है। बचे काम कब पूरे होंगे इस बारे में कोई भी अधिकारी बोलने को तैयार नहीं है। बस एक ही जवाब है कि जल्द काम पूरा करा लिया जाएगा। उधर, सड़क में धांधली होने की शिकायत मिलने पर कैंट विधायक ने स्थलीय निरीक्षण किया तो धांधली उजागर हो गई। उन्होंने डीएम से पूरे मामले को अवगत कराया तो उन्होंने तीन सदस्यीय टीम गठित कर जांच करने का आदेश दे दिया। धांधली मिलने पर क्षेत्रीय अभियंता को स्पष्टीकरण मांगा गया। अभियंताओं ने डीएम को अपना स्पष्टीकरण दे दिया है। उनके खिलाफ कार्रवाई के लिए शासन को रिपोर्ट भेजी जाएगी। विभागीय जांच में गड़बड़ी मिलने पर अफसर हैरान हैं। ऐसे में विभाग ने तत्काल फर्म का भुगतान रोकने का निर्णय लिया है।

यह मिली है गड़बड़ी

प्राथमिक जांच में विभाग ने पाया कि पाथ-वे के बीच मिट्टी और स्थानीय बालू ठीकेदार ने डाल दिया था। टाइल्स लगाने के दौरान गुणवत्ता पर ध्यान नहीं दिया गया जिससे लोड पड़ते ही टूट गया। साथ ही टाइल्स की भी गुणवत्ता ठीक नहीं है। नाली में भी गड़बड़ी है।

प्राथमिक जांच में धांधली मिली है, जो काम मानक के विपरीत हुए

प्राथमिक जांच में धांधली मिली है, जो काम मानक के विपरीत हुए हैं उसे फिर से सही कराया जाएगा। साथ ही फर्म से कटौती भी जाएगी। जांच रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्यवाही होगी। फिलहाल फर्म का भुगतान रोक दिया गया है।

-सुग्रीव राम, अधिशासी अभियंता लोकनिर्माण।

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