सेना भर्ती के नाम पर ठगने वाला गिरोह पकड़ाया, भारतीय सेना की फर्जी मुहर और पिस्टल बरामद
पांच युवाओं के पकड़े जाने के बाद उसका नाम सामने आया था। दैनिक जागरण ने इसको लेकर कई दिन प्रमुखता से खबर प्रकाशित की थी। इसके बाद जिला पुलिस काफी सक्रिय हुई। गिरफ्तार जालसाजों में तीन चंदौली एक-एक गाजीपुर व आजमगढ़ के रहने वाले हैं।
चंदौली, जेएनएन। सेना भर्ती के नाम पर जनपद समेत आसपास के युवाओं को ठगने वाले जालसाजों का गिरोह मंगलवार को पुलिस के हत्थे चढ़ गए। पुलिस ने उन्हें चहनियां-धानापुर मार्ग पर घेरेबंदी कर पकड़ा। उनके पास से दो पिस्टल, कारतूस, सेना की फर्जी मुहर, दस्तावेज, चेकबुक, पासबुक, एटीएम कार्ड, आर्मी कैंटिन का स्मार्ट कार्ड, कार, बाइक, कंप्यूटर सेट, नौ मोबाइल बरामद किया गया। गिरफ्तार जालसाजों में रविकांत यादव उर्फ मक्खू भी है।
जबलपुर छावनी में फर्जी नियुक्ति पत्र के साथ जिले के पांच युवाओं के पकड़े जाने के बाद उसका नाम सामने आया था। दैनिक जागरण ने इसको लेकर कई दिन प्रमुखता से खबर प्रकाशित की थी। इसके बाद जिला पुलिस काफी सक्रिय हुई। गिरफ्तार जालसाजों में तीन चंदौली, एक-एक गाजीपुर व आजमगढ़ के रहने वाले हैं। उनकी निशानदेही पर साइबर कैफे संचालक को भी पकड़ा है, जहां से सेना भर्ती का फर्जी नियुक्ति पत्र तैयार किया जाता था। जालसाज को पुलिस ने सेना की वर्दी में पकड़ा। वे सेना भर्ती की तैयारी करने वाले युवाओं को अपने जाल में फंसाते थे। हर कैंडिडेट से पांच लाख रुपये वसूलते थे।
इस बाबत पूर्व में जबलपुर छावनी जॉइन करने पांच युवा पकड़े गए तो सेना से लेकर जिले तक हड़कंप मच गया। आनन फानन पुलिस टीम गठित कर इस गिरोह के सूत्रों को खंगालने के साथ ही पुलिस जांच में जुट गई थी। काफी प्रयास के बाद पूरे गिरोह के बारे में जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए पूरे गिरोह को हिरासत में लेकर जांच पड़ताल शुरू की गई है। जबलपुर छावनी में पांच फर्जी अभ्यर्थी पकड़े जाने के बाद से ही जिला पुलिस पर मामला उजागर करने का काफी दबाव था। आखिरकार पुलिस ने सभी आरोपितों को पकड़ने के बाद राहत की सांस ली है। माना जा रहा है कि अब तक के उनके सारे कारनामों का चिठ्ठा भी जल्द ही सामने आएगा।