जौनपुर में संदिग्ध परिस्थितियों में लगी आग, चार रिहायशी मड़हे जले, महिला की जलकर मौत
जलालपुर थाना क्षेत्र के सिरकोनी गांव में रह रहे बनवासी के चार रिहायशी मडहों में सोमवार को संदिग्ध परिस्थितियों में लगी आग से एक महिला की मौत होने से पूरा गांव मातम में डूब गया। उसके साथ साथ ही चारों घरों की काफी संपत्ति जल कर राख हो गई।
जौनपुर, जेएनएन। जलालपुर थाना क्षेत्र के सिरकोनी गांव में रह रहे बनवासी के चार रिहायशी मडहों में सोमवार को संदिग्ध परिस्थितियों में लगी आग से एक महिला की मौत होने से पूरा गांव मातम में डूब गया। उसके साथ साथ ही चारों घरों की काफी संपत्ति जल कर राख हो गई।
जानकारी के अनुसार दोपहर में सभी लोग अपने-अपने रिहायशी मड़हो में आराम कर रहे थे। इसी बीच बस्ती में संदिग्ध परिस्थितियों से दिनेश के मडहे से उठी आग से रिहाशी मड़हे जलने लगे। इसकी वजह से चैतू, बिंदु, छोटेलाल के रिहायशी मडहों में देखते ही देखते विकराल रूप से आग लग गई। इतने में लोग कुछ समझ पाते अपने अपने घरों से बाहर निकल रहे थे। उसी रिहायशी मड़हे में बिंदु की बहन रमपत्ती (51) जो शादी के बाद इन्हीं के यहां रह रही थी वह भयंकर लगी आग से बाहर नहीं निकल पाई और वह झुलस गई।
कठिन परिश्रम से गांव वालों ने किसी तरह से झुलसे अवस्था में उसे निकालकर सदर हॉस्पिटल ले गए। जहां पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इसके बाद शव को पोस्टमार्टम में भेज दिया गया। अगलगी से रिहायशी मडहे में रखा सारा खाद्यान्न, बिस्तर, कपड़े जल कर राख हो गए हैं। इस समय वे लोग केवल आकाश के नीचे रहने के लिए मजबूर है। इस घटना से पूरा गांव सहमा हुआ है।
ग्रामीणों में चर्चा रही कि सरकार द्वारा चलाए जा रही आवास योजना आज भी उस मुसहर बस्ती में नहीं पहुच सकी है। यदि आवास बना रहा होता तो शायद रमपत्ति की जान नहीं जाती। विकास का जोर आजमाइश करने वाले ग्राम पंचायत और खंड विकास अधिकारी का क्या मानक है। जिससे आज तक आवास योजना ये जाति वंचित हैं। जब इस प्रकार से योजना का लाभ नही मिल पा रहा है तो किन लोगों को अभी तक आवास मिला है। यह जांच का विषय होना चाहिए।